Move to Jagran APP

बस्‍ती जिले में दो स्‍थानों पर मोड़ी जाएगी सरयू की धारा

बाढ की विभीषिका से बचने के लिए बस्‍ती में दो स्‍थानों पर सरयू की धारा मोड़ने की तैयारी हो रही है। इसके लिए सर्वे का कार्य भी शुरू हो गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 30 Sep 2018 06:20 PM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 02:35 PM (IST)
बस्‍ती जिले में दो स्‍थानों पर मोड़ी जाएगी सरयू की धारा
बस्‍ती जिले में दो स्‍थानों पर मोड़ी जाएगी सरयू की धारा

गोरखपुर, (जेएनएन)। बस्ती जनपद को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। सीएम योगी आदित्‍य नाथ द्वारा सरयू नदी की धारा मोडऩे की योजना पर काम करने के लिए दिए गए निर्देश के बाद से ही इस दिशा में विभागीय स्तर पर प्रयास शुरू हो गए हैंं। इस योजना का एक स्थान का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। दूसरे स्थान पर सर्वे कार्य होना शेष है। जनपद में कटरिया-चांदपुर तटबंध पर कटरिया तथा कलवारी-रामपुर तटबंध पर पिपरपाती दो ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं जहां नदी अपने मूल रास्ते से भटक गई है। पिछले दिनों जब कटरिया में नदी का सर्वे करने के लिए टीम पहुंची तो वहां पर ड्रोन कैमरे की मदद से तकरीबन चार किलोमीटर की परिधि में नदी का सर्वे किया गया। टीम ने पाया कि नदी में सात धाराएं हैं जो काफी तेजी से कटान करती हैं। यदि इन्हें नियंत्रित कर दिया जए तो बस्ती में कटान की संभावना काफी कम हो जाएगी। धारा को मोडऩे के लिए गाइड बांध बनाने की योजना का प्रस्ताव किया गया है। इस परियोजना को तैयार करने में लखनऊ के अधीक्षण अभियंता नवीन कपूर व अधिशासी अभियंता टीएम ङ्क्षसह के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम काम कर रही है। 

loksabha election banner

ऐसी मोड़ी जाएगी नदी की धारा

नदी की धारा को मोडऩे के लिए गाइड बांध बनाने पर विचार किया जा रहा है। यह गाइड बांध उन स्थानों पर बनाए जाएंगे जहां पर सर्वाधिक कटान हो रही है। विगत चार वर्ष से कटरिया-चांदपुर तटबंध पर चार किलोमीटर की लंबाई में भीषण कटान होती है। स्थिति यह हो जाती है कि तटबंध बचाना मुश्किल हो जाता है। बीते बाढ़ के दौरान हुई कटान के चलते खजांचीपुर व दिलासपुर गांव के पुरवों का अस्तित्व ही समाप्त हो गया। बांध ध्वस्त होने की नौबत आ गई। इस वजह से विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यहां पर गाइड बांध बना दिए जाएं जो नदी की धारा अपने मूल रास्ते पर लौट जाएगी। इसी तरह की योजना पिपरपाती में भी बनाई जा रही है। पिपरपाती में भी नदी मटियरिया गांव के सामने सीधे तटबंध से टकरा रही है। यहां पर यदि तटबंध टूटता है तो बस्ती के साथ ही संतकबीर नगर जनपद का एक बड़ा हिस्सा प्रभावित होगा। इसलिए यहां पर धारा मोडऩे की जरूरत है।   अधिशासी अभियंता डीके त्रिपाठी ने कहा कि नदी की धारा मोडऩे की योजना पर सर्वे कार्य हो रहा है। एक स्थान का सर्वे पिछले दिनों किया गया। अब पिपरपाती का सर्वे कराया जाना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.