तिहरे हत्याकांड में सामने आई पुलिस की लापरवाही, अब यह हुई कार्रवाई
गोरखपुर के खजनी में तिहरे हत्याकांड में पुलिस की लापरवाही सामने आ गई है। जांच के बाद वहां के थानेदार को हटा दिया गया।
गोरखपुर, जेएनएन। तिहरे हत्याकांड में लापरवाही बरतने वाले खजनी थानेदार को एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने सुबह लाइन हाजिर कर दिया। 58 वर्ष पूरे कर चुके पिपराइच थानेदार भी हटा दिए गए। एसएसपी ने खजनी, पिपराइच के साथ ही खाली चल रहे तिवारीपुर थाने का नया प्रभारी भी नियुक्त कर दिया है।
खजनी पुरसापार गाव के सहसपुर उर्फ कुंवरजोत टोला निवासी दुर्गा सिंह (68) और मुंशी यादव उर्फ राममनोहर यादव (45) के बीच मकान पर कब्जे को लेकर विवाद था। 21 दिसंबर की शाम इसी विवाद में दुर्गा सिंह और उनकी पत्नी कमलावती (65) की धारदार हथियार से हमला कर हत्या की गई। प्रतिक्रिया में दूसरे पक्ष के लोगों ने मुंशी को पीटकर अधमरा कर दिया। जिला अस्पताल ले जाते समय उसकी भी मौत हो गई।
खजनी पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर 15 लोगों के खिलाफ हत्या, बलवा और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है। दोनों पक्ष के 10 लोगों को पुलिस जेल भेज चुकी है। घटना के बाद से ही गांव में तनाव है। स्थानीय पुलिस की लापरवाही से घटना होने की बात सामने आने पर एसएसपी ने एसपी साउथ से मामले की जांच कराई, जिसके आधार पर खजनी थानेदार मनोज कुमार राय को लाइन हाजिर कर दिया गया। 58 वर्ष पूरे होने के कारण पिपराइच थानेदार सारनाथ सिंह को भी हटा दिया गया। उन्हें भी लाइन भेजा गया है।
एसएसपी ने मीडिया सेल प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप शुक्ल को खजनी, पुलिस लाइन में तैनात इंस्पेक्टर सुधीर सिंह को पिपराइच और इंस्पेक्टर दिलीप सिंह को तिवारीपुर का थानेदार नियुक्त किया है। लूट की घटना का अनावरण न कर पाने पर एसएसपी ने चार दिन पहले तिवारीपुर थानेदार रामआशीष सिंह यादव को निलंबित कर दिया था। शाहपुर थाने पर अभी किसी की तैनाती नहीं हुई है।