सीएम सिटी गोरखपुर में भी अवैध वसूली, 50 की जांच के लिए ले रहे 100 रुपाये Gorakhpur News
अधिकृत जांच केंद्रों पर प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवाने के लिए शुल्क निर्धारित है। मोटरसाइकिल के लिए 30 रुपये चार पहिया पेट्रोल वाहन के लिए 40 रुपये निर्धारित है।
गोरखपुर, जेएनएन। आरटीओ दफ्तर के सामने प्रदूषण जांच केंद्र खुलते ही शुल्क के नाम पर फिर से अवैध वसूली शुरू हो गई है। चार पहिया डीजल वाहनों की जांच के लिए निर्धारित 50 की जगह 100 रुपये वसूले जा रहे हैं। दूर-दराज से आए वाहन स्वामी और चालक मजबूरी में जेब ढीली कर रहे हैं।
आरटीओ दफ्तर बंद होने के बाद भी अफरातफरी
आरटीओ दफ्तर बंद होने के बाद भी गेट पर अफरातफरी मची रही। दिन भर जाम की स्थिति बनी रही। अधिकृत तीन की जगह सिर्फ दो जांच केंद्र खुले रहे। एक केंद्र तो बुधवार से ही फरार है। जो जांच केंद्र खुले थे, उनमें भी नियमानुसार जांच नहीं हो रही थी। एक जांच केंद्र पर सिर्फ पेट्रोल वाहनों का प्रमाण पत्र बन रहा था, दूसरे पर सिर्फ डीजल वाहनों का प्रमाण पत्र बनाया गया।
क्या कहते हैं प्रमाण पत्र बनाने वाले
बड़हलगंज के राजकुमार ने बताया कि जांच केंद्र पर मौजूद लोगों ने डीजल वाहन का प्रमाण पत्र के नाम 100 रुपये लिया है। माल ढोने वाला आटो लेकर पहुंचे इकबाल ने बताया कि प्रमाण पत्र के नाम पर सौ रुपये मांग रहे हैं। 50 रुपये में किसी का प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है। दरअसल, धन उगाही की शिकायत पर बुधवार को एसपी ट्रैफिक ने आरटीओ दफ्तर परिसर में छापेमारी की थी। तीनों जांच केंद्र फरार हो गए थे।
यह हैं अधिकृत जांच केंद्र
शिवमूर्ति सेवा संस्थान जगन्नाथपुर, ममता वेलफेयर सोसाइटी हुमायूपुर दक्षिणी और अपर्णा प्रदूषण जांच केंद्र सिविल लाइंस।
जांच के लिए निर्धारित है शुल्क
अधिकृत जांच केंद्रों पर प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवाने के लिए शुल्क निर्धारित है। मोटरसाइकिल के लिए 30 रुपये, चार पहिया पेट्रोल वाहन के लिए 40 रुपये तथा चार पहिया सभी प्रकार के डीजल वाहनों के लिए 50 रुपये।