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Top Gorakhpur News 20 October 2020: कोरोना संक्रमित लोगों को अब पुलिस कराएगी अस्‍पताल में भर्ती, अब महिला पुलिसकर्मी ही सुनेंगी महिलाओं की समस्या, लिखित करार पर ही खेतों में जाएगी कंबाइल मशीन

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By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 06:43 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 08:23 PM (IST)
Top Gorakhpur News 20 October 2020: कोरोना संक्रमित लोगों को अब पुलिस कराएगी अस्‍पताल में भर्ती, अब महिला पुलिसकर्मी ही सुनेंगी महिलाओं की समस्या, लिखित करार पर ही खेतों में जाएगी कंबाइल मशीन
कोरोना वायरस की जांच की प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। कोविड-19 से बीमार होने पर होम आइसोलेशन का निर्णय तभी लेना चाहिए जब संबंधित चिकित्सक और  रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) की सलाह हो। कुछ लोग तमाम परामर्श के बावजूद मनमाने तरीके से होम आइसोलेशन में रहना चाहते हैं। संज्ञान में आने पर ऐसे लोगों को पुलिस की सहायता से अस्पताल में भर्ती भी कराया जा रहा है। नारी सुरक्षा और सम्मान के लिए सरकार की ओर से शुरू किए गए मिशन शक्ति के तहत कुशीनगर के थानों में महिला हेल्प डेस्क बना दी गई है। अब महिला पुलिसकर्मी ही महिलाओं की फरियाद सुनेंगीं।  फसल अवशेष को जलाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने किसानों को समझाने के साथ ही सख्त रुख अख्तियार करने की भी तैयारी की है। फसल के अवशेष का प्रबंधन करने की जिम्मेदारी किसान और कंबाइन संचालक पर होगी। गले वर्ष मुकद्दस हज यात्रा पर जाने की सोच रहे लोगों के लिए बड़ी खबर है। उन्हें यात्रा से पहले अपनी आय का स्रोत बताना होगा। ऐसा नहीं करने पर न्यूनतम एक हजार और अधिकतम दस हजार रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है।

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Coronavirus:  संक्रमित लोगों को अब पुलिस कराएगी अस्‍पताल में भर्ती, मनमाने होम आइसोलेशन पर  रोक

  कोविड-19 से बीमार होने पर होम आइसोलेशन का निर्णय तभी लेना चाहिए जब संबंधित चिकित्सक और  रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) की सलाह हो। कुछ लोग तमाम परामर्श के बावजूद मनमाने तरीके से होम आइसोलेशन में रहना चाहते हैं। यह प्राणघातक हो सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने अपील की है कि जिले में कोरोना के निश्शुल्क इलाज के लिए 600 बेड की सुविधा उपलब्ध है। लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए। बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में उच्च चिकित्सा हेतु 500 बेड की सुविधा उपलब्ध है, वहीं टीबी अस्पताल में 90 बेड कोविड हेतु समर्पित हैं। जो लोग निजी व्यवस्था में इलाज करवाना चाहते हैं उनकी सहमति से उनके खर्चे पर निजी अस्पतालों में भी भर्ती की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। रेलवे अस्पताल में भी कोविड के लिए 25 बेड की सुविधा है। ऐसे में होम आइसोलेशन का विकल्प उन्हीं लोगों को चुनना चाहिए जो कि इसके योग्य हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 19 अक्टूबर तक जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना के कुल 3201 मरीज भर्ती करवाए गए। जिले में 13765 लोग होम आइसोलेशन में इलाज करवा चुके हैं। होम आइसोलेशन एक बेहतर विकल्प भी है लेकिन अति बुजुर्ग, गंभीर तौर पर बीमार लोगों के लिए यह घातक साबित हो सकता है। कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमें इन अवस्थाओं के बावजूद लोग अस्पताल नहीं जाना चाह रहे हैं। चिकित्सकों और आरआरटी के साथ लोग बहसबाजी भी कर रहे हैं और इनकार कर देते हैं। संज्ञान में आने पर ऐसे लोगों को पुलिस की सहायता से अस्पताल में भर्ती भी कराया जा रहा है, लेकिन यह हालात ठीक नहीं हैं। अगर कोई होम आइसोलेशन योग्य नहीं है तो उसे खुद अस्पताल में भर्ती होने हेतु पहल करनी चाहिए। ऐसे मरीजों के स्वजन को भी सहयोगात्मक रवैया अपनाना होगा।

