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घर में शादी है, चुनाव ड्यूटी से छूट दे दीजिए...चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए तरह-तरह के तर्क दे रहे लोग

UP Election 2022 कोरोना के कारण इस चुनाव में कर्मचारी ड्यूटी करने से बचने की हर कोशिश कर रही है। कोई घर में शादी का बहारना बना रहा है तो कोई अपनी बीमारी का बहाना बनाकर ड्यूटी से बचना चाह रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 08:05 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 08:05 AM (IST)
घर में शादी है, चुनाव ड्यूटी से छूट दे दीजिए...चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए तरह-तरह के तर्क दे रहे लोग
UP Election 2022: चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव के लिए 27 जनवरी से दो फरवरी तक मतदान कार्मिकों का प्रथम चरण का प्रशिक्षण होने जा रहा है। इसके लिए चुनाव ड्यूटी आदेश जारी होते ही ड्यूटी कटवाने वाले उप जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। दिन में 15 से 20 लोग आवेदन लेकर पहुंच रहे हैं। आवेदकों में से कई घर में शादी होने का हवाला देकर चुनाव ड्यूटी से छूट मांग रहे हैं। इसके साथ ही माता-पिता की खराब तबीयत का हवाला भी दिया जा रहा है। कई कार्मिक शुगर, बीपी की बीमारी से पीड़ित बताकर चुनाव ड्यूटी से छूट मांग रहे हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी के यहां से सभी को सीडीओ कार्यालय जाने को कहा जा रहा है।

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जुगाड़ में लगे हैं कर्मचारी

विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कर्मियों का ड्यूटी आदेश जारी होते ही ड्यूटी कटवाने के आने लगे आवेदन

हर बार चुनाव में ड्यूटी लगने के साथ ही छूट पाने के जुगाड़ में भी कर्मचारी लग जाते हैं। उचित कारण वाले कर्मचारियों को ड्यूटी से छूट भी दी जाती है। जिलाधिकारी की ओर से मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। आवेदकों की ओर से दिए जाने वाले आवेदन का परीक्षण करने के बाद यह कमेटी की चुनाव ड्यूटी काटने पर फैसला लेगी।

सबके अपने तर्क

चुनाव ड्यूटी में राहत देने की मांग लेकर आ रहे आवेदकों में से कई का तर्क है कि हर बार वे चुनाव में ड्यूटी करते हैं, इस बार उन्हें छोड़ दिया जाए। किसी को मतदान के समय जरूरी काम से बाहर जाना है, इसलिए छूट चाहिए। कुछ लोगों की ओर से आए आवेदन में 50 साल से अधिक उम्र बताकर स्वयं को चलने-फिरने में असमर्थ बताया गया है। हालांकि ऐसे कुछ लोगों को अधिकारियों ने उनकी ड्यूटी का हवाला देते हुए सरकार के उस निर्णय की याद भी दिलाई, जिसमें असमर्थ लोगों को जबरन रिटायर किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में रेलवे के कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। रेलवे के एक कर्मचारी ने हृदय संबंधी रोग बताकर ड्यूटी से राहत मांगी है। हालांकि प्रशासन मेडिकल बोर्ड का गठन भी करेगा। बोर्ड की जांच रिपोर्ट के बाद ही ड्यूटी से राहत दी जाएगी।

कल से शुरू होगा मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण

मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण 27 जनवरी से राजकीय जुबिली इंटर कालेज में शुरू होगा। पहली बार 28 कक्षों में प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। प्रथम चरण के प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी प्रथम के करीब 10 हजार 500 लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा।


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