स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को देनी होगी मिड एवं एंड टर्म की परीक्षा
नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों ने स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष -2022 के लिए सीबीसीएस प्रणाली लागू कर दी है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर ने भी इसे लागू कर दिया है। जिससे पूरी परीक्षा प्रणाली में व्यापक परिवर्तन किया गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों ने स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष -2022 के लिए सीबीसीएस प्रणाली लागू कर दी है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर ने भी इसे लागू कर दिया है। जिससे पूरी परीक्षा प्रणाली में व्यापक परिवर्तन किया गया है। अब स्नातक और स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को वर्ष 2022 की सेमेस्टर परीक्षा में मिड टर्म एवं एंड टर्म की परीक्षा देनी होगी। परीक्षा का कुल समय ढाई घंटे का होगा। जिसमें एक घंटा मिड टर्म तथा डेढ़ घंटे एंड टर्म के लिए दिया जाएगा।
प्रयोगिक विषयों के प्रश्नपत्र के लिए निर्धारित किए गए हैं सौ अंक
स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं में सेमेस्टर परीक्षा के लिए बिना प्रायोगिक विषयों के प्रश्नपत्र के लिए 100 अंक निर्धारित है, जिसमें मिड टर्म 40 अंकों का होगा। जिनमें 25 अंक आंतरिक मूल्यांकन अर्थात उपस्थिति, असाइनमेंट, फील्ड रिपोर्ट आदि पर आधारित होगा। 15 अंकों की लिखित परीक्षा होगी, जिसमें तीन प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए पांच अंक होंगे।
60 अंकों की होगी मिड टर्म की परीक्षा
मिड टर्म के बाद एंड टर्म की परीक्षा देनी होगी जो 60 नम्बर का होगा, जिसमें 40 प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। प्रत्येक प्रश्न 1.5 अंक का होगा। प्रायोगिक विषयों के प्रश्नपत्र भी 100 अंकों का होगा। मिड टर्म 30 अंक का होगा, जिसमें 10 अंक उपस्थिति, असाइनमेंट, फील्ड रिपोर्ट एवं प्रोजेक्ट रिपोर्ट के आंतरिक मूल्यांकन पर दिये जाएंगे। 20 अंकों की लिखित परीक्षा होगी, जिसमें चार प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए 5 अंक मिलेंगे। जबकि प्रैक्टिकल के लिए 25 अंक होंगे , जिनमें 15 अंक आंतरिक तथा 10 अंक वाह्य मूल्यांकन पर दिया जाएगा।
मिड टर्म तथा एंड टर्म की परीक्षा के बाद ही पूर्ण होगा समेस्टर
उक्त 55 अंक के मिड टर्म परीक्षा के बाद 45 अंकों की सैद्धांतिक एंड टर्म परीक्षा देनी होंगी। जिसमें 30 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जिसमें प्रत्येक प्रश्न 1.5 अंक का होगा। इस प्रकार मिड टर्म तथा एंड टर्म की परीक्षा देने के बाद एक सेमेस्टर पूर्ण होगा। हालांकि बदलाव होने से पहली बार सेमेस्टर परीक्षा देने जा रहे विद्यार्थियों में प्रश्नपत्र का प्रारूप क्या होगा। इसको लेकर छात्रों में संशय बरकरार है।
महाविद्यालयों को दिए गए दिशा-निर्देश
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के परीक्षा नियंत्रक अमरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि सभी विषयों के स्नातक एवं स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की परीक्षा सीबीसीएस प्रणाली के अनुसार ही होंगी। इससे संबंधित निर्देश विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों को प्रेषित कर दिए गए हैं। प्रथम वर्ष के सभी परीक्षार्थी मिड एवं एंड टर्म की परीक्षा देंगे ।