अब महिला पुलिसकर्मी ही सुनेंगी महिलाओं की समस्या

नारी सुरक्षा और सम्मान के लिए सरकार की ओर से शुरू किए गए मिशन शक्ति के तहत कुशीनगर के थानों में महिला हेल्प डेस्क बना दी गई है। अब महिला पुलिसकर्मी ही महिलाओं की फरियाद सुनेंगीं। शासन की ओर से हर थाने में आगंतुक कक्ष और महिला हेल्प डेस्क शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए हर थाने में कम्प्यूटर, टेलीफोन, मोबाइल फोन व कैमरे से युक्त रिसेप्शन बनाने पर जोर दिया जा रहा है। यहां शिकायतकर्ता को लिखने के लिए कागज व कलम की व्यवस्था होगी। हर समय दो महिला सिपाही डेस्क पर तैनात रहेंगी, जो थाने पहुंची पीडि़त महिलाओं की सुन त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगी। महिला थाने को छोड़ अन्य थानों में अब तक महिला पीडि़तों की सुनवाई के लिए अलग व्यवस्था नहीं थी। इससे कई बार महिलाओं को पुरूष पुलिसकर्मी या अधिकारी के समक्ष अपनी बात रखने में असुविधा होती थी। समस्या लेकर थाने पहुंची महिलाओं को महिला हेल्प डेस्क प्रशिक्षित भी करेगा। ताकि जरूरत पडऩे पर वे अपना बचाव कर सकें। महिला हेल्प डेस्क कमरे में बिजली, पंखा और पीने के पानी का भी इंतजाम होगा। कम्प्यूटर पर शिकायतें दर्ज होंगी और टोकन नंबर मिलेगा। एक कर्मचारी फरियादी को पानी या चाय देगा। हर 15 दिन में सीओ व प्रतिदिन थाना प्रभारी समीक्षा करेंगे। कक्ष में अधिकारी, कर्मचारी के नाम व  नंबर लिखे होंगे। डिजिटल वालंटियरों के नाम व नंबर भी होंगे। टोकन नंबर के जरिये शिकायतकर्ता पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में आसानी से जानकारी कर सकेगा। एएसपी एपी सिंह का कहना है कि महिला थाना समेत सभी 18 थानों में महिला हेल्प डेस्क बना दिया गया है। महिला पीडि़तों की सुनवाई के लिए हर समय दो महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं। नारी सुरक्षा व सम्मान को लेकर जिले की पुलिस दिन-रात सजग व सक्रिय है।

पराली न जलाने की लिखिल करार पर ही खेतों में जाएगी कंबाइल मशीन, अन्‍यथा जेल

फसल अवशेष को जलाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने किसानों को समझाने के साथ ही सख्त रुख अख्तियार करने की भी तैयारी की है। फसल के अवशेष का प्रबंधन करने की जिम्मेदारी किसान और कंबाइन संचालक पर होगी। कंबाइन हार्वेस्टिंग के साथ स्ट्रा रीपर विथ बाइंडर का प्रयोग अनिवार्य रूप से करना होगा। ऐसा न करने वाले किसानों और कंबाइन संचालकों से भारी जुर्माना वसूलने के साथ ही साथ उनके विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज होगा। इसके चलते उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।दो एकड़ से कम जोत के किसानों को धान की फसल का अवशेष (पराली) जलाने पर 25 सौ रुपये तो दो एकड़ से लेकर पांच एकड़ तक की जोत के किसानों को 15 हजार रुपये जुर्माना अदा करना पड़ेगा। कृषि विभाग और तहसील के अधिकारी, कर्मचारी उनके विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कराएंगे। साथ ही स्ट्रा रीपर विथ बाइंडर या स्ट्रा रीपर के बगैर कटाई करने वाली कंबाइन मशीन को जब्त भी कर लिया जाएगा। किसानों की सुविधा के लिए प्रदेश सरकार ने कंबाइन हार्वेस्टर के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम, स्ट्रा रीपर, स्टारेक एवं बेलर न होने पर अन्य वैकल्पिक यन्त्र जैसे मल्चर, पैडी स्ट्रा चापर, श्रब मास्टर, रोटरी स्लेशर, रिवर्सिबल एमबी प्लाउ का प्रयोग करने की अनुमति दे दी है।

कंबाइन संचालन के लिए कृषि विभाग या जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। इस दौरान कंबाइन संचालक को फसल अवशेष का प्रबंधन करने का सक्षम अधिकारी को भरोसा दिलाना होगा। शपथ पत्र और अन्य दस्तावेजों के माध्यम से उन्हें विश्वास दिलाना होगा कि वह फसल अवशेष का प्रबंधन करेंगे। जिला कृषि रक्षा अधिकारी संजय यादव ने बताया कि फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण को तो गंभीर नुकसान पहुंचता ही है, इसका मृदा स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। मिट्टी के पोषक तत्वों की अत्यधिक क्षति एवं भौतिक स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होता है। इसकी वजह से उपज कम हो जाती है। साथ ही लाभदायक मित्र कीट जल कर मर जाते हैं।

