ट्रेनों में सुरक्षा के लिए लागू टोकन सिस्टम की होगी समीक्षा Gorakhpur News
ट्रेन में सुरक्षा के लिए लागू टोकन सिस्टम की समीक्षा होगी। जिन ट्रेनों में जीआरपी सिपाहियों की ड्यूटी लगती है उनमें कई घटनाएं हो चुकी हैं। इससे एसपी रेलवे नाराज हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। ट्रेन में सुरक्षा के लिए लागू टोकन सिस्टम की समीक्षा होगी। जिन ट्रेनों में जीआरपी सिपाहियों की ड्यूटी लगती है, उनमें कई घटनाएं हो चुकी हैं। सिपाहियों के चौकन्ना होने के बाद भी घटना होने पर एसपी रेलवे नाराज हैं। समीक्षा में जो कमी उजागर होगी उसे दूर किया जाएगा। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई भी होगी।
अपराध में आई 40 फीसद की गिरावट
सिपाहियों के ड्यूटी छोड़कर घर चले जाने की शिकायत पर एसपी रेलवे गोरखपुर पुष्पांजलि देवी ने 10 नवंबर 2018 को टोकन प्रणाली शुरू की थी। इसके तहत ट्रेन में एस्कोर्ट ड्यूटी कर रहे सिपाही को अलग-अलग स्टेशन पर प्लेटफार्म ड्यूटी कर रहे सिपाही से टोकन की अदला-बदली करने की व्यवस्था की गई। इसके बाद ड्यूटी पर मुस्तैद रहना सिपाहियों की मजबूरी बन गई। फरवरी 2019 में एसपी रेलवे ने अपराध की समीक्षा की, जिसमें पाया गया कि फोर्स मौजूदगी से ट्रेनों में चोरी व जहरखुरानी जैसे अपराध में 40 फीसद की गिरावट आई है।
चुनाव के समय ठप हो गई थी यह व्यवस्था
मार्च में 70 फीसद दारोगा व सिपाही के चुनाव ड्यूटी में चले जाने से ट्रेनों में एस्कोर्ट बंद हो गई थी। चुनाव बाद फोर्स लौटने पर थानेदार टोकन प्रणाली के जरिए ट्रेनों में सिपाहियों की एस्कार्ट ड्यूटी लगा रहे हैं, लेकिन यह व्यवस्था पहले की तरह प्रभावी नहीं रह गई है। इसी को लेकर एसपी रेलवे ने इस पूरी व्यवस्था की समीक्षा करने का फैसला किया है।
मिली थी कई शिकायतें
गोरखपुर की एसपी (रेलवे) पुष्पांजलि देवी ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात सिपाहियों के ट्रेनों में न पहुंचने की शिकायत पर टोकन प्रणाली लागू की गई थी। ट्रेन की सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों को प्लेटफार्म पर तैनात पुलिस कर्मियों से टोकन की अदला-बदली करने का नियम है। इस व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा होगी।