दक्षिण भारत के मंदिरों का दर्शन कराने पांच सौ यात्रियों को लेकर रवाना हुई यह ट्रेन Gorakhpur News
भारत दर्शन यात्रा ट्रेन गोरपुर से 500 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। ट्रेन बस्ती-गोंडा-लखनऊ-कानपुर-झांसी-ग्वालियर के रास्ते दक्षिण भारत के पर्यटन स्थलों और मंदिरों का भ्रमण कराएगी।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 05:13 PM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 06:30 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से मंगलवार को भारत दर्शन यात्रा ट्रेन 500 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। यह ट्रेन बस्ती-गोंडा-लखनऊ-कानपुर-झांसी-ग्वालियर के रास्ते दक्षिण भारत के पर्यटन स्थलों और मंदिरों का भ्रमण कराएगी। ट्रेन में बैठे पर्यटक व श्रद्धालु उत्साहित थे उनका कहना था कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एन्ड टूरिज्म कारपोरेशन ने गोरखपुर से यह शानदार व्यवस्था की है इससे दक्षिण भारत के मंदिरों का दर्शन अब सुलभ हो गया है। यात्री रामेश्वरम, केरल और मालिककार्जुन मंदिर का दर्शन करेंगे।
13 कोच, 13 दिन की यात्रा
इस ट्रेन में सिर्फ शयनयान श्रेणी के 13 कोच लगाए गए हैं। इसके अलावा पेंट्रीकार और आईआरसीटीसी का स्टाफ चल रहा है। आईआरसीटीसी के कौसलर राममूर्ति यात्रियों के साथ रवाना हुए। यह ट्रेन 13 दिन की यात्रा के बाद 15 सितंबर को वापस गोरखपुर लौट आएगी।
शाकाहारी नाश्ता व भोजन मिलेगा
इस ट्रेन में यात्रियों को आईआरसीटीसी की तरफ से शाकाहारी नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। स्थानीय यात्राएं लोकल बसों से पूरी कराई जाएंगी। ठहरने के लिए स्थानीय स्तर के धर्मशालाओं की व्यवस्था होगी। गोरखपुर से बैठे हरेंद्र तिवारी हरिश्चंद्र रमापति आदि यात्रियों ने कहा कि इस ट्रेन के चलते हम सभी दक्षिण भारत के मंदिरों का दर्शन कर पाएंगे। ट्रेन में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। ट्रेन में अधिकतर वरिष्ठ यात्री सवार थे। ट्रेन के रवाना होने के समय आईआरसीटीसी के स्टेशन अफसर संजीव कुमार आदि मौजूद थे।
13 कोच, 13 दिन की यात्रा
इस ट्रेन में सिर्फ शयनयान श्रेणी के 13 कोच लगाए गए हैं। इसके अलावा पेंट्रीकार और आईआरसीटीसी का स्टाफ चल रहा है। आईआरसीटीसी के कौसलर राममूर्ति यात्रियों के साथ रवाना हुए। यह ट्रेन 13 दिन की यात्रा के बाद 15 सितंबर को वापस गोरखपुर लौट आएगी।
शाकाहारी नाश्ता व भोजन मिलेगा
इस ट्रेन में यात्रियों को आईआरसीटीसी की तरफ से शाकाहारी नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। स्थानीय यात्राएं लोकल बसों से पूरी कराई जाएंगी। ठहरने के लिए स्थानीय स्तर के धर्मशालाओं की व्यवस्था होगी। गोरखपुर से बैठे हरेंद्र तिवारी हरिश्चंद्र रमापति आदि यात्रियों ने कहा कि इस ट्रेन के चलते हम सभी दक्षिण भारत के मंदिरों का दर्शन कर पाएंगे। ट्रेन में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। ट्रेन में अधिकतर वरिष्ठ यात्री सवार थे। ट्रेन के रवाना होने के समय आईआरसीटीसी के स्टेशन अफसर संजीव कुमार आदि मौजूद थे।
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