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दुष्‍कर्म के आरोपित के पक्ष में बयान देने के लिए दारोगा ने युवती को सात दिन तक कमरे में बंद रखा Gorakhpur News

दुष्‍कर्म पीड़ित युवती ने दारोगा पर आरोप लगाया कि दारोगा ने उसे सात दिनों तक एक कमरे में बंद रखा। इस दौरान आरोपितों के पक्ष में बयान दिलवाने का दबाव बनाया। आरोपितों के पक्ष में बयान न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 08:05 AM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 04:26 PM (IST)
दुष्‍कर्म के आरोपित के पक्ष में बयान देने के लिए दारोगा ने युवती को सात दिन तक कमरे में बंद रखा Gorakhpur News
दारोगा ने दुष्‍कर्म पीडि़त एक युवती को सात दिन तक एक कमरे में बंधक बनाए रखा। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। दुष्‍कर्म के आरोपित के पक्ष बयान देने के लिए एक दारोगा ने दुष्‍कर्म पीडि़त को ही बंधक बना लिया। दारोगा ने पीडि़त युवती को शहर के एक निजी मकान के एक कमरे में सात दिन तक युवती को बंधक बनाए रखा। मामला संतककबीर नगर जिले के खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र का है। पीड़ित युवती ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। युवती ने दारोगा पर आरोप लगाया कि वह आराेपितों से मिले हैं। सात दिनों तक उसे एक कमरे में बंद किए रहे। इस दौरान आरोपितों के पक्ष में बयान दिलवाने का दबाव बनाया। आरोपितों के पक्ष में बयान न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।

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यह है मामला

एसपी के दिए अपने प्रार्थना पत्र में लड़की ने कहा है कि वह 17 वर्ष की है। गोरखपुर जनपद के सहजनवां थाना क्षेत्र के ओड़वलिया निवासी तस्लीम पुत्र तौफिक ने कुछ दिन पूर्व उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपित ने कहा कि वह उससे शादी करेगा। बाद में उसने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इसकी शिकायत जब पुलिस से की तो आरोपित समेत तीन के खिलाफ दुष्कर्म के साथ अन्य गंभीर धाराओं में खलीलाबाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ। जांच इंडस्ट्रियल एरिया के चौकी प्रभारी उदयभान मिश्र को मिली। लड़की ने कहा कि दारोगा ने बिना किसी महिला सिपाही के एक दिन उसके घर पर पहुंचे और उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर घटनास्थल पर ले गए और फ‍िर देर शाम को वह घर छोड़ा। दूसरे दिन भी वह उसके घर पहुंचे और माता-पिता की मर्जी के खिलाफ उसे लेकर अपने चौकी पर पहुंचे, जहां आरोपित बैठा था। यहां दारोगा ने आरोपित के पक्ष में बयान देने का दबाव बनाया। विरोध करने पर वह धमकी पर उतर आए। बाद में कोतवाली ले गए और एक महिला सिपाही के साथ उसे लेकर शहर के एक कमरे में बंद कर दिया। सात दिन तक उसे कमरे में रखा गया और आरोपित के पक्ष में बयान देने का दबाव बनाया गया। जब उसने आरोपित के पक्ष में बयान दे दिया तभी उसे छोड़ा गया।

लड़की को न्याय दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। जांच के क्रम में उससे पूछताछ की गई है। उसका आरोप निराधार है। - उदयभान मिश्र, आरोपी दारोगा। 

मामला संज्ञान में है। लड़की का आरोप गलत है। जनपद में नारी निकेतन नहीं है। इसलिए एक महिला सिपाही के पास लड़की को रखा गया था। चिकित्सकीय परीक्षण और बयान में समय लगता है। - गया दत्त मिश्र, पुलिस क्षेत्राधिकारी, खलीलाबाद।


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