Corona effect: तहसील व थाना दिवस पर रोक, चक्कर लगा रहे फरियादी Gorakhpur News
कोरोना का संक्रमण शुरू होने के बाद लागू किए गए लॉकडाउन में इन दिवसों का आयोजन बंद कर दिया गया। परेशान लोगों के न्याय की उम्मीद पर अभी भी लॉकडाउन का पहरा लगा हुआ है।
नवनीत प्रकाश त्रिपाठी, गोरखपुर। जनसमस्याओं का त्वरित निस्तारण करने और किसी ज्यादती का शिकार हुए लोगों को न्याय दिलाने के लिए कई वर्षों से थाना और तहसील दिवस (समाधान व संपूर्ण समाधान दिवस) का अनवरत आयोजन होता रहा है। हर माह के दूसरे व चौथे शनिवार को थाने में समाधान दिवस का और हर दूसरे व चौथे मंगलवार को तहसील मुख्यालय पर संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन होता था। इसमें पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ही दूसरे सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहते थे। फरियादियों की समस्या संबंधित विभाग के अधिकारी सुनते थे और उसका तत्काल निस्तारण किया जाता था। कोरोना का संक्रमण शुरू होने के बाद लागू किए गए लॉकडाउन में इन दिवसों का आयोजन बंद कर दिया गया। लंबे समय तक चले लॉकडाउन के बाद अब काफी हद तक छूट मिलने के बावजूद इन दिवसों का आयोजन शुरू नहीं हो पाया है। परेशान लोगों के न्याय की उम्मीद पर अभी भी लॉकडाउन का पहरा लगा हुआ है।
अब कैसे होगा समस्याओं का समाधान
गुलरिहा इलाके के जंगल सखनी निवासी रहमतुल्लाह का पट्टीदारों से जमीन के बंटवारे का विवाद चल रह है। आरोप है कि पट्टीदारों ने जमीन और बाग पर कब्जा कर लिया है। दो साल की उम्र में उनके आंखों की रोशनी चली गई थी। 16 साल का बेटा है। तहसील या थाना दिवस में वह गुहार लगाने वाले थे कि लॉकडाउन हो गया। घर से निकलने पर रोक लग गई। तहसील और थाना दिवस का आयोजन भी बंद हो गया। बाहर निकलने पर लगी रोक हटने के बाद से ही बेटे के साथ थाने और तहसील का चक्कर लगा रहे हैं।
बड़हलगंज क्षेत्र के मड़कड़ी निवासी राणा ङ्क्षसह के घर जाने वाले रास्ते पर कुछ लोगों ने बंद कर दिया है। लॉकडाउन से पहले उन्होंने थाने और तहसील में दरख्वास्त दिया था। थाने वाले राजस्व का मामला बता कर और तहसील वालों ने पुलिस का मामला बता कर कोई कार्रवाई करने से इन्कार कर दिया। राणा प्रताप थाना या फिर तहसील दिवस में गुहार लगाने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि यहां फरियाद करने पर उनका रास्ता खुल जाएगा, लेकिन इसी बीच लॉकडाउन हो गया।
कैलाशपति, गोला क्षेत्र में हिगुंहार गांव के रहने वाले हैं। उनके गांव के पूरब टोले में शिव प्रसाद ओझा के घर के पास बिजली का तार कई महीने से लटक रहा है। हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। व्यक्तिगत तौर पर लाइनमैन से लेकर डेरवा उपकेंद्र में कार्यरत कर्मचारियों, अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। कैलाशपति बताते हैं थाना व तहसील दिवस में ऐसी समस्याओं का तुरंत निस्तारण हो जाता था। जबसे इन दिवसों का आयोजन बंद हुआ है, छोटी-छोटी समस्या भी नहीं दूर हो पा रही है।
पुलिस के पास आने वालों का हो रहा समाधान
इस संबंध में एसएसपी डा. सुनील गुप्त का कहना है कि लॉकडाउन में समाधान और संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन बंद कर दिया गया था। शासन से दिशा-निर्देश मिलने के बाद ही दोबारा इनका आयोजन किया जाएगा। वैसे पुलिस के पास फरियाद लेकर आने वालों की समस्याओं का हरसंभव समाधान किया जा रहा है।