टीवी एक्ट्रेस पारुल चौहान ने बोलीं, धारावाहिक आज भी महिलाओं की पहली पसंद Gorakhpur News
टीवी एक्ट्रेस पारुल चौहान का मानना है कि पारिवारिक धारावाहिकों के प्रति महिलाओं का आकर्षण न कम हुआ और न होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। लोकप्रिय धारावाहिक सपना बाबुल का और बिदाई के जरिये घर-घर तक पहुंच रखने वाली टीवी एक्ट्रेस पारुल चौहान का मानना है कि पारिवारिक धारावाहिकों के प्रति महिलाओं का आकर्षण न कम हुआ और न होगा। निर्धारित समय पर महिलाएं आज भी टीवी स्क्रीन के सामने होती हैं। पारुल ने यह विचार रियलिटी-शो के प्रचलन के चलते कम हो रहे पारिवारिक धारावाहिकों के क्रेज से जुड़े सवाल के जवाब में साझा किया।
चैनलों ने तैयार किए विकल्प
एक कार्यक्रम के सिलसिले में गुरुवार को गोरखपुर पहुंचीं पारुल ने जागरण से विशेष बातचीत में कहा कि रियलिटी-शो के प्रति युवाओं का आकर्षण ज्यादा है। पारिवारिक धारावाहिक आज भी महिलाओं की पहली पसंद है। ज्यादातर टीवी कलाकारों का कॅरियर एक-दो धारावाहिक तक ही सिमट कर रह जाने के सवाल पर पारुल ने कहा कि आज का युवा इंतजार नहीं करता। तत्काल विकल्प तलाश लेता है। ऐसे में अभिनय की बाध्यता नहीं रह जाती। अभिनय के अलावा बहुत से और कार्य भी होते हैं टीवी की दुनिया में। टीवी में पूर्वांचल के कलाकारों की संभावना के सवाल पर पारुल ने कहा कि अब चैनलों की बड़ी संख्या में विकल्प की कमी नहीं है। अगर प्रतिभा है तो अवसर भी जरूर मिलेगा। गोरखपुर से अपने लगाव की चर्चा में उन्होंने कहा कि जब भी उनका यहां आना हुआ है, बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद लेने जरूर गई हैं। इस बार भी उन्होंने गोरखनाथ मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की आनुष्ठानिक प्रक्रिया संपन्न की है। उन्होंने कहा कि गोरखनाथ मंदिर की वजह से वह गोरखपुर आने के लिए उत्सुक रहती हैं।
रैंप मिला तो निखर आई फैशन की प्रतिभा
लवण्या अथर्व फाउंडेशन की ओर से शहर के एक होटल में हिंद सुंदरी फोटोजनिक फेस-2020 प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के रैंप पर हर आयु वर्ग की महिला प्रतिभाओं को अपनी फैशन प्रतिभा की प्रस्तुति का मौका दिया गया। जब रैंप मिला तो भीतर छिपी फैशन प्रतिभा निखर आई। सबने प्रतिभा का प्रदर्शन तो किया ही, साथ ही आयोजन का जमकर लुत्फ भी उठाया। कार्यक्रम की शुुरुआत टीवी एक्ट्रेस पारुल चौहान, ईश्वर जायसवाल व देवांशु गुप्ता ने दीप जलाकर की। उसके बाद यशस्वी सिंह ने गणेश वंदना से सिलसिले को आगे बढ़ाया। इसी क्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एकल नृत्य की प्रस्तुति कर आकांक्षा विश्वकर्मा ने सभी को सोचने के लिए मजबूर किया। उसके बाद शुरू हुआ रैंप पर जलवा बिखेरने का सिलसिला। 5-10, 10-15, 20-25 और 25-35 आयु वर्ग की अलग-अलग श्रेणियों में बच्चों से लेकर महिलाओं तक ने फैशन प्रतिभा का प्रदर्शन किया। अंत में सुधा मोदी, निशा सिंह, नमिता गुप्ता और गुंजन वर्मा को सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में भाग लेने वालों तृष्णा मिश्रा, आंचल, अराध्या, जाह्नवी, हर्षिता, अस्मिता पांडेय, आकांक्षा, अनामिका, अनुराधा, सौम्या, लकी राय, शांतिप्रिया आदि शामिल रहीं। दुर्गेश तिवारी और गरिमा तिवारी ने सभी का आभार ज्ञापन किया।