अब हवा चलने पर नहीं गिरेंगे बिजली के पोल, बदले जाएंगे दो हजार जर्जर पोल व तार Gorakhpur News
शहर में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या दो लाख को पार कर चुकी है। उपभोक्ताओं के बढऩे के बाद भी ज्यादातर इलाकों में पोल व तार नहीं बदले जा सके हैं। इस कारण तकरीबन एक हजार पोल जमीन के पास से जर्जर हो चुके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। तेज हवा चलने पर अब पोल गिरने और तार टूटने का खतरा नहीं रहेगा। शहर में अगले महीने से जर्जर पोल व तार बदले जाएंगे। दो हजार जर्जर पोल बदले जाएंगे। इनमें छह सौ हाइटेंशन और 14 सौ एलटी लाइन के पोल हैं। 144 किलोमीटर जर्जर तार भी बदले जाएंगे। इस पर 7.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
144 किलोमीटर एबीसी लाइन बदली जाएगी
शहर में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या दो लाख को पार कर चुकी है। उपभोक्ताओं के बढऩे के बाद भी ज्यादातर इलाकों में पोल व तार नहीं बदले जा सके हैं। इस कारण तकरीबन एक हजार पोल जमीन के पास से जर्जर हो चुके हैं। कई पोल को लोहे का एंगल जोड़कर किसी तरह खड़ा किया गया है। नागरिकों की लगातार मिल रही शिकायत के बाद बिजली निगम ने नए पोल व तार का प्रस्ताव बनाकर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को भेजा था।
गाजियाबाद की फर्म को मिला काम
प्रबंध निदेशक की स्वीकृति के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई। गाजियाबाद की फर्म को ठेका मिला है। फर्म संचालक ने बिजली निगम के अफसरों से बात कर अप्रैल महीने से काम शुरू करने की अनुमति मांगी है। अधीक्षण अभियंता यूसी वर्मा का कहना है कि शहर में जर्जर पोल व तार बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इनमें हाइटेंशन लाइनों के भी पोल शामिल हैं।
होली तक मिल जाएगी रेल म्यूजियम-स्टेशन रोड की सौगात, आसान होगी राह
आम जन के लिए राहत भरी खबर है। होली पर्व तक रेल म्यूजियम से रेलवे स्टेशन रोड (टू लेन) की सौगात मिल जाएगी। होली पर्व से मोहद्दीपुर-विश्वविद्यालय चौराहा रोड स्थित दुर्गा मंदिर तिराहा से रेलवे स्टेशन और कौवाबाग अंडरपास से शहर की राह आसान हो जाएगी। पूर्वोत्तर रेलवे के उप मुख्य इंजीनियर (गोरखपुर क्षेत्र) रविन्दर मेहरा की देखरेख में सड़क निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है। सड़क के दोनों किनारे पैदल यात्रियों के लिए अलग से पाथ तैयार किए गए हैं। हरियाली के लिए पौधे लगाए जा रहे हैं। दरअसल, यह मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुका है। महाप्रबंधक रोड पर बैरियर लग जाने से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। सड़क का निर्माण पूरा होते ही आवागमन आसान हो जाएगा।