Top Gorakhpur News Of The Day, 01 May 2020: LIVE Coronaviras Gorakhpur Updates: संतकबीर नगर में कोरोना के चार नए मरीज मिले- देवरिया, सिद्धार्थ नगर तक पहुंचा संक्रमण
गोरखपुर-बस्ती मंडल में कोरोना वायरस लाकडाउन और क्वारंटाइन के बारे में ताजा जानकारी के लिए पढ़ते रहें जागरण डाट काम की खबरें। अपडेट रहने के लिए कृपया बने रहें हमारे साथ।
गोरखपुर, जेएनएन। संतकबीर नगर में चार और कोरोना पाजिटिव मिले है अब इन मरीजो की संख्या जिले में 25 हो गई है। कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या से प्रशासन में हडकंप मच गया है। कोरोना संक्रमण का असर देवरिया और सिद्धार्थनगर जिले तक पहुंच गया है। यह दोनो जिले अभी तक संक्रमण मुक्त थे। देवरिया में एक और सिद्धार्थनगर में कोरोना के दो मरीज मिले हैं। बीते 24 घंटे में गोरखपुर-बस्ती मंडल में आठ नए कोरोना संक्रमित मिलने गोरखपुर-बस्ती मंडल का क्षेत्र काफी संवेदनशील हो गया है। जनपद में आए दूसरे कोरोना केस ने पुलिस-प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ग्रीन जोन का दर्जा खो चुका गोरखपुर अब दोबारा से उसे पाने के लिए जिद्दोजहद कर रहा है। इसी को लेकर प्रशासन ने बार्डर एरिया में सख्ती काफी बढ़ा दी है। बार्डर पर सख्ती बढ़ाए जाने के साथ ही सरकारी कर्मचारियों के भी बार्डर पार करने पर रोक लगा दी गई है। हैदराबाद और नोएडा से लौट रहे 191 युवकों को गीडा क्षेत्र के नौसढ़ में और खोराबार कस्बे में रोक कर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। युवकों को भोजन कराने के बाद घर पहुंचकर 14 दिन तक क्वारंटाइन रहने की हिदायत देकर गंतव्य के लिए रवाना किया गया। गुरुवार रात नौ बजे के बाद अचानक वातावरण में धुंध छा गई। घरों में रह रहे लोगों ने धुएं जैसा महसूस किया। अचानक मौसम में आए इस बदलाव ने सबको परेशान कर दिया। इस धुंध का कारण जानने के लिए लोग एक-दूसरे को फोन करने लगे। विशेषज्ञ इसे वाष्पन एवं संघनन से पैदा हुई स्थिति मान रहे हैं।
संतकबीर नगर में कोरोना के चार नए मरीज मिले
संतकबीर नगर में चार और कोरोना पाजिटिव मिले है अब इन मरीजो की संख्या जिले में 25 हो गई है। कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या से प्रशासन में हडकंप मच गया है।
मेहदावल तहसील क्षेत्र के निधुरी गांव के 25 वर्षीय सराजुद्दीन व इसी गांव के 42 वर्षीय औरंगजीत महाराष्ट्र से ट्रक से चलकर 28 अप्रैल को जिला अस्पताल पहुंचे थे। चिकित्साको ने जांच के बाद दोनों को जिला अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवा दिया था। दोनों का नमूना 29 अप्रैल को गोरखुपुर मेडिकल कालेज में जांच के लिए भेजा था। शुक्रवार को दोनों युवकों का रिपोर्ट पाजिटिव आया। जिला सर्विसलांस अधिकारी डा एके सिन्हा ने बताया कि दोनो पाजिटिव मरीजों को सीएचसी खलीलाबाद में बने कोरोना अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। इसके अलावा दो अन्य मरीजों के भी मिलने की सूचना है।
कोरोना का नया गढ़ बना UP का यह क्षेत्र, 24 घंटे में मिले आठ नए केस
बीते 24 घंटे में गोरखपुर-बस्ती मंडल में आठ नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। गुरुवार को देर रात आयी रिपोर्ट में बस्ती व देवरिया में एक-एक, सिद्धार्थनगर में दो व संत कबीर नगर के चार नमूनों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
बस्ती में एक और कोरोना संक्रमित की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया। जनपद के हर्रैया में क्वारंटाइन किया गया संतकबीरनगर जिले का युवक जांच में कोरोना का पॉजिटिव पाया गया है। इसी के साथ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पीड़ित 22 अप्रैल को मुंबई से लौटा था। उसे हर्रैया में ही रोक लिया गया था। प्रशासन ने उसे सावित्री देवी स्मारक इंटर कालेज हर्रैया में क्वारंटाइन करवा दिया था। 28 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके थ्रोट स्वाब को लेकर जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर भेजा था। गुरुवार देर रात मिली रिपोर्ट में 20 साल के युवक निवासी ककरहवा थाना दुधारा विकास खंड सेमरियावां जनपद संतकबीरनगर में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद प्रशासन में खलबली मच गई। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित को हर्रैया से लेवल-वन अस्पताल सीएचसी मुंडेरवा में शिफ्ट कर दिया गया है। पीड़ित जिस कमरे में था, उसके साथ 13 अन्य लोग क्वारंटाइन थे, उन्हें महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज भेजकर क्वारंटाइन कर दिया गया है। उन्हें अलग रखा गया है। जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। बताया कि एक्टिव केस अब 10 है। 24 मरीजों में से एक की मौत गई है। 13 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
