गोरखपुर में चौकी प्रभारी व सिपाहियों को जिंदा जलाने की हुई थी कोशिश, सिपाहियों के आवासों में लूटपाट
गोरखपुर में भीड़ ने वार्ड नंबर 60 के जिला पंचायत प्रत्याशी रवि निषाद व 61 के प्रत्याशी कोदई निषाद की अगुवाई में चौकी पर हमला कर दिया। बचने के लिए सिपाहियों के साथ वह अंदर भागे तो केरोसिन डालकर चौकी में आग लगा दी।
गोरखपुर, जेएनएन। नई बाजार पुलिस चौकी में घिरे प्रभारी व सिपाहियों को उपद्रवियों ने जिंदा जलाने का प्रयास किया था। कोई बाहर न निकलने पाए इसके लिए कई राउंड गोली भी चलाई। दीवार की आड़ में छिपकर जान बचाने के बाद पुलिसकर्मी मौका मिलते ही चौकी से भाग निकले। जिसके बाद उपद्रवियों ने बैरक में घुसकर लूटपाट की।
उपद्रवियों ने करोसिन डाल आग लगाने के बाद चलाई थी गोली
तहरीर में चौकी प्रभारी अभय पांडेय ने लिखा है कि भीड़ ने वार्ड नंबर 60 के जिला पंचायत प्रत्याशी रवि निषाद व 61 के प्रत्याशी कोदई निषाद की अगुवाई में चौकी पर हमला कर दिया। बचने के लिए सिपाहियों के साथ वह अंदर भागे तो केरोसिन डालकर चौकी में आग लगा दी। इस दौरान उन लोगों को लक्ष्य कर असलहे से फायरिंग की गई।
चौकी में खड़ी छह बाइकों व चौकी के जरूरी कागजतों, रजिस्टर को आग के हवाले कर दिया। आरक्षियों व उनके आवास में जाकर घड़ी, अंगूठी, चेन व वहां मौजूद वर्दी से रूपये भी निकाल कर लेते गए। मौके पर पहुंची पीएसी ने रोकने की कोशिश की तो बस में आग लगा दी। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी। वीडियो फुटेज की मदद से अज्ञात लोगों की पहचान की जा रही है।
ब्लाक मुख्यालय पर तैनात की गई फोर्स
बवाल के बाद एसएसपी ने नई बाजार चौराहा व ब्लाक मुख्यालय पर फोर्स तैनात कर दी है। चौरीचौरा सर्किल के अलावा शहर के सभी थानेदारों की भी सुरक्षा-व्यवस्था में ड्यूटी लगाई गई है। स्थिति सामान्य होने तक एसपी नार्थ मौके पर कैंप करेंगे।
डीजीपी कार्यालय से हो रही मानीटरिंग
पुलिस चौकी और पीएसी की बस फूंके जाने की घटना में हुई कार्रवाई की मानीटरिंग डीजीपी कार्यालय से हो रही है। गुरुवार को डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। उनके कार्यालय से हर गतिविधि पर नजर रख जा रही है।
नतीजा बदलते ही छावनी में तब्दील हुआ बड़हलगंज
उधर, जिला पंचायत वार्ड संख्या 45 का चुनाव परिणाम बदलने गुरुवार को पूरे दिन बड़हलगंज ब्लाक मुख्यालय छावनी में तब्दील रहा। कई थानों की फोर्स कस्बे में गश्त करती दिखी। कोतवाली से लेकर ब्लाक मुख्यालय तक विशेष सतर्कता बरती गई। क्षेत्र की हर छोटी-बड़ी घटना का संज्ञान लिया गया। सुबह ही पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में सीओ गोला व बांसगाव के साथ ही दोनों सर्किल की पुलिस ब्लाक मुख्यालय पर पहुंच गई। वह ब्लाक परिसर से कोतवाली तक एक-एक गतिविधि पर नजर जमाए हुए थे। एसडीएम राजेंद्र बहादुर भी थोड़ी-थोड़ी देरी पर एक-एक गतिविधि की जानकारी लेते देखे गए।
प्रत्याशियों के गांवों पर भी रही विशेष नजर
ब्लाक का जिला पंचायत वार्ड संख्या 45 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। मतगणना के बाद नरहपुर निवासी व बसपा के उम्मीदवार रामअचल को जीत का प्रमाण पत्र दिया गया था। इसके बाद तीहामुहम्दपुर निवासी व सपा प्रत्याशी देवसरन के विरोध के चलते बुधवार की रात प्रशासन ने लिपिकीय त्रुटि मानते हुए उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दे दिया। इस उलटफेर के चलते प्रशासन सजग रहा। दोनों प्रत्याशियों के गांवों के हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी। पुलिस ने गांवों में गश्त कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
उलटफेर की रही चर्चा
चुनाव परिणाम में उलटफेर की दिन भर चर्चा रही। बसपा समर्थक जहां पुनः मतगणना का कयास लगाते हुए एक-दुसरे से मोबाइल द्वारा पूछताछ करते रहे। जबकि सपा कार्यकर्ता प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते नजर आए। लोगों ने कहा कि इससे पूर्व ऐसा कभी नहीं देखने को मिला। प्रशासनिक लापरवाही के चलते तीन-तीन जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव परिणाम बदलना पड़ा।