Corona effect: बंदिशों में कैद हो गई ईद की खुशियां, विदेश में रहने वाले लोग नहीं आ सकेंगे घर Gorakhpur News
गोरखपुर-बस्ती मंडल के करीब 61 हजार लोग खाड़ी देशों (संयुक्त अरब अमीरात बहरीन सऊदी अरब ओमान कतर व कुवैत) के अलावा मलेशिया सिंगापुर बैंकाक जैसे देशों में काम करते हैं। ईद के मौके पर बड़ी संख्या में लोग खुशियां बांटने अपने वतन लौट आते हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। सब कुछ ठीक हो रहा था। कमजोर पड़ गए कोरोना इफेक्ट के चलते विदेश-देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे लोगों ने ईद पर वतन वापसी की तैयारी कर ली। किसी ने ट्रेन तो किसी ने फ्लाइट टिकट की बुकिंग करा लिया। तो कोई बाईरोड का इरादा ठाने बैठा था, लेकिन कोरोना ने एक बार फिर तेजी से पाव पसारना शुरू कर दिया। नतीजतन, मुबारक मौके की खुशियों पर तगड़ी बंदिशों का ग्रहण लग गया है। उल्लास की जगह मायूसी ने ले ली तो अपनों को तसल्ली इस बात की है कि सलामती सर्वोपरि है।
इन देशों में काम करते हैं गोरखपुरवासी
गोरखपुर-बस्ती मंडल के करीब 61 हजार लोग खाड़ी देशों (संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर व कुवैत) के अलावा मलेशिया, सिंगापुर, बैंकाक जैसे देशों में काम करते हैं। ईद के मौके पर बड़ी संख्या में लोग खुशियां बांटने अपने वतन लौट आते हैं। ज्यादातर मुस्लिम देशों में ईद पर आठ से दस दिन की छुट्टी होती है, इसलिए कंपनियां भी कर्मचारियों को छुट्टी देने में आनाकानी नहीं करती। पिछले वर्ष भी कोरोना की वजह से दस हजार से ज्यादा लोग अपनों के साथ ईद नहीं मना सके थे।
13 हजार लोगों ने कर रखी थी वतन वापसी की तैयारी
अनुमान के मुताबिक इस बार तकरीबन 13 हजार लोगों ने 10 अप्रैल से 12 मई के बीच वतन वापसी की तैयारी की थी, लेकिन कोरोना ने बढ़ते मामलों ने उनकी राह रोक ली है। इनमें कई ऐसे हैं, जो चार वर्ष बाद अपने वतन लौटने की तैयारी में थे। छह माह पहले ही उन्होंने टिकट भी खरीद लिया था, लेकिन उन्होंने अपना टिकट कैंसिल करा लिया है या आने का इरादा कुछ महीनों के लिए टाल दिया है। अबू धाबी में नौकरी करने वाले मोहम्मद नौशाद को अप्रैल के आखिरी में घर लौटना था, लेकिन हालात को देखते हुए उन्होंने अपना टिकट कैंसिल कराकर जुलाई का करा लिया है। बकौल नौशाद, घरवालों एवं दोस्तों के साथ ईद करने को लेकर बहुुत उत्साह था, लेकिन कोरोना ने एक बार फिर उम्मीदों पर पानी फेर दिया। घर वाले भी फिलहाल आने को मना कर रहे हैं। दुबई में स्टोर मैनेजर मोहम्मद शारिक ने बताया कि आठ कई को गोरखपुर आना था। टिकट बुकिंग से लेकर सभी तैयारियां हो चुकी थी, लेकिन हर तरफ कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए यात्रा निरस्त कर दी है। सबकुछ ठीक करा तो दिसंबर में आऊंगा।