कोरोना काबू में आते ही कम हुआ हल्दी का भाव, अभी और सस्ता होगा 'इम्युनिटी बूस्टर'
हल्दी की नई फसल के आने से पहले ही कीमत काफी हद तक कम हो गई है। कोरोना काल में हल्दी की मांग काफी बढ़ गई थी। अब कोरोना के काबू में आने के बाद हल्दी की कीमत भी काबू में आ गया है।
गोरखपुर, काशिफ अली। रोग प्रतिरोधक क्षमता के बेहद मुफीद स्रोत हल्दी के दाम में गिरावट जारी है। वजह, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में हुई इसकी भरपूर पैदावार है। जबकि स्थानीय कारोबारियों के पास पहले से ही भरपूर स्टाक मौजूद है। नई फसल आने के बाद इम्युनिटी बूस्टर के रूप में मशहूर हो चुकी हल्दी के तेवर ज्यादा ढीले हो जाएंगे। फिलहाल किराना दुकानों पर खड़ी हल्दी 160 और पिसी हुई 200 से 220 रुपये किलो तक बिक रही है।
कोरोना काल में बढ़ गई थी हल्दी की मांग
काेरोना काल में हल्दी की बिक्री में तकरीबन 20 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। हल्दी के दाम बीते महीने की तुलना में 15 रुपये किलो कम हो चुके है। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद हल्दी की मांग और कीमत दोनों में तेजी देखने को मिली थी। इसकी सबसे बड़ी वजह हल्दी का इस्तेमाल इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में होना। मार्च से लेकर जून तक लोगाें ने काढ़े में हल्दी का जमकर इस्तेमाल किया। होटल व रेस्टोरेंट बंद होने और शादी एवं बड़े आयोजनों के न होने के बावजूद हल्दी की मांग में तेजी बनी रही। अब हल्दी की कीमतों में नरमी का रुख है।
इस वर्ष 18-20 फीसद उत्पादन बढ़ने का अनुमान
इस वर्ष हल्दी का उत्पादन करीब 18-20 फीसद बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में इसका भाव लुढ़कना तय है। थोक कारोबारी पंकज गुप्ता के मुताबिक महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश हल्दी का सबसे बड़ा बाजार है। वहीं से हल्दी की आपूर्ति देश के सभी हिस्सों के अलावा पचास से ज्यादा देशों में होती है। अगले सप्ताह से नई फसल की कटाई शुरू हो जाएगी। नई फसल के आने से पहले ही कीमत काफी हद तक कम हो गई है। सिधारीपुर के किराना कारोबारी मो. जावेद ने बताया कि बीते छह माह से मसालों में हल्दी की बिक्री सबसे ज्यादा है। जिस घर में हर माह ढाई सौ ग्राम हल्दी की खपत थी अब वहां पांच सौ ग्राम जाता है। कई महीने बाद हल्दी के भाव में गिरावट देखी जा रही है।
हल्दी के क्या फायदे
हल्दी सेहत के लिए कई रूपों में गुणकारी मानी जाती है और यही वजह है कि इसका प्रयोग रोजाना हम किसी ना किसी रूप में करते ही हैं। चाहे वो दाल के जरिए हो, सब्जी के जरिए हो या फिर किसी अन्य व्यंजनों के जरिए, हम विभिन्न रूपों में हल्दी का सेवन करते हैं जो हमें कई प्रकार से स्वास्थ्य लाभ पहुंचाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि पाउडर के रूप में दिखने वाली हल्दी, रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाने के बहुत काम आती है।
त्वचा के लिए लाभदायक
त्वचा संबंधी कई समस्याओं के लिए भी हल्दी का सेवन फायदेमंद रहता है। इतना ही नहीं आप अपनी त्वचा में निखार लाने के लिए हल्दी के लेप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कई ब्रांडेड कंपनियां हल्दी का तैयार करती हैं।
हार्ट अटैक का खतरा कम करता है
हल्दी का सेवन करने से हृदय रोग में भी बहुत फायदा मिलता है और अगर आपके घर में भी कोई हृदय रोग से परेशान है तो उसके डाइट में हल्दी जरूर शामिल करें। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार सर्जरी के बाद आने वाले हार्ट अटैक के खतरे को हल्दी के सेवन से काफी हद तक टाला जा सकता है।
घुटनों के दर्द को दूर करने में मददगार
घुटनों की बीमारी से कई लोग पीड़ित रहते हैं और यही वजह है कि उन्हें अक्सर हल्दी खाने की या फिर घुटनों पर लगाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि हल्दी में पेन किलर का गुण पाया जाता है जो शरीर में होने वाले दर्द को दूर करने में सक्रिय रूप काम करता है।
कैंसर से बचाने में मददगार
कैंसर आज एक ऐसी बीमारी बन चुकी है जो हर साल हजारों लोगों की जान ले जाती है। इस जानलेवा बीमारी से बचे रहने के लिए भी हल्दी का सेवन बहुत जरूरी है। दरअसल, हल्दी में एंटी कैंसर एक्टिविटी पाई जाती है जो कैंसर से बचाए रखने में काफी मददगार साबित हो सकती है।
कम करता है डायबिटीज का खतरा
नेशनल इंस्टिट्यूट आफ हेल्थ के द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार हल्दी का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा कम होता है और जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं उन्हें इसके कारण होने वाले जोखिम से भी बचे रहने में काफी मदद मिलती है।
नींद न आने की समस्या को दूर करे
अनिद्रा की समस्या से बचे रहने के लिए भी हल्दी का सेवन काफी फायदेमंद साबित होगा। हल्दी में मेलाटोनिन नामक हार्मोन को बढ़ाने का गुण पाया जाता है। इसलिए सोने से पहले यदि आप गोल्डन ड्रिंक के रूप में इसका सेवन करते हैं तो आपको जल्दी नींद आएगी और आप स्ट्रेस फ्री भी महसूस करेंगे।