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पूर्वांचल के विकास पर 10 दिसंबर से शुरू होगा तीन दिवसीय वेबिनार-सह-सेमिनार Gorakhpur News

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने बताया कि पूर्वांचल का सतत विकास मुद्देरणनीतियां और आगे का रास्ता विषय पर होने वाले इस वेबिनार में पांच प्रमुख सेक्टरों प्राथमिक क्षेत्र विनिर्माण क्षेत्र सेवा क्षेत्र सामाजिक क्षेत्र व जल क्षेत्र पर चर्चा होगी।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 05:15 PM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 07:53 PM (IST)
पूर्वांचल के विकास पर 10 दिसंबर से शुरू होगा तीन दिवसीय वेबिनार-सह-सेमिनार Gorakhpur News
दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश की फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वांचल के विकास का खाका खींचने के लिए 10 दिसंबर से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार-सह-सेमिनार का स्वरूप निर्धारित कर लिया गया है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और प्रदेश सरकार के नियोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस आयोजन का शुभारंभ विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में होगा। 10 दिसंबर की शाम चार बजे से होने वाले इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।

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विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने बताया कि 'पूर्वांचल का सतत विकास: मुद्दे,रणनीतियां और आगे का रास्ता विषय पर होने वाले इस वेबिनार में पांच प्रमुख सेक्टरों प्राथमिक क्षेत्र, विनिर्माण क्षेत्र, सेवा क्षेत्र, सामाजिक क्षेत्र व जल क्षेत्र पर चर्चा होगी। प्रत्येक क्षेत्र में नौ तकनीकी सत्र होंगे यानी कुल मिलाकर इस वेबिनार में 45 तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके आलावा चार विशेष सत्रों की भी योजना तैयार की गई है। कार्यक्रम में सीएसआइआर (काउंसिल आफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च)व आइसीएआर (इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च)के महानिदेशकों के अलावा देश भर के एक दर्जन से विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षाविद् व विषय विशेषज्ञ भी हिस्सा लेंगे। प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव योजना और विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिवों की भी मौजूदगी रहेगी। कुलपति ने बताया कि आयोजन आफ लाइन और आनलाइन दोनों मोड में होगा।

तकनीकी सत्रों के यह होंगे मुद्दे

गन्ना, चीनी मिल और औद्योगिक विकास, मत्स्य पालन, रेशम उद्योग और खादी ग्रामोद्योग, डेयरी और खाद्य प्रौद्योगिकी, कृषि अनुसंधान और जैविक खेती, कृषि विकास, वन का विकास, पशुपालन। वहीं वेबिनार-सह-सेमिनार में मुख्य सत्रों के अतिरिक्त विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान विशेषज्ञ पूर्वांचल के औद्योगिक विकास पर मंथन करेंगे। औद्योगिक विकास के लिए विशेष औद्योगिक समूह और बैंकर्स की एक बैठक भी होगी। एक विशेष सत्र में पूर्वांचल के लिए विशेष पैकेज पर भी चर्चा होगी।

उद्घाटन सत्र के वक्ता

मुख्य सचिव आर के तिवारी, अपर मुख्य सचिव योजना कुमार कमलेश, एमएसएमई और निर्यात संवर्धन विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल, सांसद रवि किशन और कमिश्नर जयंत नार्लिकर। जबकि

11 दिसंबर और 12 दिसंबर के सत्रों के मुख्य वक्ता के रूप में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह, मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार, डा. केवी राजू, अपर मुख्य सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार, प्रमुख सचिव सिंचाई वैंकटेश, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख प्रो. राकेश सिंह, यूएसए के कोलोराडो विश्वविद्यालय के प्रो. अजय झा, इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर आफ साउथ एशिया के निदेशक डा. उमाशंकर सिंह, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के डा. बीपी मिश्रा, आसीएआर के पूर्व महानिदेशक डा. पंजाब सिंह, आरबीआइ के पूर्व गवर्नर प्रो.रघुराम राजन, नीति आयोग के सदस्य प्रो.रमेश चन्द, आइसीएआर के पूर्व महानिदेशक डा. मंगला राय आदि शामिल होंगे।  


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