सीएम योगी आदित्यनाथ का ओएसडी बताकर व्यापारी को दी धमकी, मुकदमा दर्ज
सीएम योगी आदित्यनाथ का ओएसडी बताकर जालसाज ने दो दिन पहले गोरखनाथ क्षेत्र के रहने वाले व्यवसायी को फोन किया। व्यवसाय के संबंध में बातचीत करते हुए उन्हें धमकाया। संदेह होने पर व्यवसायी ने मुख्यमंत्री के ओएसडी बल्लू राय के पास फोन किया तो सच्चाई मालूम हुई।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर जालसाज ने दो दिन पहले गोरखनाथ क्षेत्र के रहने वाले व्यवसायी को फोन किया। व्यवसाय के संबंध में बातचीत करते हुए उन्हें धमकाया।संदेह होने पर व्यवसायी ने मुख्यमंत्री के ओएसडी बल्लू राय के पास फोन किया तो सच्चाई मालूम हुई।जिसके बाद उन्होंने गोरखनाथ थाने में मोबाइल नंबर धारक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ जालसाजी व धमकी देने का केस दर्ज कराया। सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।
यह है मामला
गोरखनाथ में रहने वाले व्यवसायी पवन राय ने पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि पांच अगस्त को एक व्यक्ति के दाह संस्कार में गए थे। दोपहर दो बजे के करीब मोबाइल नंबर से फोन आया। फोन करने वाले अपना परिचय मुख्यमंत्री के ओएसडी बल्लू राय के रुप में दिया। व्यवसाय के संबंध में बातचीत करते हुए धमकी देने लगा। पवन के फोन काटने पर दो घंटे के अंतराल में उसने कई बार फोन किया। संदेह होने पर ट्रूकालर पर चेक किया तो बल्लू राय का नाम बता रहा था, प्रोफाइल पर उनकी फोटो भी लगी थी। जिसके बाद उन्होंने ओएसडी के मोबाइल नंबर पर फोन किया तो सच्चाई मालूम हुई।
उन्होंने फोन न करने की जानकारी देते हुए पवन को एफआइआर दर्ज कराने को कहा। जिसके बाद थाने पहुंचकर व्यवसायी ने तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक गोरखनाथ रामाज्ञा सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांचकी जा रही है। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सीएम के निर्देश पर अमल किया तो तेजी से निकलने लगा पानी
प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी को देखते हुए प्रशासन कार्यक्रम की तैयारियों में जुटा है। पिपरी गांव में जनसभा होनी है और यहां कई दिनों से पानी लगा है। तैयारियों का निरीक्षण करने गए मुख्यमंत्री ने दूरबीन से पानी लगा देखा था और प्रशासन को पानी निकलवाने का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री ने वहां से पानी निकलने के पुराने रास्ते पर अतिक्रमण की आशंका जताई थी। प्रशासन पहले पंङ्क्षपग सेट लगाकर पानी निकालने में जुटा था लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश पर अमल करते हुए जब नाले की सफाई कराई गई तो तेजी से पानी निकलने लगा है। राष्ट्रपति के आगमन की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री पांच अगस्त को भटहट गए थे। उन्होंने दूरबीन से कार्यक्रम स्थल को भी देखा था। मौके पर पानी देखकर मुख्यमंत्री ने टिप्पणी की थी कि यह उस पिपरी जैसा नहीं, जिसे वह जानते हैं। उनका इशारा वहां पानी लगने को लेकर था।
अधिकारियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा था कि यहां पानी नहीं लगता था। पानी निकलने के रास्ते पर अतिक्रमण होगा। अधिकारियों की जांच में यह बात सामने आई थी कि तरकुलहा गांव का एक व्यक्ति नाले में मिट्टी पाटकर वहां बाजार लगवाता है जबकि करीब एक दर्जन लोगों ने वहां पक्का निर्माण करा लिया है। अब प्रशासन ने मनरेगा मजदूरों एवं जेसीबी के माध्यम से तरकुलहां-परसौना नाले की तल्लीझार सफाई शुरू करा दी है और पानी भी तेजी से निकलने लगा है। इस नाले के सहारे पानी तुर्रा नाले में गिराया जाएगा। राजस्व निरीक्षक घनश्याम शुक्ला ने बताया कि नाले पर करीब एक दर्जन पक्का निर्माण हैं, उन्हें तोड़ा जाएगा।