कोहरे का कहर : थमने लगी ट्रेनों के पहिए, इतनी देरी से चली रहीं प्रमुख ट्रेनें Gorakhpur News
कोहरे का असर रेलवे पर भी पडऩे लगा है। सुबह के समय गोरखपुर पहुंचने वाली गोरखधाम और वैशाली एक्सप्रेस शाम को पहुंच रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोहरे का असर रेलवे पर भी पडऩे लगा है। ट्रेनों की रफ्तार थमने लगी है। इंतजार में यात्री ठिठुरने को मजबूर हैं। सुबह के समय गोरखपुर पहुंचने वाली गोरखधाम और वैशाली एक्सप्रेस शाम को पहुंची। भूखे-प्यासे यात्री परेशान रहे।
सर्द हवाओं के बीच प्लेटफार्मों पर ट्रेनों का इंतजार भारी पडऩे लगा है। यात्रियों के परिजनों की परेशानी भी बढ़ गई है। दरअसल, गोरखपुर जंक्शन पर निर्माण कार्य चल रहा है। वेटिंग हॉल के नव निर्माण से यात्रियों को बैठने के लिए ठौर नहीं मिल रहा। यात्री स्टेशन परिसर में भटकने को मजबूर हैं। परिसर में अलाव नहीं जलने से यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। बच्चे, महिला, बुजुर्ग और मरीज यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई है। दिल्ली रूट पर चलने वाली अधिकतर ट्रेनें विलंबित हो रही हैं। महत्वपूर्ण वैशाली एक्सप्रेस 8.15 घंटे तो गोरखधाम छह घंटे की देरी से गोरखपुर पहुंची। जबकि कुशीनगर एक्सप्रेस 12 घंटे के विलंब से चल रही थी।
विलंब से चलने वाली कुछ ट्रेनें
12554 वैशाली एक्सप्रेस 8.15 घंटे।
12556 गोरखधाम एक्स 6.00 घंटे।
19040 अवध एक्सप्रेस 4.50 घंटे।
11124 बरौनी ग्वालियर 3.40 घंटे।
12558 सप्तक्रांति एक्सप्रेस 1.30 घंटे।
15708 आम्रपाली एक्सप्रेस 3.00 घंटे।
15274 सत्याग्रह एक्सप्रेस 2.00 घंटे।
12596 हमसफर एक्सप्रेस 3.45 घंटे।
12511 राप्तीसागर एक्सप्रेस 5.00 घंटे।
जीएम ने कहा, दुरुस्त हुआ है ट्रेनों का समय पालन
पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने कहा कि लगातार ब्लाक के बाद भी ट्रेनों का समय पालन दुरुस्त हुआ है। पिछले साल 67 फीसद था, इस वर्ष बढ़कर 74 फीसद हो गया है। हालांकि अभी और गुंजाइश है। मार्च तक कैंट भी सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित हो जाएगा। इसके बाद ट्रेनों की टाइमिंग और बेहतर हो जाएगी। महाप्रबंधक गुरुवार को यहां अपने सभागार में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पूर्वोत्तर रेलवे की वर्ष भर की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने बताया कि नए साल में दिल्ली सहित अन्य रूटों पर नई ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा गया है। स्टेशनों पर और ट्रेनों में तेजी के साथ उच्चस्तरीय यात्री सुविधाओं का विकास हो रहा है। फरवरी तक गोरखपुर जंक्शन का नवनिर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। विद्युतीकरण और दोहरीकरण के कार्य भी तेजी से चल रहे हैं। नए साल में गोरखपुर-नकहा जंगल का दोहरीकरण और डोमिनगढ़-गोरखपुर-कुसम्हीं के बीच तीसरी रेल लाइन का कार्य भी पूरा हो जाएगा। सलेमपुर-बरहज बाजार, भटनी-औडि़हार तथा डालीगंज-सीतापुर सहित नौ रूटों का विद्युतीकरण भी पूरा हो जाएगा। महाप्रबंधक ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे में दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगा है। इस वर्ष एक भी दुर्घटना नहीं हुई है।
सेवाओं के एकीकरण को बताया बेहतर, सरल होगी प्रक्रिया
महाप्रबंधक ने रेलवे की सेवाओं के एकीकरण को बेहतर बताया। 160 वर्ष से अधिक समय से चली आ रही व्यवस्था में कुछ बदलाव से कार्य के निस्तारण में तेजी आएगी, प्रक्रिया सरल होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ने रेलवे में आर्गनाइजेशन री-स्ट्रक्चङ्क्षरग की अनुमति प्रदान की है।