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Top Gorakhpur News Of The Day, 09 May 2020: Coronavirus: गोरखपुर में एक और बस्ती में छह नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले Gorakhpur News

गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना वायरस लाकडाउन एवं प्रशासन की व्‍यवस्‍था से संबंधित खबरों की तुरंत जानकारी के लिए कृपया जागरण डाट काम की खबरें पढ़े।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 09 May 2020 08:00 PM (IST)Updated: Sat, 09 May 2020 08:00 PM (IST)
Top Gorakhpur News Of The Day, 09 May 2020: Coronavirus: गोरखपुर में एक और बस्ती में छह नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोनावायरस के संक्रमण में आने वाली की संख्‍या बढ़ती जा रही है। शनिवार को जहां बस्‍ती जनपद में कोरोना से संक्रमित छह मरीज मिले हैं, वहीं गोरखपुर में भी एक मरीज कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। बस्‍ती में जहां कोरोना मरीजो को संख्या हुई 41 हो गईं है। वहीं गोरखपुर में यह संख्‍या चार पहुंच गई है। पिछले चार दिनों से फ्रैक्चर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। यह संयोग ही है कि चार दिन पहले ही शराब की दुकानें भी खुलनी शुरू हुईं। जिला अस्पताल में 28 व मेडिकल कॉलेज में 48 लोग इन चार दिनों में हड्डी टूटने की समस्या को लेकर आए। इसमें एक मरीज गोली कांड का भी है। शाहपुर पुलिस ने रात में वाहन चेकिंग के दौरान एक बदमाश को गिरफ्तार किया। उसके दो साथी चकमा देकर फरार हो गए। पकड़े गए बदमाश की निशानदेही पर चोरी की एक बाइक और स्कूटी बरामद हुई है। पूछताछ में उसने कबूल किया है कि अभी चंद रोज पहले वह जेल से छूटा है। दो-चार दिन घर पर बैठे रहा। उसके बाद वाहन चोरी करने लगा। उसने कहा चोरी करने की आदत छूट नहीं रही है। इसलिए चोरी करते हैं। वैसे तो उपयोगिता की वजह से स्मार्ट फोन हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा पहले ही बन गए थे पर लॉकडाउन ने इसे लेकर रही-सही कसर भी पूरी कर दी है। घर में रहने की वजह से फोन पर बने रहने की अवधि पहले से काफी बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने की लालच इसकी प्रमुख वजह है। टीवी और कंप्यूटर भी खाली वक्त में उनका पूरा साथ दे रहे हैं। इधर ऑनलाइन क्लास की वजह से बच्चे भी स्मार्ट फोन और कंप्यूटर पर पर्याप्त वक्त दे रहे हैं। इसलिए यह आखों पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। गीडा क्षेत्र के उत्तरी कोलिया गांव में शुक्रवार की रात में घर में घुसे एक सिपाही को ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़ लिया। उसे पेड़ में बांधकर जमकर पीटा। ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सिपाही को मुक्‍त कराया।  

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गोरखपुर में एक और बस्ती में छह नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले

कोरोनावायरस के संक्रमण में आने वाली की संख्‍या बढ़ती जा रही है। शनिवार को जहां बस्‍ती जनपद में कोरोना से संक्रमित छह मरीज मिले हैं, वहीं गोरखपुर में भी एक मरीज कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। बस्‍ती में जहां कोरोना मरीजो को संख्या हुई 41 हो गईं है। वहीं गोरखपुर में यह संख्‍या चार पहुंच गई है। बस्‍ती जिले में कुल 35 संक्रमित थे, इसमें से 22 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। शनिवार को छह और मरीजों के कोरोना संक्रमित होने के बाद बस्‍ती में संख्‍या बढ़ गई है। यहां पर सबसे पहले कोरोना से एक युवक की मौत हो चुकी है। बस्‍ती के डीएम आशुतोष निरंजन ने छह नए कोरोना पॉजीटिव पाए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण में हैं। जनता को घबराने की जरूरत नही है। संक्रमित नए मरीजो में दो पहले से ही मेडिकल कॉलेज बस्ती में क्वारंटाइन है। अन्य मरीज जिले के चार अलग-अलग स्कूलों में क्‍वारंटीन थे। शनिवार को सभी छह नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लेवल वन अस्पताल मुंडेरवा में शिफ्ट कर दिया गया है।

