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Women empowerment: चूल्हा-चौका से निकली नारी, कारोबार में भी बाजी मारी

Women empowerment महराजगंज जिले की 11 महिलाओं ने स्‍वयं सहायता समूह का गठन कर महराज ब्रांड के नाम से उत्‍पादन शुरू किया। गुणवत्‍ता की वजह से उनके उत्‍पाद की मांग मार्ट तक पहुंच गई है। दो कंपनियों ने इस समूह का चार करोड का आर्डर दिया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 06:06 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 06:06 PM (IST)
Women empowerment: चूल्हा-चौका से निकली नारी, कारोबार में भी बाजी मारी
महराज मार्ट में ग्राहकों को सामान दिखातीं प्रमिला मौर्य। जागरण

गोरखपुर, विश्वदीपक त्रिपाठी। सोच और हुनर का गठबंधन हुआ तो माटी की महक मार्ट तक आ गई। सोच है 11 महिलाओं की, जिन्होंने कंपनी बनाकर स्वयं सहायता समूह के उत्पादों को महराज ब्रांड की छत दी और हुनर है 90 समूहों की 350 महिला सदस्यों का, जिनके बनाए 16 तरह के सामान लोगों को भा रहे हैैं। तीन विभागों ने इस वित्तीय वर्ष में कंपनी से चार करोड़ रुपये की खरीदारी का करार किया है, जिसकी आपूर्ति शुरू हो गई है।

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कंपनी बनाकर लिखी कामयाबी की कहानी

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले की 882 ग्राम पंचायतों में लंबे समय से सक्रिय छह हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह के उत्पादों को प्रचार और बाजार नहीं मिल रहा था। यह देखकर प्रमिला मौर्य, कुंती देवी और रुक्मिणी आगे बढ़ीं। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैैंक (नाबार्ड) के सहयोग से 11 महिला सदस्यों की 'महराज आत्मनिर्भर महिला किसान प्रोड्यूसर' कंपनी बनाई। 27 जुलाई को पहली बैठक कर 'महराज' ब्रांड नाम से उत्पाद लांच करने की योजना बनाई। सदर, मिठौरा, परतावल, पनियरा व लक्ष्मीपुर विकास खंड की महिलाओं को जोड़ा। 28 अक्टूबर को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत महराज मार्ट खोला। यहां महराज ब्रांड के सभी 16 उत्पादों की बिक्री होती है। कंपनी ने अपने खाद्य उत्पादों को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) से प्रमाणित करने के लिए भी आवेदन कर दिया है।

तीन विभागों से हुआ करार

कंपनी की चेयरमैन प्रमिला मौर्या के अनुसार स्वास्थ्य, कृषि एवं बेसिक शिक्षा विभाग ने इस वित्त वर्ष में करीब चार करोड़ रुपये के टायलेट व फ्लोर क्लीनर, हैैंडवाश, कापी और जैविक खाद खरीदने का करार किया है। मार्ट में भी काउंटर से रोज चार हजार की बिक्री हो रही। होम डिलीवरी भी की जा रही है। 10 महिलाओं ने 50 क्विंटल मशरूम की होम डिलीवरी की है। लाभ का 90 प्रतिशत संबंधित समूह या सदस्य और 10 प्रतिशत कंपनी को मिलता है। प्रति सदस्य मासिक आय पांच-छह हजार रुपये हो गई है।

ये सामान मौजूद

एलइडी लाइट, झालर, टायलेट क्लीनर, फ्लोर क्लीनर, फिनायल, हैंडवाश, खाद्य मसाला, अगरबत्ती, जैविक खाद, टेडीबीयर, सूप, बेना, झाड़ू, दोना-पत्तल, मोमबत्ती और मशरूम

जैविक खाद खरीदेगी आर्गेनिक ई-मार्ट

जिला आजीविका मिशन प्रबंधक अजय पांडेय के अनुसार कंपनी ने गोरखपुर के आर्गेनिक ई मार्ट को जैविक खाद बेचने का करार किया है। 42 टन की आपूर्ति हो चुकी है। स्थानीय बाजार में भी 40 टन खाद बिकी है। कंपनी के सीईओ विजय प्रजापति के अनुसार 150 महिलाएं 400 टन खाद बेच चुकी हैैं। महराज जैविक खाद अमेजन और फ्लिपकार्ट पर भी उपलब्ध है।

देश की शान बनेगा महराज ब्रांड

महराज आत्‍मनिर्भर महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी की चेयरमैन प्रमिला मौर्या ने बताया कि कंपनी से समूह की महिलाओं को बेहतर बाजार मिला है। हमारे यहां सामान की मांग बढ़ रही है। वह दिन दूर नहीं जब महराज ब्रांड देश की शान बनेगा।

बोर्ड मेंबर की बडी सोच की वजह से मिली उपलब्धि

महराजगंज के जिलाधिकारी सत्‍येंद्र कुमार बताते हैं कि महराज आत्मनिर्भर महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी की सदस्यों व बोर्ड मेंबर की सोच के कारण कंपनी ने चंद दिनों में ही बड़ी उपलब्धि पाई है। प्रशासन हर संभव मदद करेगा।


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