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तीन से पांच लाख रुपये में परीक्षा पास कराकर नौकरी दिलाने का ठेका लेता है यह गैंग Gorakhpur News

आनलाइन परीक्षा में धांधली करने वाला साल्‍वर गैंग पिछले दो साल से गोरखपुर में सक्रिय है। रोहतास के रहने वाले महेंद्र के कब्‍जे से मिली डायरी में एसटीएफ को 100 लोगों का नाम मिला है जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 07:50 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 08:33 PM (IST)
तीन से पांच लाख रुपये में परीक्षा पास कराकर नौकरी दिलाने का ठेका लेता है यह गैंग Gorakhpur News
गोरखपुर में पैसे लेकर परीक्षा पास कराने वाले गैंग पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। साल्वर के पकड़े जाने पर परीक्षा केंद्रों की भूमिका भी संदिग्ध हो जाती है। परीक्षा केंद्रों की भूमिका का जिक्र तो एफआईआर में किया जाता है। लेकिन आगे की विवेचना फाइलों में दब जाती है। जबकि, साल्‍वर गैंग के पकड़े जाने पर हर बार परीक्षा केंद्र संचालक भी सवालों के घेरे में रहते हैं। गोरखपुर में शुक्रवार को पकड़े गए गैंग के सदस्‍य जिले में दो साल से सक्रिय थे।

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आनलाइन परीक्षा में धांधली करने वाला साल्‍वर गैंग पिछले दो साल से गोरखपुर में सक्रिय है। रोहतास के रहने वाले महेंद्र के कब्‍जे से मिली डायरी में एसटीएफ को 100 लोगों का नाम मिला है, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। महेंद्र ने बताया कि गैंग के सभी सदस्‍यों का काम बटा है। तीन से पांच लाख रुपये में आनलाइन परीक्षा पास कराकर नौकरी दिलाने का वह ठेका लेता है। सेंटर पर काम करने वाले गिरोह के सदस्‍यों को प्रति अभ्‍यर्थी 30 हजार, साल्‍वर को 50 हजार और अभ्‍यर्थी ढूंढकर लाने वाले दलाल को 50 हजार से एक लाख रुपये तक मिलता है। दो साल में कभी भी पुलिस के हाथ नहीं आए। गोरखपुर के अलावा देवरिया, कुशीनगर, संतकबीनगर व बिहार के कई जिलों में आनलाइन परीक्षा में 100 से अधिक अभ्‍यर्थियों की जगह साल्‍वर को बैठाकर पास करा चुके हैं, जो नौकरी कर रहे हैं।

मनीष व जयप्रकाश परीक्षा केंद्र में कराते थे इंट्री

गिरोह से जुड़ा प्रयागराज का रहने वाला जयप्रकाश यादव शाहपुर क्षेत्र में किराए पर कमरा लेकर रहता है। जय प्रकाश जंगल धूसड़ स्थित ई-परीक्षा टेक्निकल कैम्पस में काम करता है। सहजनवां का रहने वाला विकास सिंह नौसढ़ चौराहे पर स्थित स्‍वास्तिक आनलाइन सेंटर में काम करता है। दोनों ही अभ्‍यर्थियों की जगह साल्‍वर की परीक्षा केंद्र में इंट्री दिलाते थे।

रोहतास में बनता था फर्जी प्रवेश पत्र

महेंद्र ने एसटीएफ को बताया कि रोहतास के विक्रमगंज में स्थित महेश कुमार के स्‍टूडियों में प्रवेश पत्र व आधार कार्ड पर अभ्‍यर्थियों की की जगह साल्‍वर की फोटो लगाते थे। जिसकी वजह से किसी को उनके ऊपर संदेह नहीं होता था। एसटीएफ की टीम महेश को तलाश रही है।

हाल के दिनों में सामने आए मामले

13 अगस्त 2019: स्वास्तिक आनलाइन प्रकाश कांपलेक्स पर वास्तविक अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहा नवलेश कुमार पकड़ा गया। गया, बिहार निवासी नवलेश बिहार के रविशंकर की जगह एग्जाम दे रहा था।

06 अगस्त 2019: पिपराइच एरिया के जंगल धूसड़ में ई टेक्निकल सेंटर पर एसएससी की आनलाइन परीक्षा में बिहार के जहानाबाद के बलजीत कुमार सिंह, नालंदा के सुबोध कुमार, थल्लू बिहार के राजेश कुमार और नालंदा के राहुल कुमार को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा था।

31 अक्टूबर 2018: रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षा में स्वास्तिक सेंटर से बिहार के जहानाबाद निवासी साल्ॅवर दिनेश कुमार और नालंदा के राजीव कुमार पकड़े गए।

14 सितंबर 2018: नौसढ़ के स्वास्तिक सेंटर से यूपीपीसीएल के एग्जाम में बस्ती के अलमास, गोरखपुर के दिलीप कुमार और छपरा के रोशन कुमार और मुजफ्फरपुर राजीव यादव पकड़े गए थे।

साल्‍वर गैंग के सदस्‍यों के खिलाफ गैंगस्‍टर की कार्रवाई कर उनकी संपत्ति जब्‍त कराई जाएगी। विवेचना में जिन लोगों की भूमिका पाई जाएगी उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। रैकेट से जुड़ा कोई भी व्‍यक्ति छूटेगा नहीं। - जोगेंद्र कुमार, एसएसपी


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