मेहदावल तहसील क्षेत्र के निधुरी गांव के 25 वर्षीय सराजुद्दीन व इसी गांव के 42 वर्षीय औरंगजीत महाराष्ट्र से ट्रक से चलकर 28 अप्रैल को जिला अस्पताल पहुंचे थे। चिकित्साको ने जांच के बाद दोनों को जिला अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवा दिया था। दोनों के स्वाब का नमूना 29 अप्रैल को गोरखुपुर मेडिकल कालेज में जांच के लिए भेजा था। शुक्रवार को दोनों युवकों का रिपोर्ट पाजिटिव आया। जिला सर्विसलांस अधिकारी डा एके सिन्हा ने बताया कि दोनो पाजिटिव मरीजों को सीएचसी खलीलाबाद में बने कोरोना अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। इसके अलावा दो अन्य मरीजों में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
सिद्धार्थनगर व देवरिया में पहली बार कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सिद्धार्थनगर जिले के सदर तहसील और बांसी तहसील क्षेत्र में क्वारंटाइन दो युवक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एक युवक सदर के गंगा पब्लिक स्कूल में है, जो चार दिन पहले कानपुर से आया था। दूसरा बंसी के महामाया आईटीआई संस्थान में दो दिन से है, जो मुंबई से आया था। दोनों के पॉजिटिव होने की पुष्टि सीएमओ डॉ सीमा राय ने की है।
देवरिया जिले के रामपुर कारखाना क्षेत्र के एक गांव में एक 45 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉज़िटिव पाया गया है।वह एक दिन पहले मुंबई से आया था। उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। यह जानकारी सीएमओ डॉ आलोक पांडेय ने दी है। उन्होंने बताया कि गांव में टीम भेजी गई है। बस्ती के हरैया के एक 20 वर्षीय युवक का नमूना भी पॉजिटिव आया है।
गोरखपुर से बाहर अब सरकारी कर्मचारी भी नहीं जा सकते
गोरखपुर जनपद में आए दूसरे कोरोना केस ने पुलिस-प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ग्रीन जोन का दर्जा खो चुका गोरखपुर अब दोबारा से उसे पाने के लिए जिद्दोजहद कर रहा है। इसी को लेकर प्रशासन ने बार्डर एरिया में सख्ती काफी बढ़ा दी है। बार्डर पर सख्ती बढ़ाए जाने के साथ ही सरकारी कर्मचारियों के भी बार्डर पार करने पर रोक लगा दी गई है।
कर्मचारी जहां तैनात हैं, उन्हेंं उसी जिले में रहना होगा। वह न गोरखपुर से आ सकेंगे और न ही गोरखपुर से बाहर के जिलों में जा सकेंगे। ऐसे में जो जहां नौकरी कर रहा है, उसे वहीं रहने की हिदायत दी गई है। इसके साथ ही दिल्ली या किसी अन्य जगह से आने वाली एंबुलेंस के चालकों को भी गोरखपुर में क्वारंटाइन किया जाएगा। उन्हेंं वापस जाने की अनुमति नहीं होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि बार्डर पार आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। गंभीर मरीजों को सीएमओ के अनुमति के बाद ही अस्पताल भेजे जाएंगे। एंबुलेंस में आने वाला मरीज सीधे अपने गांव नहीं जा सकेगा। पहले उसे अस्पताल भेजा जाएगा। कोरोना जांच के बाद अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो ही वह गांव में प्रवेश कर पाएगा।
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि किसी भी सूरत में सीमा के अंदर किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि पास को लेकर भी नियम काफी सख्त कर दिए गए हैं। रेड जोन के क्षेत्रों में पास नहीं जारी किया जाएंगे। किसी को बहुत इमरजेंसी है या गोरखपुर अस्पताल से बाहर के लिए रेफर किया गया है तो उसपर विचार किया जा सकता है। अन्यथा किसी भी सूरत में किसी को गोरखपुर से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।
हैदराबाद व नोएडा से आए 191 युवकों का कराया गया स्वास्थ्य परीक्षण
हैदराबाद और नोएडा से लौट रहे 191 युवकों को गीडा क्षेत्र के नौसढ़ में और खोराबार कस्बे में रोक कर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। युवकों को भोजन कराने के बाद घर पहुंचकर 14 दिन तक क्वारंटाइन रहने की हिदायत देकर गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
