सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश नहीं मानता यह नगर निगम, मना करने के बाद भी निकाल दिया टेंडर Gorakhpur News
गोरखपुर नगर निगम सीएम योगी आदित्यनाथ की भी बात नहीं मानता है। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी नगर निगम ने पैडलेगंज में टैक्सी स्टैंड के लिए टेंडर निकाल दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर नगर निगम सीएम योगी आदित्यनाथ की भी बात नहीं मानता है। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी नगर निगम ने पैडलेगंज में टैक्सी स्टैंड के लिए टेंडर निकाल दिया। इसकी जानकारी महापौर को हुई तो उन्होंने टेंडर निरस्त करने के आदेश जारी किया।
पार्षदों ने की थी शिकायत
मुख्यमंत्री ने हाईवे पर टैक्सी स्टैंड शरू न करने का निर्देश दिया था। कुछ दिन पहले नगर निगम ने पैडलेगंज में टैक्सी स्टैंड संचालित करने के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। यहां एक लाख रुपये सालाना पर टेंडर दिया जाना था। अफसरों ने टेंडर प्रकाशित भी करा दिया। इसकी जानकारी जब पार्षदों को हुई तो उन्होंने इसका विरोध करना शुरू किया। उपसभापति बृजेश सिंह छोटू ने महापौर से टेंडर निरस्त करने की मांग की।
महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि हाईवे पर टैक्सी स्टैंड न शुरू किए जाएं। टेंडर निकलने की जानकारी नहीं थी। अब टेंडर निरस्त करने के आदेश दिए गए हैं।
पार्षदों के साथ बैठे रवि किशन, समस्याओं पर की चर्चा
सांसद रवि किशन महापौर और पार्षदों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने शहर की समस्याओं पर चर्चा की और उसे दूर करने को लेकर मंथन किया। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने आश्वस्त किया कि वह जनसुविधाओं को बढ़ाने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे। सांसद ने पार्षदों का यह भी आश्वस्त किया कि वह प्रस्तावित सड़कों के निर्माण और अन्य विकास कार्यों के लिए केंद्र और राज्य सरकार से बजट हासिल करने का हरसंभव प्रयास करेंगे। भाजपा के महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव ने सांसद को बताया कि लगातार बारिश से शहर में कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति है। सड़कें टूट गई हैं। नगर निगम को इस समस्या का समाधान बहुत जल्द निकालना होगा।
महापौर सीताराम जायसवाल ने कि त्योहारों को देखते हुए नगर की व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। बैठक का संचालन ऋषि मोहन वर्मा ने किया। इस दौरान पार्षदों ने सांसद को पत्रक सौंप कर पार्षद भत्ता 15000 रुपये करने की मांग की। इस दौरान बृजेश सिंह छोटू, मंता लाल यादव, रमेश गुप्ता, मनु जायसवाल, चंद्रशेखर सिंह, राम नारायण, देवेंद्र गौड़, धर्मेंद्र सिंह, अनिल सिंह, संतराज शर्मा, राजेंद्र तिवारी, अभिषेक निषाद, मोहन सिंह, राधेश्याम रावत, जितेंद्र सैनी आदि मौजूद रहे।