प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों ने किया मनरेगा में मजदूरी, ग्रामीणों के साथ देखी फिल्म
सिद्धार्थनगर जिले में प्रशिक्षण के लिए आए आइएएस अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ पूरा दिन गुजारा। वे पांच गांवों के पंचायत भवन में छह-छह की संख्या में ठहरे हुए हैं। प्राशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। देश के विभिन्न क्षेत्र से आए प्रशिक्षु यहां की संस्कृति को जान रहे हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सिद्धार्थनगर जिले में प्रशिक्षण के लिए आए आइएएस अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ पूरा दिन गुजारा। वे पांच गांवों के पंचायत भवन में छह-छह की संख्या में ठहरे हुए हैं। प्राशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। देश के विभिन्न क्षेत्र से आए प्रशिक्षु यहां की संस्कृति को जान रहे हैं। ग्रामीणों के साथ इनका पूरा दिन गुजर रहा है। डुमरियागंज ब्लाक के ग्राम पंचायत भटंगवा में प्रवास कर रहे प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों ने मनरेगा मजदूरों के साथ काम किया। इनकी परेशानियों को जाना और समझा।
ग्रामीणों के साथ देखी टायलेट एक प्रेम कथा
वहीं बढ़नी ब्लाक के धनौरा बुजुर्ग गांव में ग्रामीणों ने प्रशिक्षु आइएएस के साथ टायलेट-एक प्रेम कथा फिल्म देखी। इन्हें जीवन में स्वच्छता का महत्व बताया। खुले में शौच नहीं करने का सभी ने संकल्प लिया। एसओ ढेबरुआ ब्रम्हा गौड़ ने गांव में पिक्चर देखने की व्यवस्था की।
धनौरा बुजुर्ग गांव में की नालियों व सड़क की सफाई
धनौरा बुजुर्ग गांव में प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने गांव की गली व सड़क की सफाई की। झाडू व फावड़ा से गंदगी साफ की। ग्रुप कमांडर एलेक्स अब्राहम पीजे के नेतृत्व में विनोद कुमार मीणा, जाधव शुभम पांडुरंग, नारायण शर्मा वीएस, श्रीकांत राव मोडक, उगेन शेयरिंग ने सफाई अभियान चलाया। लोगों को शौच के लिए शौचालय का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
गंदगी से होने वाली बीमारियों के बारे में ग्रामीणों काे दी जानकारी
गंदगी से होने वाली बीमारियों की जानकारी दी। पानी उबालकर कर पीने के लिए कहा। प्रधान प्रतिनिधि अलीमुल्ला, दुखहरन, गोपाल यादव, सुनील यादव आदि मौजूद रहे। भटगवां ग्राम पंचायत में ग्रुप कमांडर मालिनी एस के नेतृत्व में देवावड़े केए, कार्तिक सुत्रिया, संदीप राजौरिया, सोनम वांगमो और तिरुपति राव ने मनरेगा से गांव में हो रहे चकरोड की पटाई में जाबकार्ड धारकों के साथ मिल कर काम किया।
जाब कार्ड धारकों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताया
कार्ड धारकों को बताया कि सरकार ने इस योजना को इस लिए ग्राम पंचायतों में प्रभावी किया कि गांव के मजदूर गांव में ही रोजगार प्राप्त करें। उन्हें मजदूरी के लिए शहरों का रुख नहीं करना पड़े। इस योजना का लाभ गरीब श्रमिकों को मिल रहा है। ग्राम प्रधान विष्णु श्रीवास्तव, ग्राम सचिव, रोजगार सेवक आदि मौजूद रहे।