इनमें से काफी युवक पैदल चलकर गोरखपुर पहुंचे थे। कुछ युवकों ने गिट्टी और सब्जी लाने वाले ट्रकों की मदद ली थी। नौसढ़ में इन युवकों को बस स्टेशन परिसर में रोक कर परीक्षण कराया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार राधेश्याम गुप्त, गीडा थाना प्रभारी दिलीप सिंह और नौसढ़ चौकी प्रभारी अभय नारायण सिंह मौजूद रहे। नौसढ़ में गोरखपुर के 82, महराजगंज के 68, देवरिया के तीन और कुशीनगर के 20 युवकों का परीक्षण कराया गया।
खोराबार में 18 युवकों का परीक्षण कराया गया। ये युवक भी हैदराबाद और नोएडा से लौट रहे थे। सभी युवक महराजगंज जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने गाड़ी का इंतजाम कर पिपराइच के रास्ते उन्हेंं कुशीनगर के लिए रवाना कर दिया। दिल्ली से आए कोरोना के दूसरे मरीज के मिलने पर प्रशासन ने सीमा पर पहरा बढ़ा दिया है। डीएम, एसएसपी सहित आला अफसरों ने कसरवल में बने बैरियर का औचक निरीक्षण किया। डीएम ने आदेश किया कि दूसरे जिले के ई-पास पर जनपद में प्रवेश नहीं दिया जाए। साथ ही एंबुलेंस से आए लोगों को बीआइटी में 14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जाए। किसी की तबियत ज्यादा खराब है तो पुलिस खुद उनको लेकर अस्पताल जाएगी।
कोरोना संकट के चलते दूसरे प्रदेशों से जनपद में आने वालों का सिलसिला थम नहीं रहा है। इसी के मद्देनजर डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन, एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता के नेतृत्व में अफसरों ने संत कबीरनगर की सीमा कसरवल में बने चेक पोस्ट का औचक निरीक्षण किया। इसके पहले अफसरों ने बीआइटी में बने क्वारंटाइन सेंटर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान सीएमओ डॉ. एसके तिवारी, एसपी नार्थ अरविंद पांडेय, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व एसडीएम अनुज मलिक, सीओ दिनेश ङ्क्षसह, तहसीलदार एलजी विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार अमित सिंह आदि मौजूद रहे।
जानें, आसमान में क्यों छाई थी धुंध
गुरुवार रात नौ बजे के बाद अचानक वातावरण में धुंध छा गई। घरों में रह रहे लोगों ने धुएं जैसा महसूस किया। अचानक मौसम में आए इस बदलाव ने सबको परेशान कर दिया। इस धुंध का कारण जानने के लिए लोग एक-दूसरे को फोन करने लगे। विशेषज्ञ इसे वाष्पन एवं संघनन से पैदा हुई स्थिति मान रहे हैं।
पर्यावरणविद एवं मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में सिविल इंजीनियनिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. गोविंद पांडेय का कहना है कि लॉकडाउन के कारण वातावरण के निचले स्तर में प्रदूषण लगभग समाप्त हो चुका है। दोपहर बाद हल्की बारिश के बाद धूप हो जाने से पानी वाष्पित होकर ऊपर चला गया। वातावरण के ऊपरी सतह में प्रदूषक गैसें अभी भी मौजूद हैं। नीचे का प्रदूषण कम होने से इस समय का तापमान भी हर साल की तुलना में काफी कम है। रात में तापमान और कम होने से संघनन होने लगा। ऊपर प्रदूषण होने के कारण दोनों सतहों के बीच में इंवर्जन लेयर (व्यूत्क्रम सतह) बन गया। प्रो. पांडेय के अनुसार जो भी गाडिय़ां इस समय चल रही हैं उनका धुंआ व घरों से निकला धुंआ ऊपर जाकर नमी में मिल गया, जिससे यह स्थिति पैदा हुई। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के अनुसार भी वाष्पन व संघनन ही इसका कारण है लेकिन धुंआ मिलने के पीछे वह कुछ और कारण मानते हैं। उन्होंने संभावना जताई कि पूरब दिशा में बड़े पैमाने पर पराली या कुछ और जलाया गया होगा। पुरुवा के कारण धुंआ वातावरण में फैल गया और नमी में मिलकर स्मॉग के रूप में फैल गया।
मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्से से लेकर तेलंगाना तक निम्न वायुदाब क्षेत्र बना हुआ है। उत्तरी बिहार से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक के ऊपरी वायुमंडल में चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र तैयार है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न वायुदाब क्षेत्र तेजी से बन रहा है, साथ ही उधर से आने वाली पुरवा हवाएं नमी को निरंतर पूर्वी उत्तर तक पहुंचा रही हैं।
यह परिस्थितियां बादल और बारिश के अनुकूल हैं। ऐसे में अगले चार-पांच दिन तक गोरखपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्से में बादलों के आने-जाने का सिलसिला जारी रहेगा। रह-रह कर गरज-चमक के बीच बारिश के आसार भी बने रहेंगे। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के मुताबिक ऐसी परिस्थिति में तापमान नियंत्रित रहेगा। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के इर्दगिर्द रहने की संभावना है। ऐसे में लोगों को बढ़ती गर्मी के प्रकोप से राहत मिलेगी।