सड़क पर पसरा पड़ा है सन्नाटा, ब्लाक में प्रोटोकाल हो रहा तार-तार Gorakhpur News
सिद्धार्थनगर में कोविड के बढ़ते संक्रमण के बीच मतगणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। चुनाव आयोग ने तमाम दुहाई दी कि कोरोना गाइडलाइन का पालन होगा। मतगणना अभिकर्ता बनने में कोविड प्रोटोकाल तार-तार होता नजर आया।
गोरखपुर, जेएनएन : सिद्धार्थनगर में कोविड के बढ़ते संक्रमण के बीच मतगणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। चुनाव आयोग ने तमाम दुहाई दी कि कोरोना गाइडलाइन का पालन होगा। मतगणना अभिकर्ता बनने में कोविड प्रोटोकाल तार-तार होता नजर आया। सड़क से लेकर चौराहों, बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन ब्लाक कार्यालय में पूरी गहमा गहमी बनी रही। पुलिस देखते ही लोग लाइन में खड़े हो जाते, उनके जाते ही लोग एक-दूसरे पर गिरते देखे गए। लोगों में कोई खौफ ही नहीं नजर आ रहा था। मुंह पर मास्क जरूर लगाए रहे, लेकिन शारीरिक दूरी पर किसी का ध्यान नहीं था।
विकास खंड कार्यालय में उमड़ी भारी भीड़
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना आज हो रही है, इसके चलते इटवा व खुनियांव विकास खंड कार्यालय परिसर में सुबह से ही भीड़ उमड़ी रही। यहां लग ही नहीं रहा था कि साप्ताहिक बंदी का कोई असर है। न्याय पंचायत वार बने टेबल की खिड़की पर प्रत्याशी व मतगणना अभिकर्ता इस तरह खड़े हुए थे, कि एक-दूसरे से सट रहे थे। शारीरिक दूरी के पालन पर जरा भी ख्याल नहीं था। पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कभी एक तरफ की खिड़की पर तो कभी दूसरी ओर के टेबल पर लोगों को लाइन में दूरी बनाकर खड़े रहने की हिदायत देती रही। जैसे ही पुलिस हटती, लोग ऐसी खिड़की की तरफ दौड़ते कि एक-दूसरे पर गिर जा रहे थे।
थोड़ी भी सतर्कता नहीं बरत रहे लोग
प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि लोग थोड़ी भी सतर्कता नहीं बरत रहे हैं। पुलिस अपनी ओर से यथासंभव इन्हें लाइन में खड़ी करवा रही थी, पर ऐसे माहौल में इन सभी को खुद भी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।
कठेला व गौरडीह में तैनात होंगे अतिरिक्त एआरओ
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना की तैयारी करीब-करीब पूरी हो चुकी है। इटवा में पहले 36 टेबल पर मतगणना की तैयारी की जा रही थी, परंतु अब उसे बढ़ाकर 41 टेबल करा दिया गया। खुनियांव ब्लाक की मतगणना 48 टेबल पर होगी। मतगणना रविवार सुबह आठ बजे से शुरू होगी। बूथों की संख्या अधिक होने के कारण कठेला शर्की व गौरडीह न्याय पंचायत में एक-एक अतिरिक्त यानी वहां दो-दो एआरओ की तैनाती की गई है।