Coronavirus: को हराने वाले बताएंगे जीत का तरीका, बनाई गई 25 लोगों की टीम Gorakhpur News
भय का वातावरण न बने और लोगों को कोरोना के बारे में सही जानकारी मिल सके। इसके लिए कोरोना से जंग जीत चुके 25 लोग आगे आए हैं। यही लोग कोरोना को हराने का तरीका बताएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमितों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे लोगों में भय का माहौल भी बनता जा रहा है। शहर के लगभग हर मोहल्ले में संक्रमित निकल चुके हैं। सरकारी कार्यालयों व अस्पतालों को भी इसने अपनी जद में ले लिया है। ऐसे में लोगों में भय का वातावरण न बने और लोगों को कोरोना के बारे में सही जानकारी मिल सके। इसके लिए कोरोना से जंग जीत चुके 25 लोग आगे आए हैं। वे लोगों को वीडियो, लेख व फोन के जरिये बताएंगे कि सावधानी बरती गई तो कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है। इन्हें यूनिसेफ ने ट्रेनिंग दी है।
जिम्मेदारी संभालने वाले विशेषज्ञों की बनी टीम
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि जनपद में इस अभियान को सुचारु रूप से चलाने के लिए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल, उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल, यूनीसेफ की सोशल मोबलाइजेशन नेटवर्क टीम से गवासुद्दीन और नीलम यादव की टीम जिम्मेदारी संभालेगी। प्रशिक्षण प्राप्त कोरोना विजेता वीडियो के जरिये समाज में यह संदेश देंगे कि इस बीमारी के प्रति भय और भ्रांति पालने की आवश्यकता नहीं है।
विजेता देंगे यह संदेश
कोविड किसी को भी हो सकता है। अगर लक्षण दिखें तो छिपाएं नहीं, बल्कि आशा कार्यकर्ता या चिकित्सक को सूचित करें और उनकी सलाह का पालन करें। अगर लक्षण दिख रहा है तो ङ्क्षचता स्वाभाविक है लेकिन यह भी ध्यान रहे कि ज्यादातर लोग इससे अपने आप ठीक हो जाते हैं। कोविड केस लगातार बढऩे की वजह है कि लोग जानकारी छिपाते हैं, अफवाहों पर भरोसा करते हैं, शारीरिक दूरी, मॉस्क पहनने और बार-बार हाथ धोने जैसा सुरक्षा व्यवहार नहीं अपनाते। सकारात्मक सोच बनाए रखने से बीमारी से लडऩे के लिए उर्जा मिलती है और दूसरों की भी सुरक्षा कर सकते हैं। क्वारंटाइन की सलाह का पूरी तरह से पालन करें। इस दौरान घर में सभी से दो गज की दूरी बना कर रखें। हमेशा मॉस्क लगाएं और अपनी चीजें दूसरे से साझा न करें। कोविड पॉजीटिव व्यक्ति के घर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसलिए चिह्नित किया जाता है ताकि उस घर और आसपास के लोग अपनी सुरक्षा कर सकें। कोविड के कारण भेदभाव होने पर लोग महत्वपूर्ण जानकारी छिपाते हैं जो उनमें सामाजिक अलगाव और एकाकीपन की भावना उत्पन्न कर सकती है। इससे वायरस के फैलाव की स्थिति और भी खराब हो सकती है।