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बैंक अधिकारी बन सरकारी नौकरी का झांसा देकर 19 लाख ठगे, पुलिस के हत्थे चढ़े दो जालसाज

बेटे की बैंक में नौकरी मिलने के झांसे में फंस गया। दोनों के झांसे में आकर जालसाजों की ओर से बताए गए खाते में उन्होंने कई बार में कुल 19 लाख रुपये भेज दिए।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 02:22 PM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2020 02:22 PM (IST)
बैंक अधिकारी बन सरकारी नौकरी का झांसा देकर 19 लाख ठगे, पुलिस के हत्थे चढ़े दो जालसाज
बैंक अधिकारी बन सरकारी नौकरी का झांसा देकर 19 लाख ठगे, पुलिस के हत्थे चढ़े दो जालसाज

गोरखपुर, जेएनएन। पुरानी बस्ती पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने बैंक अधिकारी बनकर एक व्यक्ति से 19 लाख रुपये ठगने वाले दो जालसाजों को धर दबोचा। इनके पास से दो लाख 48 हजार 600 रुपये नकद, पांच एटीएम कार्ड, चार पासबुक, एक चेक बुक, एक लैपटाप, एक मोबाइल व दो सिमकार्ड बरामद किए गए हैं।

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बैंक अधिकारी बनकर किया फोन

पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने पत्रकारों को बताया कि रुधौली थाना क्षेत्र के बढय़ा राजा गांव निवासी रामसहाय ने छह जनवरी को पुरानी बस्ती पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि पहली जनवरी को उनके मोबाइल पर अविनाश तिवारी नामक व्यक्ति ने फोन कर कहा कि वह बैंक से बोल रहा है। उनके बेटे की बैंक में नौकरी लग रही है। इसके लिए उनको कुछ रकम जमा करनी होगा।

नौकरी के नाम पर दे दी रकम

अविनाश ने पंकज शर्मा नामक किसी अधिकारी से बात कराया। दोनों के झांसे में आकर जालसाजों की ओर से बताए गए खाते में उन्होंने कई बार में कुल 19 लाख रुपये भेज दिए।

गिरफ्तारी के बाद दी चौंकाने वाली जानकारी

पुलिस मुकदमा पंजीकृत कर छानबीन कर रही थी। नौ मार्च को रेलवे स्टेशन बस्ती से उस गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ लिया गया। दोनों कानपुर नगर जिले के घाटमपुर थानाक्षेत्र के रठियांव गांव निवासी अतुल गुप्ता और उसी थाना क्षेत्र के समाजनगर निवासी सत्येंद्र सिंह हैं।

गिराेह में काम कर रहे कई सदस्‍य

पूछताछ में दोनों ने बताया कि उनका एक गिरोह है। विभिन्न मोबाइल नंबरों से वह फर्जी पते प्राप्त करते हैं और फोन कर अपने आपको बैंक अधिकारी या कंपनी का अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेकर ठगी करते हैं।


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