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Top Gorakhpur News, 23 september 2020: Nepal News: बैकफुट पर आाई ओली सरकार, भाजपा अध्‍यक्ष गोरखपुर पहुंचे, रेल कर्मचारियों को अब ई पास

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By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 08:00 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 08:00 PM (IST)
Top Gorakhpur News, 23 september 2020: Nepal News: बैकफुट पर आाई ओली सरकार, भाजपा अध्‍यक्ष गोरखपुर पहुंचे, रेल कर्मचारियों को अब ई पास
नेपाल को भूभाग सीमा संबंधी र स्वाध्याय सामग्री नामक विवादित पुस्‍तक।

गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल के नए नक्शे को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए प्रकाशित पुस्तक के वितरण पर ओली सरकार ने रोक लगा दी है। विभिन्न मंत्रालयों द्वारा इस पुस्तक के तथ्यों पर आपत्ति जताई गई थी, जिसके बाद सरकार ने पुस्तक के वितरण पर रोक लगाने का निर्णय लिया। सरकार के निर्णय की जानकारी देते हुए ऊर्जा राज्यमंत्री वर्षमान पुन ने बताया कि पाठ्यचर्चा विकास केंद्र द्वारा प्रकााशित पुस्तक कूटनीतिक मापदंडों के अनुरूप नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्रदेव सिंह गोरखपुर पहुंच गए हैं। गोरखपुर सर्किट हाउस में त्रिस्‍तरीय पंचायत चुनाव को लेकर उन्‍होंने बैठक शुरू कर दी है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर में तैनात कर्मचारियों, उनके परिजनों तथा सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें भी पास के लिए विभाग का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। घर बैठे पास जारी हो जाएंगे।  रेलवे प्रशासन ने ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) में यह सुविधा उपलब्ध करा दी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने निर्देश दिया है कि नसबंदी की सेवा लाभार्थियों को कोरोना के एंटीजन विधि से जांच के बाद ही प्रदान की जाए। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि पुरुष नसबंदी सरल और सुरक्षित है, इसलिये योग्य लाभार्थी आगे आएं। कोरोना से मौत को समय से पोर्टल पर अपलोड न करने पर स्वास्थ्य विभाग ने पांच अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। इनमें बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज, पैनेशिया व रेलवे अस्पताल भी शामिल हैं।

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बैकफुट पर आाई ओली सरकार, विवादित पुस्तक के वितरण पर रोक

नेपाल के नए नक्शे को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए प्रकाशित पुस्तक के वितरण पर ओली सरकार ने रोक लगा दी है। विभिन्न मंत्रालयों द्वारा इस पुस्तक के तथ्यों पर आपत्ति जताई गई थी, जिसके बाद सरकार ने पुस्तक के वितरण पर रोक लगाने का निर्णय लिया। सरकार के निर्णय की जानकारी देते हुए ऊर्जा राज्यमंत्री वर्षमान पुन ने बताया कि पाठ्यचर्चा विकास केंद्र द्वारा प्रकााशित पुस्तक कूटनीतिक मापदंडों के अनुरूप नहीं है। नेपाल के विदेश मंत्रालय, भूमि प्रबंध मंत्रालय, सहकारिता और गरीबी उन्मूलन मंत्रालय ने पुस्तक में वर्णित विवरणों पर आपत्ति जताई है। इन मंत्रालयों के मुताबिक भारत-नेपाल, भारत-चीन व नेपाल की सीमा के अन्तर्गत घटित घटनाओं की तारीखों में त्रुटियां हैं। ऊर्जा राज्यमंत्री के मुताबिक नेपाल सरकार द्वारा जारी नक्शे में देश का कुल क्षेत्रफल 147183 वर्ग किमी था। लेकिन पुस्तक में शामिल नक्शे में यह क्षेत्रफल 147516 वर्ग किमी बताया गया है।

पाठ्यचर्या विकास केंद्र ने ''नेपाल को भूभाग सीमा संबंधी र स्वाध्याय सामग्री'' पुस्तक की 500 प्रतियां प्रकाशित की हैं। इसका अनावरण बीते दिनों शिक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री गिरिराज मणि पोखरेल ने किया था। पुस्तक में कालापानी, लिपियाधुरा व लिपुलेख समेत 542 किमी भारतीय भूभाग को नेपाल का बताया गया था। पाठ्यक्रम में इस पुस्तक को शामिल किए जाने का वहां के विपक्षी दलों समेत मधेशी नेताओं ने कड़ा विरोध किया था। इसके बाद नेपाल सरकार को बैकफुट पर आते हुए पुस्तक वितरण पर रोक लगाने का निर्णय लेना पड़ा। 

भाजपा अध्‍यक्ष गोरखपुर पहुंचे, पंचायत चुनाव को लेकर मंथन शुरू

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्रदेव सिंह गोरखपुर पहुंच गए हैं। गोरखपुर सर्किट हाउस में त्रिस्‍तरीय पंचायत चुनाव को लेकर उन्‍होंने बैठक शुरू कर दी है। इस बैठक को समन्‍वय समिति का नाम दिया गया है। समन्‍वय समिति की बैठक में जिलेवार पदाधिकारियों से चर्चा की जानी है। इसलिए सबसे पहले संतकबीर नगर जनपद के वरिष्‍ठ पदाधिकारियों के साथ बंद कमने में चर्चा चल रही है।

