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यह हैं कलयुग के डोम राजा, नहीं है रहम, करते हैं मनमानी वसूली Gorakhpur News

राप्ती तट के एकला बांध पर अपने स्वजन को खोकर रो रहे लोगों से खुद को डोम राजा कहने वाले अंतिम संस्कार के नाम पर वसूली कर रहे हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 07:30 AM (IST)
यह हैं कलयुग के डोम राजा, नहीं है रहम, करते हैं मनमानी वसूली Gorakhpur News
यह हैं कलयुग के डोम राजा, नहीं है रहम, करते हैं मनमानी वसूली Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। पहले 10 हजार रुपये दो तब चिता सजेगी और एंबुलेंस से शव निकालेंगे। इससे कम में कोई बात नहीं होगी। पर्सनल प्रोटेक्शन किट (पीपीई) अगल से देनी होगी। यदि नहीं दोगे तो यहीं खड़े रहोगो। कोरोना से मौत हुई है, घर वाले तो शरीर छू नहीं रहे हैं। हम अंतिम संस्कार करेंगे और फूल भी देंगे। यह कोरोना संक्रमण से मौत के बाद अंतिम संस्कार के नाम पर वसूली करने वालों की बाते हैं। इनको किसी के दुख और आर्थिक स्थिति से कोई वास्ता नहीं है, इन्हें तो सिर्फ रुपये चाहिए।

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कर रहे जबरदस्ती वसूली

कभी महाराजा हरिश्चंद्र ने काशी के डोम राजा के सेवक के रूप में घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के पहले दान जमा कराया था। तब दान अनिवार्य था पर यह देने वाले की इच्छा पर निर्भर करता था लेकिन कोरोना से मौत के बाद कलयुग के डोम राजा तो जबरदस्ती वसूली पर उतर आए हैं। राप्ती तट के एकला बांध पर अपने स्वजन को खोकर रो रहे लोगों से खुद को डोम राजा कहने वाले अंतिम संस्कार के नाम पर वसूली कर रहे हैं। चिता सजाने, शव को एंबुलेंस से निकालने, चिता पर रखने और अंतिम संस्कार के लिए आठ हजार से 10 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। एक तरफ पॉलीथिन में लिपटा स्वजन का शव और दूसरी तरफ रुपये देने का दबाव, लोगों को तोड़ दे रहा है। वह अपनी बेबसी पर फिर रो पड़ रहे हैं। अपने स्वजान को चार कंधे न दे पाने के महापाप जैसे दर्द से गुजर रहे लोगों के सामने राप्ती तट पर व्यवस्था तिल-तिलकर मर रही है।

अंतिम संस्कार की नगर निगम कराई है व्यवस्था

नगर निगम ने कराई है व्यवस्थाकोरोना से मौत के मामले में अंतिम संस्कार की व्यवस्था नगर निगम ने कराई है। चिता के लिए लकड़ी और अंतिम संस्कार के लिए कर्मचारियों की तैनाती नगर निगम के अफसरों ने की है। सख्त हिदायत है कि किसी से एक भी रुपये नहीं लिए जाएंगे लेकिन जबरदस्ती वसूली का खेल चल रहा है।

45 शवों का हो चुका है अंतिम संस्कार

एकला बांध पर राप्ती तट किनारे अब तक 45 शवों का अंतिम संस्कार हो चुका है। इन सभी की मौत की वजह कोरोना है। नगर निगम के जोनल सेनेटरी ऑफिसर पीएन गुप्ता ने बताया कि कोरोना से मृतकों की संख्या बढ़ी तो एक अगस्त से संविदा पर कुछ स्थानीय लोगों से भी अंतिम संस्कार में सहयोग लिया जा रहा है। सबको हिदायत दे दी गई है कि वसूली की बात सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी। 


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