दागदार हो रही वर्दी, कारण जानकर हैरान रह जाएंगे आप Gorakhpur News
वर्ष 2020 में बस्ती जिले में पुलिस की वर्दी पर दाग लगने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह रूकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार पुलिस पर दर्ज हो रहे मुकदमे और कार्रवाई से वर्दी दागदार हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन : वर्ष 2020 में बस्ती जिले में पुलिस की वर्दी पर दाग लगने का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह रूकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार पुलिस पर दर्ज हो रहे मुकदमे और कार्रवाई से वर्दी दागदार हो रही है, तो आम लोगों का नजरिया भी पुलिस के प्रति बदल रहा है। लगातार वर्दी की गिरती साख से पुलिस को मित्रवत बनाने के प्रयासों को भी करारा झटका लगा है।
लूट के मामले में पकड़े गए थे पुलिसवाले
वर्ष 2020 में पुरानी बस्ती थाने के एक दारोगा और तीन सिपाहियों को गोरखपुर में स्वर्ण व्यवसायियों के साथ लूट की घटना को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दिसंबर में ही कप्तानगंज थाने में तैनात रहे एक बर्खास्त सिपाही ने एसपी और पुलिसकर्मियों को गोली मारने की धमकी देने का वीडियो वायरल किया। इस पर उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके पूर्व लालगंज थाने पर तैनात एक दारोगा को घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों पकड़ा था। इसके अलावा कुछ अन्य मामले में भी आए, जिसके कारण पुलिस की काफी फजीहत हुई।
युवती के आरोप पर हुई बड़ी कार्रवाई
कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती ने दारोगा दीपक सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाए तो जांच के लिए एडीजी 20 मार्च की सुबह खुद पहुंच गए। इसी दौरान एसपी को हटा दिया गया। कोतवाल व इश्कबाज दारोगा को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद कार्रवाई आगे बढ़ी तो 12 पुलिस कर्मियों समेत 14 के विरुद्ध कोतवाली में ही मुकदमा दर्ज करा दिया गया। इतना ही नहीं आरोपित दारोगा दीपक सिंह को गिरफ्तार कर जेल की सीखचों में कैद कर दिया गया।
कलवारी थाने के दारोगा निलंबित
19 मार्च की रात एक दुकान से मारपीट के मामले में एसपी ने कलवारी थाने के दारोगा दुर्गविजय सिंह को निलंबित कर दिया। दारोगा पर आरोप है कि उन्होंने दुकानदार से मारपीट की और बाद में उसके और उसके स्वजन के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया। मामले की शिकायत एक विधायक ने एसपी से की तो दारोगा को निलंबित कर दिया गया।
अपहण के मामले में दारोगा व सिपाही पर मुकदमा
23 मार्च को पैकोलिया थाने में एक व्यक्ति की तहरीर पर 2018 में तैनात तत्कालीन दारोगा अरविंद कुमार राय, दो अज्ञात सिपाहियों के विरुद्ध जान से मारने की नीयत से युवक का अपहरण करने और साजिश रचने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित का आरोप है कि उसके बेटे को पुलिस पकड़कर थाने लाई थी। इसके बाद से उसका अब तक पता नहीं चला।
पुलिस कर्मियों का भी टूट रहा मनोबल
लगातार हो रही कार्रवाई से पुलिसकर्मियों का भी मनोबल गिरता जा रहा है। तमाम पुलिसकर्मियों का कहना है कि एक की गलती की सजा कई अन्य पुलिस कर्मियों को मिल रही है, जबकि उनका कोई कुसूर नहीं है।