हज पर जाने के लिए बताना होगा आय का स्रोत, रिटर्न न भरने पर लग सकता है जुर्माना

अगले वर्ष मुकद्दस हज यात्रा पर जाने की सोच रहे लोगों के लिए बड़ी खबर है। उन्हें यात्रा से पहले अपनी आय का स्रोत बताना होगा। ऐसा नहीं करने पर न्यूनतम एक हजार और अधिकतम दस हजार रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है। दो लाख रुपये से अधिक खर्च वाली धार्मिक यात्रा पर आयकर रिटर्न भरना जरूरी है। हज के लिए प्रति यात्रा 2.10 लाख से लेकर 2.42 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं। हर साल खर्च में पांच से दस फीसद की बढ़ोतरी भी होती है।

कोरोना की वजह से इस वर्ष हज यात्रा स्थिगत हो गई थी। अगले वर्ष के लिए आवेदन प्रक्रिया नवंबर से शुरू होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इस बार आवेदनों की संख्या बीते वर्ष के मुकाबले डेढ़ गुनी हो सकती है। लोग महीनों से आवेदन फार्म मिलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने एक नया निर्देश जारी किया है जिसके तहत हज पर जाने वालों को आमदनी का जरिया बताना होगा। हज पर जाने वाले लोगों को इनकम टैक्स रिटर्न भरना जरूरी होगा। रिटर्न भरने पर ही अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए क्लीयरेंस सर्टिफिकेट मिलेगा। इसके लिए चार्डर्ट एकाउंटेंट से मदद लेनी पड़ेगी। खादिमुल हुज्जाज कमेटी के सदस्य मो. शहाबुद्दीन ने बताया कि हज कमेटी आफ इंडिया ने वर्ष 2021 में हज पर जाने वालों को आय का स्रोत बताना जरूरी कर दिया है। वहीं लोग यात्रा कर सकेंगे जिनके पास चार्टर्ड अकाउंटेंट से तैयार किया हुआ सर्टिफिकेट होगा। लोगों को इस बारे में जानकारी दी जा रही है।

देवरिया सदर विधान सभा : चौदह प्रत्याशी चुनाव मैदान में, भाजपा से बागी अजय ने ठोंकी ताल

देवरिया सदर विधानसभा उपचुनाव में नाम वापसी के दिन सोमवार को किसी भी प्रत्याशी ने पर्चा वापस नहीं लिया। भाजपा, सपा, बसपा व कांग्रेस प्रत्याशियों समेत सभी चौदह प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया है। उधर विधायक रहे स्व.जन्मेजय सिंह के पुत्र अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू को मनाने की कोशिशें नाकाम रहीं। आखिरकार उन्होने नामांकन वापस नहीं लिया बल्कि चुनावी समर में भाजपा से बागी तेवर के साथ निर्दल प्रत्याशी के रूप में सियासी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। जो सभी दलों के लिए परेशानी बन सकते हैं। बागी तेवर लिए ङ्क्षपटू ने कहा कि अपने पिता के सपनों को साकार करने के लिए मैदान में आया हूं। चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ूंगा।

रिटर्निंग अफसर सौरभ सिंह ने बताया कि अभयनाथ त्रिपाठी-बसपा-हाथी, अशोक यादव-एनसीपी-घड़ी, ब्रह्माशंकर त्रिपाठी-समाजवादी पार्टी-साइकिल, मुकुंद भाष्कर मणि-कांग्रेस-हाथ का पंजा, डा.सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी उर्फ गुड्डू बाबू-भाजपा- कमल का फूल चुनाव चिह्न आवंटित किया गया। रजिस्ट्रीकृत राजनैतिक दलों के अभ्यर्थियों में पं.उमेश मणि त्रिपाठी-मनुवादी पार्टी-ट्रैक्टर चलाता किसान, ऋषिकेश-मौलिक अधिकार पार्टी-सिलाई मशीन, ओम प्रकाश चौरसिया-राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी-गैस सिलेंडर, भारतीय सर्वजन पार्टी-मुनीव-आदमी व पाल युक्त नौका, मोडरेट पार्टी-राजू-आटो रिक्शा चुनाव चिह्न आवंटित किया गया। निर्दल प्रत्याशी अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सिंह-बल्ला, अतिउल्लाह-क्रेन, राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा-गुब्बारा, सुधाकर-एयर कंडिशनर चुनाव चिह्न आवंटित किया गया।


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