Gorakhpur Lockdown Day 15 : अब विदेशियों ही नहीं, हर बाहरी व्यक्ति से पूछा जाएगा यात्रा विवरण Gorakhpur News
Gorakhpur Lockdown Day 15 अभी तक केवल विदेश से आने वालों की जांच की जाती थी लेकिन अब नियमों में बदलाव हुआ है। अन्य राज्यों से आने वालों की भी जांच की जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। अभी तक केवल विदेश से आने वालों की जांच की जाती थी, लेकिन अब नियमों में बदलाव हुआ है। अन्य राज्यों से आने वालों की भी जांच की जाएगी। इसलिए बाहर से आने वाले तथा कंट्रोल रूम में फोन करने वाले हर व्यक्ति से यात्रा विवरण (ट्रेवल हिस्ट्री) पूछा जाएगा।
बड़ी संख्या में आ रहे हैं फोन
स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वायरस कंट्रोल रूम के नंबर पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में फोन आ रहे हैं। मौसम में बदलाव के चलते सामान्य बुखार व सर्दी- जुकाम में भी लोग भयभीत होकर फोन कर रहे हैं। आवश्यकतानुसार उन्हें सलाह भी दी जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि फोन करने वाले लोगों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उनसे किसी विदेशी नागरिक के संपर्क में आने की जानकारी भी मांगी जाती है। अब दूसरे राज्यों की यात्रा का विवरण भी जुटाया जाएगा।
कोरोना को हराने का गुर सीख रहे डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी
कोरोना से निपटने के लिए महराजगंज में चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मरीजों की शुरुआती जांच कैसे की जाए और अपने को सुरक्षित कैसे रखा जाए, इस बारीकियों को बताया जा रहा है। साथ ही मरीज को एंबुलेंस से लेकर अस्पताल में भर्ती करने का डेमो भी करके दिखाया जा रहा है। दरअसल, जिले में कोरोना के छह पाजिटिव मरीज पाए जाने के बाद जनपद की संवेदनशीलता बढ़ गई है। अब इन पॉजिटिव मामलों के संपर्कों का पता लगाने का काम तेजी से चल रहा है, ताकि उनके संक्रमित होने के कारण का सही आंकलन किया जा सके। और तो और सतर्कता के तौर अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर अस्पतालों में डाक्टर और चिकित्सा कर्मचारियों को इलाज के दौरान रोगियों के संपर्क में आकर खुद भी संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है। इसे देखते हुए इस जोखिम भरे काम को सावधानी और धैर्य पूर्वक निपटाने के लिए जिले में कुल करीब 390 चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को टिप्स दिए जा रहे हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सक मास्टर ट्रेनर डा. आरपी राय और डा. एवी त्रिपाठी प्रत्येक दिन दो बैच में 25-25 डाक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट, एलटी, वार्ड ब्वाय को कोरोना से निपटने के बारे में जागरूक कर तरीका भी बता रहे हैं। ताकि इस मानव सेवा के दौरान कोई भी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण की चपेट में न आए और मरीजों को भी बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो सके। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके राय ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेंड किया जा रहा है, ताकि चिकित्सक इसके संक्रमण में आने से बच सके।
पूरे शहर को सैनिटाइज करने में जुटा फायर ब्रिगेड
लॉकडाउन के दौरान गोरखपुर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। दमकल कर्मी नगर निगम के साथ शहर को सैनिटाइज करने में जुटे हैं। कोरोना का संक्रमण कम करने के लिए सड़कों के साथ ही सार्वजनिक स्थल के भवनों को धोया जा रहा है। 21 मार्च से दमकल विभाग की टीम अभियान में लगी है। फलमंडी, अस्पताल, सघन आबादी वाले मोहल्ले, सरकारी कार्यालय, आवासीय कॉलोनियों के अलावा पुलिस लाइन को सैनिटाइज किया जा रहा है। इसमें दमकल की तीन गाडिय़ां लगी थीं। आगजनी की बढ़ती घटना को देखते हुए अधिकारियों ने मंगलवार को दो गाडिय़ों को हटा लिया। अब एक गाड़ी से रोजाना छिड़काव होगा। सीएफओ डीके सिंह ने बताया कि दमकल विभाग की टीम तीन सप्ताह से शहर को सैनिटाइज करने में लगी है। नगर निगम केमिकल उपलब्ध कराता है जिसे पानी में मिलाकर छिड़काव किया जा रहा है।