ग्रामीणों ने रोकी नगर निगम की कूड़ा गाड़ी, रास्ते को बंद कर गाडिय़ां लौटाई Gorakhpur News
शहर से कूड़ा लेकर नगर निगम की गाडिय़ां राजघाट पुल के पास एकला बांध के पास पहुंच गईं। पर पहले से मौजूद ग्रामीणों ने गाडिय़ों को वहीं रोक दिया। उन्होंने वाहन चालकों को गाड़ी न ले जाने को कहा। काफी देर तक गाडिय़ां पुल पर ही खड़ी रहीं।
गोरखपुर, जेएनएन। एकला बांध पर कूड़ा गिराने पहुंची नगर निगम की गाडिय़ों को स्थानीय ग्रामीणों ने रोक दिया। बांध की ओर जाने वाले रास्ते को उन्होंने बांस-बल्ली लगाकर बंद कर दिया, जिससे गाडिय़ों को राजघाट पुल पर ही रोकना पड़ा। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने व आश्वासन देने के बाद ग्रामीण माने। उसके बाद कूड़ा गिराया जा सका।
शहर से कूड़ा लेकर नगर निगम की गाडिय़ां राजघाट पुल के पास एकला बांध के पास पहुंच गईं। पर, पहले से मौजूद ग्रामीणों ने गाडिय़ों को वहीं रोक दिया। उन्होंने वाहन चालकों को गाड़ी न ले जाने को कहा। काफी देर तक गाडिय़ां पुल पर ही खड़ी रहीं, जिससे जाम भी लग गया। विरोध करने वाले जगदीप, ध्रुवचंद, राजकुमार, एकलव्य, रोहित साहनी, विधान चंद, विजय प्रताप आदि ने कहा कि एकला बांध पर पिछले 10 साल से लगातार नगर निगम कूड़ा गिरा रहा है। बांध पर कूड़े का पहाड़ बन गया है। बांध पर बनी हुई सड़क भी पूरी तरह से डैमेज हो गई है। कूड़े से दुर्गंध उठती है। आसपास के नल से दूषित पानी निकल रहा है।
कूड़ा गिराना बंद नहीं हुआ तो कोर्ट में जाएंगे ग्रामीण
ग्रामीणों ने कहा कि यदि कूड़ा गिराना बंद नहीं किया गया तो वे कोर्ट की शरण लेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि इससे हानिकारक गैस भी निकलती है। लोग सांस की बीमारी से पीडि़त हो चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कूड़ा गिराने के बाद दुर्गंध रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है। गाडिय़ों को रोके जाने की जानकारी मिलने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव, जलकल विभाग के महाप्रबंधक एसपी श्रीवास्तव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुकेश रस्तोगी, अशोक ङ्क्षसह आदि मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने ग्रामीणों से कहा कि यहां केवल दो महीने तक ही कूड़ा गिराया जाएगा। कूड़ा निस्तारण के लिए डंङ्क्षपग ग्राउंड तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कूड़ा गिराने के बाद उसपर मिट्टी गिरायी जाएगी और छिड़काव भी कराया जाएगा। डा. रस्तोगी के अनुसार आश्वासन के बाद ग्रामीण मान गए और कूड़ा गिराया गया। इधर गीडा के सुथनी में डंपिंग ग्राउंड बनाने के लिए तैयारी तेज कर दी गई है।