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यूपी के इस थाने में पांच वर्ष में आबकारी को छोड़ एक भी एफआइआर नहीं, जानें-क्‍या है असलियत, Gorakhpur News

पांच वर्षों में थाने की जीडी में हत्या लूट डकैती व फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए। आठ महीने में 43 आबकारी व एमवीएक्ट के मुकदमे लिखे गए। इस वर्ष एनसीआर तक नहीं दर्ज हुई।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 07:05 PM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 09:30 AM (IST)
यूपी के इस थाने में पांच वर्ष में आबकारी को छोड़ एक भी एफआइआर नहीं, जानें-क्‍या है असलियत, Gorakhpur News
यूपी के इस थाने में पांच वर्ष में आबकारी को छोड़ एक भी एफआइआर नहीं, जानें-क्‍या है असलियत, Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। महराजगंज जिले के सोहगीबरवा थाने की पोस्टिंग को पुलिसकर्मी काला पानी के तौर पर देखते हैं। पुलिसकर्मी यह मानते हैं कि सजा के तौर पर पुलिसकर्मियों को यहां भेजा जाता है। तीन गांव के इस थाने पर आम लोग भी जाना पसंद नहीं करते। मुकदमा दर्ज करने के लिए महीनों बीत जाते हैं। पांच वर्षों में थाने की जीडी में हत्या, लूट, डकैती व फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए। आठ महीने में 43 आबकारी व एमवीएक्ट के मुकदमे लिखे गए। इस वर्ष एनसीआर तक नहीं दर्ज हुई।

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थाने के रजिस्‍टर में यह कॉलम खाली

गुंडा, गैंगस्टर, इनामी और वांछित बदमाशों का कालम भी वर्षों से खाली हैं । क्षेत्र में शांति रहने की वजह से पीस कमेटी की बैठक, पैदल गश्त, बैंक चेङ्क्षकग और गश्त जैसे पुलिस की ड्यूटी भी नहीं लगती। यूपी-बिहार की सीमा पर जंगल पार्टी के आंतक को खत्म करने के लिए शासन के निर्देश पर वर्ष 2003 में महराजगंज जिले के सोहगीबरवा थाने की स्थापना की गई थी। थाने में एक संब इंस्पेक्टर, एसएसआई व आठ कांस्टेबल की ड्यूटी है। बाढ़ के समय में थाने का संपर्क पूरे जिले से कट जाता है। थाने की गाड़ी खड़ी हो जाती है। तीन गांव के इस थाने में अपराध नहीं के बराबर है। जिसकी वजह से पांच वर्षों  में एक भी आपराधिक मुकदमे दर्ज नहीं हुए। थाने पर पहुंचने के लिए कुशीनगर के खड्डा से होते हुए बिहार के पश्चिमी पंचारण के नौरंगिया से होकर जाना पड़ता है। नेपाल के रास्ते जाने के लिए एसपी के स्कोर्ट को भी निचलौल के झुलनीपुर पुलिस चौकी पर असलहा जमा करना पड़ जाता है।

अपराध की सूचना वर्ष 2015 से 2019 तक

वर्ष----आईपीसी--एनसीआर--आबकारी--110जी --109सीआरपीसी--गुंडा--एमबीएक्ट

2015--05----    02----     06----03----    00----    -00---             00----11

2016--02----00----    11----    00----    01----    -00----             57   

2017--7-----02------18---------06------00--------00---47

2018--8-----00------18----------06-----00--------00-----31

2019--00-----00-------05------00-------00----------38

भौगोलिक दृष्टि से थाना संवेदनशील है। अपराध काफी कम है। सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में फोर्स तैनात है।

रोहित सिंह सजवान, एसपी , महराजगंज


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