एक ही नाम के तीन शिक्षक, जानें-किन जिलों में है तैनाती Gorakhpur News
चंदौली के प्राथमिक विद्यालय मोगवार नियमताबाद की प्रधानाध्यापक सुनीता तिवारी ने गोरखपुर बीएसए को भेजे शिकायती पत्र में दो अन्य शिक्षकों के बारे में जानकारी दी।
गोरखपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में एक नाम पर तीन शिक्षकों के नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया है। चंदौली में तैनात प्रधानाध्यापक सुनीता तिवारी की शिकायत पर हुई प्रारंभिक जांच में गोरखपुर व देवरिया में तैनात दोनों शिक्षक फर्जी मिलीं हैं।
गोरखपुर की शिक्षक निलंबित
गोरखपुर के बीएसए ने पाली विकास खंड में तैनात शिक्षक को निलंबित कर दिया है। देवरिया की शिक्षक के बारे में वहां के बीएसए को जानकारी भेज दी है।
चंदौली की प्रधानाध्यापक ने की थी शिकायत
चंदौली के प्राथमिक विद्यालय मोगवार नियमताबाद की प्रधानाध्यापक सुनीता तिवारी ने गोरखपुर बीएसए को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि मेरे ही नाम पर ही पाली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बाघनगर गोलिया और देवरिया के प्राथमिक विद्यालय भटनी में सहायक अध्यापक काम कर रही हैं।
दोनो फर्जी शिक्षक कर रहे पैन कार्ड का इस्तेमाल
देवरिया वाली शिक्षक के पति का नाम जितेंद्र कुमार पांडेय है। यह दोनों शिक्षक मेरे पैन कार्ड का इस्तेमाल कर रही हैं। बीएसए ने अपने स्तर से जांच कराई तो शिकायत सही मिली। उन्होंने पाली की सहायक अध्यापक को निलंबित करते हुए देवरिया बीएसए को प्रकरण से अवगत कराया है। जिले में अब तक 47 फर्जी शिक्षक बर्खास्त व 22 निलंबित हो चुके हैं।
बर्खास्तगी की होगी कार्रवाई
इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह का कहना है कि चंदौली की प्रधानाध्यापक की शिकायत पर हुई जांच में दोनों शिक्षक फर्जी मिले हैं। पाली की शिक्षक को निलंबित करके खंड शिक्षाधिकारी को जांच सौंप दी गई है। शिकायत पुष्ट हुई तो बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।
दूसरे के नाम पर नौकरी करने पर शिक्षक बर्खास्त
गोरखपुर जनपद में दूसरे के नाम पर शिक्षक बन नौकरी करने के मामले एक शिक्षक को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। बीएसए ने यह कार्रवाई जांच में पुष्टि होने के बाद की है। बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार रामप्रसाद पुत्र सतई प्रसाद वास्तविक रूप में उरुवा ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बतौर प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं। उन्हीं के नाम से जंगल कौडिय़ा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय उस्का में भी एक प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं। शिकायत मिलने पर बीएसए ने जांच कराई। जांच में प्राथमिक विद्यालय उस्का में तैनात प्रधानाध्यापक दूसरे के नाम पर नौकरी करते मिले। कार्रवाई करते हुए बीएसए ने तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त कर दी।