समन्वय समिति बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सबसे पहले पदाधिकारयों से परिचय संवाद शुरू किया। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार में कार्यकर्ताओं को जोड़ने के साथ -साथ बूथ स्तर को सशक्त बनाने पर जोर दिया। उन्‍होंने कहा कि बूथ ही पार्टी की रीढ़ है। सबसे पहले हमें अपने बूथों को मजबूत करने की जरूरत है। पूरी पार्टी उसी पर खड़ी रहती है। हमारे बूथ के कार्यकर्ता ही हमारे पहचान हैं। उन्‍होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने इतनी जन कल्‍याणकारी योजनाएं चला रखीं हैं कि आम जनता को उसकी जानकारी ही नहीं है। हमें उन्‍हीं कल्‍याणकारी योजनाओं के बारे में जनता को जानकारी देनी है।

रेल कर्मचारियों को जारी होंगे अब ई पास

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर में तैनात कर्मचारियों, उनके परिजनों तथा सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें भी पास के लिए विभाग का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। घर बैठे पास जारी हो जाएंगे।  रेलवे प्रशासन ने ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) में यह सुविधा उपलब्ध करा दी है। लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के कर्मचारियों को यह सुविधा पिछले माह से ही मिल रही है। फिलहाल, यह सुविधा अभी उन कर्मचारियों को ही मिलेगी, जिनकी सेवा संबंधी पूरा विवरण एचआरएमएस में दर्ज है। ई पास की सुविधा लेने के लिए कर्मचारियों को एचआरएमएस पर ही ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए रेलवे प्रशासन एचआरएमएस पर कर्मचारियों का विवरण जोरशोर से दर्ज करने में जुटा हुआ है। अधिकतर कर्मचारियों का विववरण दर्ज भी हो गया है। यह कार्य अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। एक नवंबर से पूर्वोत्तर रेलवे के सभी कर्मचारियों को इस सुविधा का लाभ मिलने लगेगा। ऐसे में 31 अक्टूबर तक एचआरएमएस पर ऑनलाइन के अलावा मैनुअल आवेदन पर भी पास बनाए जाएंगे। गोरखपुर मुख्यालय में 13 तथ पूर्वोत्तर रेलवे में कुल करीब 40 हजार कर्मचारी तैनात हैं। रेल कर्मचारी ई पास से ई टिकट भी बुक कर सकेंगे। इस सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने एचआरएमएस को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) के वेबसाइट से भी जोड़ दिया है। मैनुअल पास पर टिकट के लिए कर्मचारियों को आरक्षण काउंटर पर जाना पड़ता था। ई पास की व्यवस्था से कर्मचारियों को सहेज कर रखने से भी मुक्ति मिलेगी। गुम होने और फटने का डर भी समाप्त हो जाएग।

कोरोना जांच के बाद ही होगी नसबंदी, यहां पर हुई है व्‍यवस्‍था

कोरोना काल में परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी की सुविधा भी जिले में बहाल कर दी गई है। सितंबर महीने में कुल 22 निर्धारित सेवा दिवसों पर नसबंदी प्रस्तावित है। इसका आगाज 21 सितंबर से ही हो गया। पहले दिन कुल 39 महिलाओं ने नसबंदी कराई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने निर्देश दिया है कि नसबंदी की सेवा लाभार्थियों को कोरोना के एंटीजन विधि से जांच के बाद ही प्रदान की जाए। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि पुरुष नसबंदी सरल और सुरक्षित है, इसलिये योग्य लाभार्थी आगे आएं।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पिपराइच और जननी सूर्या क्लिनिक में प्रतिदिन मिनी लैप विधि और पुरुष नसबंदी, जिला महिला चिकित्सालय में प्रतिदिन महिला एवं पुरुष नसबंदी और प्रकाश सर्जिकल हॉस्पीटल में प्रतिदिन पुरुष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध है। इनके अलावा निर्धारित सेवा दिवस पर सीएचसी और पीएचसी पर भी नसबंदी की सुविधा कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रदान की जा रही है।

24 सितंबर को खजनी, पिपरौली, बांसगांव, उरूवा, बेलघाट, 25 सितंबर को सरदारनगर, ब्रह्मपुर, खोराबार, 28 सितंबर को गगहा, चरगांवा, 29 सितंबर को बड़हलगंज, पिपराइच और 30 सितंबर को जिला महिला अस्पताल में एफडीएस का आयोजन होगा। इस मौके पर आशा कार्यकर्ता और एएनएम नसबंदी के योग्य लाभार्थियों को इन इकाइयों तक लाएंगी। जंगल कौड़िया, भटहट, सहजनवां, पाली, पिपराईच और गोला में एक-एक एफडीएस का आयोजन कराया जा चुका है।

Coronavirus: पोर्टल पर मौतें अपलोड नहीं करने पर पांच अस्पतालों को नोटिस 

कोरोना से मौत को समय से पोर्टल पर अपलोड न करने पर स्वास्थ्य विभाग ने पांच अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। इनमें बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज, पैनेशिया व रेलवे अस्पताल भी शामिल हैं।

कोरोना का इलाज शुरू करने के साथ ही अस्पतालों को निर्देश दिया गया था कि प्रतिदिन होने वाली मौतें, भर्ती व स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या शासन के पोर्टल पर अपलोड करेंगे। इसके लिए प्रबंधन को यूजर आइडी और पासवर्ड भी दिए गए हैं। अस्पताल प्रबंधन मौतों की संख्या प्रतिदिन अपलोड नहीं कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि सोमवार को पोर्टल पर एक साथ 43 मौतें अपलोड हो गईं। सीएमओ डॉ.श्रीकांत तिवारी ने बताया कि अस्पतालों को अंतिम चेतावनी पत्र जारी किया गया है। भविष्य में लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।


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