इधर गोरखपुर के बेलीपार थाना क्षेत्र के भरवालिया गांव निवासी 23 वर्षीय एक युवक की कोरोना संक्रमण जांच रिपोर्ट शनिवार को  पॉजिटिव आ गई है। अब गोरखपुर में कोरोना संक्रमितों की संख्या चार हो गई है। यह युवक मुंबई में पेंट पालिश का काम करता था। भरवलिया का यह युवक पांच मई को मुंबई से आया था। इसे डेंटल कालेज, गीडा में क्वारंटाइन कराया गया था। युवक के परिवार के पांच लोगों को पहले ही गांव के प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटाइन कराया गया था, अब उन्हें टीबी अस्पताल भेजा गया है। संक्रमित युवक को मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है। सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि की है।

उधर कुशीनगर जिले में मिले कोरोना के दोनों मरीजों की दोबारा भेजी गयी रिपोर्ट निगेटिव आई है। मंगलवार को जिले के हाटा तहसील के बेलवनिया में कानपुर से आई एक छात्रा और पटहेरवा थाना क्षेत्र के गांव बलुआ तकिया निवासी पश्चिम बंगाल से आए 24 वर्षीय युवक की जांच में रिपोर्ट कोरोना पाजीटिव थी। दोरो संक्रमितों को क्वारंटाइन सेंटर से मेडिकल कालेज भेज दिया गया था। वहां से मिली पहली रिपोर्ट अस्पष्ट रहने पर दोबारा नमूना लेकर भेजा गया। इसमें छात्रा कोरोना पाजिटिव मिली, पर गुरुवार देर रात मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई हैैै।

       

मदिरा की दुकान खुलने के बाद से फ्रैक्चर के मरीज बढ़े

पिछले चार दिनों से फ्रैक्चर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। यह संयोग ही है कि चार दिन पहले ही शराब की दुकानें भी खुलनी शुरू हुईं। जिला अस्पताल में 28 व मेडिकल कॉलेज में 48 लोग इन चार दिनों में हड्डी टूटने की समस्या को लेकर आए। इसमें एक मरीज गोली कांड का भी है।

इसके पूर्व आर्थो ओपीडी लगभग खाली थी। वार्ड भी पूरी तरह खाली हो गए थे। 40 दिन में पुराने मरीज डिस्चार्ज हो गए थे। नए आए नहीं। पुराने मरीज फोन पर डॉक्टर से परामर्श ले रहे थे। केवल सात मई को जिला अस्पताल में 17 लोग फ्रैक्चर की समस्या को लेकर आए। इनमें कोई मोटरसाइकिल से गिर गया तो तख्ते से। कोई सीढिय़ां उतरने में फिसल गया तो कोई बाथरूम में अपने को संभाल नहीं पाया। किसी का हाथ टूटा है तो किसी का पैर और किसी का कूल्हा सरक गया है। पहले लॉकडाउन में तो आर्थो की ओपीडी बंद थी, केवल इमरजेंसी सेवा चालू थी। दूसरे लॉकडाउन से आर्थो की ओपीडी भी शुरू कर दी गई लेकिन मरीज नहीं आ रहे थे। अब मरीज आ रहे हैं। इनकी संख्‍या बढ़ने लगी है। इस संबंध में पूछने पर तमाम लोग लाकडाउन में शराब की दुकानें खुलने के बाद से दुर्घटनाएं/ घटनाओं को जोड़कर देख रहे हैं। लोगों का कहना है कि अभी तक अस्‍पताल में एक भी मरीज नहीं थे। आखिर ऐसी क्‍या बात है कि शराब की दुकानें खुलने के बाद से ही दुर्घटनाओं के शिकार लोग अस्‍पताल पहुंचने लगे हैं। बहरहाल, जो भी हो, दुर्घटनाओं के मरीजों की संख्‍या बढ़ रही है। जिला अस्‍पताल के आर्थो सर्जन डा. राकेश कुमार का कहना है कि इधर चार दिनों से फ्रैक्चर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। उनका इलाज कर, प्लास्टर चढ़ाकर घर भेज दिया गया। जिन्हें ऑपरेशन की जरूरत है, उन्हें लॉकडाउन के बाद बुलाया गया है।

