दुधवा नेशनल पार्क में चलेगी रेल कार, पयर्टक नजदीक से देख सकेंगे बाघ, भालू और हिरन
एनईआर ने दुधवा नेशनल पार्क तक ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है। बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही स्पेशल ट्रेन की छुक-छुक के साथ पार्क फिर से गुलजार हो जाएगा। स्पेशल ट्रेन में दो रेलकार सहित एक पावरकार पांच सामान्य कोच सहित दस कोच लगाए जाएंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Dudhwa National Park दुधवा नेशनल पार्क में पर्यटक बाघ, भालू और हिरन आदि को नजदीक से निहार सकेंगे। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर मनोरम वन क्षेत्र का भी आनंद ले सकेंगे। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने मैलानी से नानपारा के बीच छोटी लाइन पर पारदर्शी शीशे वाली वातानुकूलित एमजी टूरिस्ट दो रेल कार सहित दस कोच की स्पेशल ट्रेन चलाने की योजना तैयार की है।
मैलानी से नानपारा के बीच छोटी लाइन पर पारदर्शी शीशे वाली वातानुकूलित कार सहित चलेगी स्पेशल ट्रेन
रेलवे प्रशासन ने ट्रेन चलाने का प्रस्ताव बोर्ड को भेज दिया है। बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही स्पेशल ट्रेन की छुक-छुक के साथ पार्क फिर से गुलजार हो जाएगा। स्पेशल ट्रेन में दो रेलकार सहित एक पावरकार, पांच सामान्य कोच और दो एसएलआर सहित कुल दस कोच लगाए जाएंगे। वातानुकूलित रेल कार में सामान्य एसी कोच का किराया लगेगा।
पर्यटक वन्य जीवाें को देखने के साथ ही मनपसंद पैक्ड सामग्री का भी लुत्फ उठा सकेंगे। प्रत्येक एसी कार में 60 यात्रियों के बैठने तथा टॉयलेट की व्यवस्था रहेगी। रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजने से पहले लखनऊ की मंडल रेल प्रबंधक डा. मोनिका अग्निहोत्री ने मैलानी जंक्शन से नानपारा स्टेशन के बीच रेलकार का ट्रायल निरीक्षण भी कर लिया है।
120 साल पुरानी है छोटी रेल लाइन
पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण दुधवा नेशनल पार्क में करीब 120 साल पुरानी ऐतिहासिक मैलानी- नानपारा छोटी रेल लाइन स्थापित है। 170 किमी लंबी रेल लाइन पर 16 स्टेशन हैं। यह रेल लाइन 16 फरवरी 2020 से बंद पड़ी है।
रेलकार के निधारित है रेलमार्ग
रेलकार वाली स्पेशल ट्रेन दुधवा नेशनल पार्क स्थित नानपारा, रायबोझ, गायघाट, त्रिहिनपुरवा, ककरहा रेस्ट हाउस, मर्तिहा निशानगाढ़ा, बिछिया, मंछरा पूरब, खैरतिया बांध रोड, तिकुनिया, बेलराया, दुधवा, पलिया कलां, मीरा खेरी और मैलानी बीच चलाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध दुधवा नेशनल पार्क में जाने वाले पर्यटकों के लिए मीटर गेज के दो वातानुकूलित टूरिस्ट कोच मंगाए गए हैं। इन कोचों में बड़ी साइज के विंडो ग्लासेज लगाए गए हैं। पर्यटक जंगल की शांति एवं मनोरम दृश्यों को अपनी यादों में बसा सकेंगे। इन टूरिस्ट कोचों के चलने से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ क्षेत्र के लोगों के लिए व्यवसाय एवं रोजगार की बेहतर संभावनाएं तैयार होंगी। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे।