गोरखपुर के डीपीआरओ के फर्जी हस्ताक्षर से कर दिया स्थानांतरण, निलंबित
उरुवा ब्लाक में कार्यरत सफाई कर्मी लालमन अपने स्थानांतरण की कोशिश में लगा था। उसने सफाईकर्मियों के नेता अशोक से संपर्क किया। अशोक भी उसी ब्लाक में कार्यरत है। अशोक ने उसे स्थानांतरण कराने का भरोसा दिलाया। इसके लिए लालमन से करीब पांच हजार रुपये भी लिए।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) हिमांशु शेखर ठाकुर का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर एक सफाई कर्मी ने दूसरे का स्थानांतरण कर दिया। मामला संज्ञान में आने के बाद डीपीआरओ ने दोनों को निलंबित कर दिया है। मामला जनपद के उरुवा ब्लाक है।
अपने स्थानांतरण की कोशिश में लगा था लालमन
उरुवा ब्लाक में कार्यरत सफाई कर्मी लालमन अपने स्थानांतरण की कोशिश में लगा था। उसने सफाईकर्मियों के नेता अशोक से संपर्क किया। अशोक भी उसी ब्लाक में कार्यरत है। अशोक ने उसे स्थानांतरण कराने का भरोसा दिलाया। इसके लिए लालमन से करीब पांच हजार रुपये भी लिए। पैसा देने के बाद लालमन ने दबाव बनाया तो अशोक ने डीपीआरओ का फर्जी हस्ताक्षर कर उसे स्थानांतरण आदेश दे दिया। इस बात की शिकायत किसी ने डीपीआरओ से कर दी। उन्होंने लालमन को कार्यालय बुलाया और स्थानांतरण आदेश देखा। उसपर उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे। इसके बाद लालमन ने अशोक के खिलाफ लिखित शिकायत भी की। पैसा लेने की बात का जिक्र भी किया। शिकायत के बाद डीपीआरओ ने दोनों को निलंबित कर दिया है। इस बात की चर्चा पूरे विभाग में जोरों पर है।
फर्जीवाड़े की मिलती हैं शिकायतें
जिले में कई सफाईकर्मी काम कराने का ठीका लेकर साथी कर्मचारियों से धनउगाही करते हैं। इस बात की चर्चा विभाग में रहती है। कई बार पैसा लेने वालों के दबाव में पीडि़त शिकायत भी नहीं कर पाते हैं। सोमवार को यह मामला प्रकाश में आने के बाद डीपीआरओ की ओर से सभी को सख्त चेतावनी दी गई है। जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर का कहना है कि एक सफाई कर्मी के स्थानांतरण के नाम पर पैसा लेने और मेरा फर्जी हस्ताक्षर बनाने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत पर दोनों सफाई कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। यह काफी गंभीर मामला है। यदि कोई भी कर्मचारी इस तरह के मामलों में संलिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।