गोरखपुर शहर के इस मोहल्ले में नाली की कौन कहे सड़क भी साफ नहीं होती Gorakhpur News
सफाईकर्मी नियमित नहीं आ रहे हैं। गिरधरगंज बाजार में कूड़ा स्टोर किया जाता था लेकिन अब उसे बंद कर दिया गया है। अफसर भी फोन काल नहीं रिसीव करते हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर के वार्ड नंबर 20 गिरधरगंज के कई मोहल्लों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। आवास विकास कॉलोनी को छोड़ दें तो पूरे वार्ड में नाली की सफाई की कौन कहे सड़कों तक की भी सफाई नहीं हो रही है। कूड़ा इकट्ठा करने की जगह न होने के कारण सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नागरिक पार्षद से शिकायत करते हैं तो वह खुद अफसरों पर बात न करने का आरोप लगाते हुए अपनी परेशानी बयां करने लगते हैं।
शहर के बड़े वार्डां में गिरिधरगंज
गिरधरगंज वार्ड शहर के बड़े वार्डों में से एक है। कई मोहल्लों में फैले इस वार्ड में हजारों की संख्या में मकान बने हुए हैं। बात करें विशुनपुरवा मोहल्ले और इससे जुड़ी कॉलोनियों की तो यहां सफाई होती ही नहीं है। झारखंडी मंदिर से पश्चिम की तरफ रहने वाले नागरिकों ने कुछ साल पहले अफसरों से मुलाकात कर खड़ंजा बनवाया था पर आज तक वहां पक्की सड़क नहीं बन सकी। कुछ जगहों पर तो अब भी कच्ची सड़क है। बारिश के दिनों में जलभराव भी लोगों की परेशानी का सबब बन गया है।
नियमित नहीं आते सफाईकर्मी
पार्षद प्रतिनिधि राघवेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं कि सफाईकर्मी नियमित नहीं आ रहे हैं। गिरधरगंज बाजार में कूड़ा स्टोर किया जाता था लेकिन अब उसे बंद कर दिया गया है। अफसर भी फोन काल नहीं रिसीव करते हैं। जल्द सफाई कराई जाएगी।
क्या करें कोई सुनता ही नहीं
महादेव झारखंडी मंदिर के पश्चिम तरफ बनी कॉलोनी में रहने रमेश श्रीवास्तव कहते हैं कि जब से मकान बनवाए, दुश्वारी पीछा ही नहीं छोड़ रही है। पहले कच्चे रास्ते से गुजरना पड़ता था, बहुत प्रयास के बाद खड़ंजा लगा, अब सफाई ही नहीं होती है। रामआसरे पटेल कहते हैं कि सफाई के लिए पार्षद से बात करो तो वह कहते हैं कि अफसर उनकी नहीं सुन रहे हैं। एक तरफ स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है और दूसरी तरफ हम गंदगी में जी रहे हैं। जबकि हेमलता वर्मा कहती हैं कि मोहल्ले में कहीं कूड़ा इकट्ठा करने की भी व्यवस्था नहीं है। वहीं नैना देवी ने कहा कि वार्ड के कुछ हिस्से को छोड़ दें तो ज्यादातर में साफ-सफाई की व्यवस्था पटरी से पूरी तरह उतर चुकी है।