गोरखपुर में कूड़ा गिराने का स्थान ही नहीं, अब किराए पर जमीन लेगा नगर निगम
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए जमीन मिलने तक नगर निगम प्रशासन किराए पर जमीन लेगा। अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि किराए की जमीन के लिए जल्द ही विज्ञापन निकाला जाएगा। गड्ढा खोदकर कूड़ा डाला जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। एक दिन बाद एकला बांध पर फिर से शहर का कूड़ा गिराया जाने लगा है। नगर निगम के अफसरों ने पुलिस की मौजूदगी में नौसढ़ वार्ड के नागरिकों से एक महीने की मोहलत मांगी। कूड़ा गिराने के बाद मिट्टी से ढकने व मैलाथियान के छिड़काव का आश्वासन दिया। तब दोपहर बाद शहर का कूड़ा लेकर तकरीबन 125 गाडिय़ां एकला बांध पर पहुंचीं और वहां पर कूड़ा गिराया। हालांकि कूड़ा निस्तारण के लिए जगह न मिलने से परेशान नगर निगम अब जमीन मिलने तक किराए पर जमीन लेगा।
शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण की अबतक कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है। जमीन न मिलने के कारण सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट नहीं बन पा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत राप्ती नदी के एकला बांध पर शहर का कूड़ा गिराया जाता है। गंदगी और दुर्गंध से परेशान नौसढ़ वार्ड के नागरिकों ने कूड़ा गिराने का विरोध शुरू कर दिया। आरोप है कि नगर निगम के चालकों से नागरिकों ने दुर्व्यवहार भी किया। इसके बाद चालकों ने कूड़े से भरी गाडिय़ां नगर निगम के महेवा स्टोर में खड़ी कर दीं। उन्होंने सुरक्षा की मांग को लेकर महेवा स्टोर में प्रदर्शन भी किया।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि नागरिकों से बात कर कूड़ा गिराना शुरू कर दिया गया है। इस दौरान सीओ कैंपियरगंज दिनेश सिंह, अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा, संयुक्त नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार, अशोक सिंह, महेश चंद्र यादव, राम विजय पाल, एसएस गुप्ता, विंध्याचल, शक्ति मिश्र आदि मौजूद रहे।
चार महीने की ली थी मोहलत
तकरीबन डेढ़ साल पहले नौसढ़ वार्ड के नागरिकों ने एकला बांध पर कूड़ा गिराने का विरोध करते हुए धरना देना शुरू किया था। तब नगर निगम प्रशासन ने नागरिकों से चार महीने की मोहलत मांगी थी। अफसरों ने आश्वासन दिया था कि चार महीने में कूड़ा निस्तारण के लिए जमीन की व्यवस्था कर ली जाएगी।
कूड़ा गिराने को निगम किराए पर लेगा जमीन
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए जमीन मिलने तक नगर निगम प्रशासन किराए पर जमीन लेगा। अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि किराए की जमीन के लिए जल्द ही विज्ञापन निकाला जाएगा। गड्ढा खोदकर कूड़ा डाला जाएगा।