Gorakhpur Teacher Charu Shahi Video Classes: पूरा देश सुन रहा गोरखपुर की शिक्षिका की आवाज
लाकडाउन के दौरान मई के अंतिम सप्ताह में महिला शिक्षक चारु शही को शैक्षिक वीडियो बनाने की जिम्मेदारी मिली। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक के बाद एक वह कक्षा नौ व दस के वीडियो तैयार करती गईं।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर के राजकीय एडी कन्या इंटर कालेज की हिंदी की शिक्षक चारु शाही किसी परिचय की मोहताज नहीं। इन दिनों राष्ट्रीय चैनल डीडी यूपी पर शैक्षिक वीडियो के जरिये पूरा देश उनकी आवाज सुन रहा है। कोरोनाकाल में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षिका चारु शाही ने 38 वीडियो बना डाले। इनमें से 34 वीडियो को राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) से हरी झंडी मिल चुकी है। जबकि चार की रिपोर्ट अभी आनी है। अभी तक उनके पच्चीस वीडियो स्वयंप्रभा चैनल पर प्रसारित हो चुके हैं। जो अब तक प्रदेश में किसी एक शिक्षक के प्रसारित वीडियो की यह सर्वाधिक संख्या है।
लाकडाउन के दौरान मई के अंतिम सप्ताह में महिला शिक्षक चारु शही को शैक्षिक वीडियो बनाने की जिम्मेदारी मिली। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक के बाद एक वह कक्षा नौ व दस के वीडियो तैयार करती गईं। सभी वीडियो पहले ही प्रयास में बिना किसी संशोधन के एनसीईआरटी द्वारा एक-एक कर चयनित होते गए। सिर्फ हाईस्कूल के छात्रों को पढ़ाने वाली शिक्षिका की प्रतिभा के कायल अधिकारियों ने अब उन्हें कक्षा ग्यारह व बारह के छात्रों के लिए भी शैक्षिक वीडियो तैयार करने की जिम्मेदारी सौंप दी है। इसे अपनी उपलब्धि मानते हुए शिक्षिका चारु ने इन कक्षाओं के बच्चों के लिए भी छह वीडियो बना डालें, इनमें से भी तीन वीडियो एनसीईआरटी से चयनित होने के बाद प्रसारित हो चुके हैं। अब वह कक्षा ग्यारह के छात्रों के लिए वीडियो तैयार करने में जुटी हैं। वीडियो तैयार करने के कार्य में अन्य विषयों के शिक्षक भी जुटे हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा इनके वीडियो को माडल के रूप में प्रस्तुत कर अन्य शिक्षकों से इसी इसी क्वालिटी के वीडियो तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
मंडल से 16 जून हो प्रसारित हुआ था पहला वीडियो
गोरखपुर मंडल में यूं तो तीन दर्जन से अधिक शिक्षक लाकडाउन के दौरान शैक्षिक वीडियो तैयार करने में जुटे थे, लेकिन चारु शाही मंडल की पहली एकमात्र ऐसी महिला शिक्षक रहीं जिनका कक्षा दस का शैक्षिक वीडियो पुष्प की अभिलाषा 16 जून को स्वयंप्रभा चैनल पर प्रसारित हुआ। इसके बाद उन्हें उत्साह को पंख लग गए और फिर वह पूरे मनोयोग से वीडियो तैयार करने में जुट गईं।
प्रोत्साहन से बढ़ा आत्मविश्वास : चारु
महिला शिक्षक चारु का शैक्षिक वीडियो तैयार करने का लाकडाउन में पहला अनुभव रहा। वह कहतीं हैं इसके पहले उन्होंने कभी वीडियो तैयार नहीं किए थे, लेकिन जैसे-जैसे हमारे वीडियो चयनित होते गए मेरा उत्साह बढ़ता गया। यही वजह है कि आज हम यह मुकाम हासिल करने में सफल हो सकें। मुझे इस कार्य के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्रनाथ सिंह व डीआइओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया के अलावा मेरे पिता व सिद्धार्थनगर के राजा रतन सेन डिग्री कालेज के बीएड के पूर्व विभागाध्यक्ष ने भी इसके लिए प्रेरित किया। इन सभी की यही प्रेरणा आज मेरा मिशन बन गया है। यही वजह है कि कोरोनाकाल में विपरित परिस्थितियां होने के बावजूद मैंने बेहतर प्रदर्शन किया। बचपन से हिंदी हमें अच्छा लगता है। हिंदी मेरे लिए अध्यापन का विषय नहीं बल्कि मेरी साधना है। विषय की जरूरत के हिसाब से हम अपने ढालकर बच्चों को पढ़ाते हैं। यही कारण है कि मेरे वीडियो पसंद किए जाते हैं।
यू-ट्यूब चैनल लांच करने की है तमन्ना
शैक्षिक वीडियो तैयार कर चर्चा में आई महिला शिक्षक चारु की इच्छा अब अपना यू-ट्यूब चैनल लांच करने की है। इसी पर वह अपने सारे वीडियो समय-समय अपलोड करेंगी, जिसे देख अधिक से अधिक छात्र लाभान्वित हो सकें। अभी तक वह सिर्फ यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम के ही वीडियो तैयार कर रही है। अब उनकी योजना सीबीएसई व आइसीएसई बोर्ड के पाठ्यक्रमों पर आधारित वीडियो तैयार करने की है। इन दोनों बोर्ड से जुड़े स्कूलों के प्रधानाचार्य अपने-अपने पोर्टल पर इनके वीडियो डालकर अपने यहां के शिक्षकों से इसी तरह वीडियो शैक्षिक वीडियो तैयार करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। फिलहाल शिक्षक चारु यूपी बोर्ड के कक्षा ग्यारह के चार वीडियो तैयार करने में जुटी है।