नेपाल जाते समय उज्बेक महिला गिरफ्तार, जानिए कौन सा कार्य करती थी भारत में
उज्बेकिस्तान की महिला दिल्ली में रह रही थी। उसने फर्जी नाम पते से आधार कार्ड तक बनवा लिया। सोनौली के रास्ते वह नेपाल जाते गिरफ्तार कर ली गई।
गोरखपुर, जेएनएन। सोनौली सीमा के रास्ते नेपाल में प्रवेश करने की कोशिश कर रही उज्बेकिस्तान निवासी एक महिला व दिल्ली के रहने वाले दलाल को मंगलवार को सोनौली सीमा पर इमीग्रेशन विभाग ने पकड़ लिया। जांच में महिला के पास कोई पासपोर्ट या वीजा नहीं मिला।
उसने फर्जी तरीके से दिल्ली में आधार कार्ड बनवाया था। उसी आधार पर वह लंबे समय से भारत में रह रही थी। पूछताछ में महिला ने अपना नाम दिलफरूज नोरोवा (34) निवासी उज्बेकिस्तान बताया है। वह जनवरी में उज्बेकिस्तान से नेपाल आई थी। मई में बिहार के रक्सौल बार्डर से एक एजेंट ने नेपाली वेशभूषा पहनाकर सीमा पार कराकर दिल्ली भेज दिया। दलाल के साथ वह दिल्ली में जिस्मफरोशी का धंधा करती थी। महिला के पास ओरिजिनल पासपोर्ट नहीं था, पासपोर्ट की कलर फोटो कापी से उसकी पहचान की पुष्टि हुई।
खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में महिला ने बताया कि वह दिल्ली के बी 352, ग्राउंड फ्लोर, वैष्णो अपार्टमेंट, बसंत कुंज इलाके में एक मकान में किराए पर रहती थी। जहां उसने सिमरन सिद्दीकी नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया था। पकड़ा गया दलाल संदीप तिवारी लूथरा फर्म- 244 एमसीडी वाटर पंप, रजोकरी दिल्ली निवासी बताया जा रहा है। वह एक जुलाई से 15 जुलाई 2017 तक कजाकिस्तान में रहा है। दोनों से पूछताछ चल रही है।
आब्रजन अधिकारी केएन प्रसाद ने बताया कि दलाल के साथ एक उज्बेकिस्तानी महिला को पकड़ा गया है। महिला एवं दलाल को हिरासत में लेकर खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रहीं हैं। पता किया जा रहा है कि इतने दिन दिल्ली में कहीं कुछ और काम तो नहीं कर रही थी।