जेल से छूटा बदमाश फिर गिरफ्तार, बोला-क्‍या करें साहब, नहीं छूट रही वाहन चोरी की आदत

शाहपुर पुलिस ने रात में वाहन चेकिंग के दौरान एक बदमाश को गिरफ्तार किया। उसके दो साथी चकमा देकर फरार हो गए। पकड़े गए बदमाश की निशानदेही पर चोरी की एक बाइक और स्कूटी बरामद हुई है। पुलिस ने जब हंस कुमार सिंह से पूछताछ की तो चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया। जांच में पता चला कि हंस कुमार सिंह चोरी के आरोप में जेल गया था, कुछ दिन पहले अंतरिम जमानत पर छूटा था। उसके बाद फिर चोरी करने लगा। उसके पास से बरामद बाइक और स्कूटी कोतवाली इलाके से चोरी हुई थी। तभी से पुलिस तलाश रही थी। सीओ गोरखनाथ प्रवीण सिंह ने बताया कि रात में शाहपुर थाना प्रभारी सुधीर सिंह श्रीराम चौराहे पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। इतने में मुखबिर से सूचना मिली कि शहर में चोरी करने वाले बदमाश श्रीराम चौराहे के पास मौजूद हैं। पुलिस टीम के घेराबंदी करने पर दो बदमाश फरार हो गए। एक को पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में उसकी पहचान पादरी बाजार के बधिक टोला निवासी हंस कुमार सिंह के रूप में हुई। पकड़ा गया बदमाश शातिर चोर है उसकी निशानदेही पर चोरी की एक बाइक और एक स्कूटी बरामद हुई। चोरी के दोनों मामले में कोतवाली थाने में दर्ज है। बदमाश ने बताया कि फरार हुआ एक साथी श्रवण ङ्क्षसह बधिक टोला का रहने वाला है। दूसरे का नाम मंतोष ठाकुर है जो जटेपुर  उत्तरी में रहता है।

लगातार स्क्रीन देखने से बिगड़ रही आंखों की सेहत

वैसे तो उपयोगिता की वजह से स्मार्ट फोन हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा पहले ही बन गए थे पर लॉकडाउन ने इसे लेकर रही-सही कसर भी पूरी कर दी है। घर में रहने की वजह से फोन पर बने रहने की अवधि पहले से काफी बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने की लालच इसकी प्रमुख वजह है। टीवी और कंप्यूटर भी खाली वक्त में उनका पूरा साथ दे रहे हैं। इधर ऑनलाइन क्लास की वजह से बच्चे भी स्मार्ट फोन और कंप्यूटर पर पर्याप्त वक्त दे रहे हैं। लगातार स्क्रीन देखने के कारण आंखों की सेहत बिगड़ रही है, इसपर कम ही लोगों का ध्यान है। चिकित्सकों की मानें तो इसे लेकर शिकायतों का सिलसिला शुरू हो गया है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग के प्रो. रामयश यादव के मुताबिक हर दिन उनके पास आंख के ऐसे रोगियों का फोन आने लगे हैं। ज्यादातर लोगों की दिक्कत की वजह स्मार्ट फोन का ज्यादा इस्तेमाल है। कई अभिभावकों ने अपने बच्चों की दिक्कत को लेकर भी फोन किया है। सबको फोन पर ही सलाह दी जा रही है। इसमें सतर्कता की विशेष जरूरत है। समय रहते इसे लेकर सतर्कता नहीं बरती गई तो आने वाले समय में आंख के मरीजों का प्रतिशत काफी बढ़ जाएगा।

