फर्जी डिग्री पर नौकरी करने वाले गोरखपुर के तीन शिक्षक बर्खास्त Gorakhpur News
एसटीएफ की जांच में टीईटी की डिग्री फर्जी मिलने पर दो और बीपीएड की डिग्री कूटरचित मिलने पर एक शिक्षक को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षकों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। एसटीएफ की जांच में टीईटी की डिग्री फर्जी मिलने पर दो और बीपीएड की डिग्री कूटरचित मिलने पर एक शिक्षक को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है।
फर्जी पाया गया टीईटी प्रमाण पत्र
सहायक अध्यापक आत्मप्रकाश, प्राथमिक विद्यालय टेकवार, बांसगांव में तैनात थे। इनकी नियुक्ति 2013-14 में हुई थी। जांच में उनका टीईटी प्रमाण पत्र फर्जी मिला। इसी तरह सहायक अध्यापक प्राची मिश्रा प्राथमिक विद्यालय अतरौरा, खजनी में 2016 में तैनात हुईं थीं। जांच में उनका भी टीईटी प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया, जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालय पटना (बड़हलगंज) में सहायक अध्यापक के रूप में तैनात रेखा की बीपीएड डिग्री फर्जी मिली।
तीनों शिक्षकों की पत्रावलियों की जांच एसटीएफ कर रही थी। जांच रिपोर्ट में तीनों की डिग्री फर्जी मिली। इस आधार पर इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। - भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए, गोरखपुर।
भ्रष्टाचार से बड़ी बुराई है उसका पोषण और संरक्षण
सभ्य तंत्र में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होती। एक नागरिक के रूप में हमें भ्रष्टाचार की सख्त विरोध करना चाहिए। जाने-अनजाने किसी भी दशा में इसे पनपने का माध्यम न बनें, इसके लिए सतर्कता बहुत जरूरी है, क्योंकि, भ्रष्टाचार से बड़ी बुराई उसे पोषित करने और संरक्षण देना है। यह कहना है गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, (गेल) नई दिल्ली के मुख्य प्रबंधक (सतर्कता) इंजी. विनय कुमार यादव का। वह एमएमएम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चल रहे सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम के समापन अवसर पर बुधवार को अपने विचार रख रहे थे।
कार्यक्रम में एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. एसएन सिंह ने कहा कि किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त करने की बजाय उसे उचित प्राधिकरण को सूचित करने की जरूरत है। इस दौरान कुलपति प्रो. श्रीनिवास ने हिंदी में और इंजी. विनय ने अंग्रेजी में सभी मौजूद जनों को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने और सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। इससे पूर्व विषय प्रवर्तन करते हुए डॉ अभिजित मिश्र ने सत्यनिष्ठा, सार्वजनिक जीवन, रोजमर्रा के जीवन के अंतर्संबंधों की चर्चा की। विश्वविद्यालय के छात्र सौम्यदीप त्रिपाठी, शिवम् ओझा, आशुतोष दत्त त्रिपाठी, सार्थक श्रीवास्तव एवं अभिनव शंकर ने भी भ्रष्टाचार के विषय पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर इंजी. विनय कुमार यादव ने कुलपति प्रो सिंह को 'सर्टिफिकेट ऑफ कमिटमेंट' भी प्रदान किया। आभार ज्ञापन एमएमएमयूटी के सतर्कता अधिकारी प्रो. सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने किया।