स्क्रीन से निकलने वाली लाइट सीधे रेटिना को प्रभावित करती है, जिससे देखने की क्षमता घटने लगती हैं और चश्मे का पॉवर बढऩे लगता है। लगातार इस्तेमाल से आंखें लाल हो जाती हैं। कई बार आंखों में सूजन भी जाती है। पलक झपकने से आंखों में नमी बनी रहती है। मोबाइल के इस्तेमाल के दौरान पलक झपकना कम होता है, नतीजतन आंखें सूख जाती हैं, उसमें खुजली और जलन होने लगती है। देर रात तक स्मार्ट फोन पर लगे रहने से नींद खराब होती है और इसका असर भी आंखों पर पड़ता है। आंखों के नीचे डार्क सर्कल बन जाता है। स्क्रीन और आंखों के बीच कायम रखें कम से एक से डेढ़ फीट की दूरी रखें। हर 20 मिनट के इस्तेमाल के बाद दें 20 सेकेंड का दें ब्रेक। इस दौरान कम से कम 20 मीटर की दूरी तक नजर दौड़ाएं। स्क्रीन की ब्राइटनेश कम करके करें फोन या कंप्यूटर का इस्तेमाल। अंधेरे कमरे में न देखें स्मार्ट फोन या कंप्यूटर की स्क्रीन

आपत्तिजनक हालत में सिपाही को गांववालों ने पकड़ा, पेड़ में बांधकर पीटा

गीडा क्षेत्र के उत्तरी कोलिया गांव में शुक्रवार की रात में घर में घुसे एक सिपाही को ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़ लिया। उसे पेड़ में बांधकर जमकर पीटा। ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सिपाही को मुक्‍त कराया। बताया जा रहा है कि नौसढ़ चौकी पर तैनाती के दौरान से ही सिपाही कोलिया गांव में रहने वाली एक महिला के घर आता-जाता रहा है। वह वसूली करने में भी आगे है। यही कारण है कि वसूली के मामले में मार्च में एसएसपी ने उसे निलंबित कर दिया था। बाद में वह बहाल हो गया। शुक्रवार की शाम छह बजे के करीब सिपाही बाइक से महिला के घर पहुंचा। महिला का पति बाहर रहता है। रात में करीब साढ़े आठ बजे के करीब महिला के देवर ने सिपाही को देखा। वह घर के कमरे में महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में था। महिला का देवर काफी दिनों से सिपाही को रंगेहाथ पकड़ने की तैयारी में लगा हुआ था। जब उसने महिला के साथ कमरे में देखा तो वह कमरे के पास पहुंचा और बाहर से कमरा बंद कर दिया। उसके बाद उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। उसके शोर पर गांव के लोग मौके पर जुट गए। उसने सभी को पूरी जानकारी दी। उसके बाद गांव के लोगों ने कमरा खोला। कमरा खोलने पर ग्रामीणों ने देखा कि सिपाही चारपाई के नीचे छिपा है। ग्रामीणों ने सिपाही को पकड़कर चारपाई के नीचे से बाहर निकाला। बाहर आने के बाद सिपाही को पेड़ से बांध दिया। फिर सभी ने पिटाई शुरू कर दी। सूचना मिलने पर पहुंचे ग्राम प्रधान राजेन्द्र निषाद ने नौसढ़ चौकी प्रभारी को बताया। रात में करीब साढ़े दस बजे पुलिस पहुंची। पुलिस ने पेड़ से बांधे गए सिपाही को मुक्‍त कराया। उसके बाद महिला के साथ उसे थाने ले जाया गया। बताया जा रहा है कि एक विवाद के दौरान सिपाही का महिला के घर आना-जाना शुरू हुआ था। वसूली के आरोप में 23 मार्च को एसएसपी ने सिपाही को निलंबित कर दिया था। बाद में बहाल कर दिया गया। वर्तमान में उसकी पुलिस लाइन में ही तैनाती है। सीओ कैंपियरगंज दिनेश सिंह ने बताया कि सिपाही को पेड़ से बांधकर पीटने वाले लोगों पर कार्रवाई होगी।


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