इस गांव में फिर हुई दो पक्षों में मारपीट, गांव में है तनाव Gorakhpur News
रामगढ़ताल के पथरा में दो पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए हैं। कहासुनी के बाद मामला बढ़ने पर पिछले एक सप्ताह में कई बार मारपीट होने से रंजिश गहरी होती जा रही है। गांव में तनाव की स्थिति है।
गोरखपुर, जेएनएन : रामगढ़ताल के पथरा में दो जाति के लोग आमने-सामने हैं। कहासुनी के बाद मामला बढ़ने पर पिछले एक सप्ताह में कई बार मारपीट होने से रंजिश गहरी होती जा रही है। गांव में तनाव की स्थिति है। 29 अप्रैल को मारपीट व पथराव होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आठ आरोपितों को हिरासत में लिया है।
22 अप्रैल को शुरुआत हुई थी विवाद की
विवाद की शुरूआत 22 अप्रैल की शाम को हुई। गांव के विनय यादव की बरात जा रही थी। कहासुनी होने के बाद गांव के दुर्गेश निषाद, दिनेश, विकास, विरेंद्र से मारपीट हो गई। मामला बढ़ने पर निषाद परिवार के लोगों ने घर घेरकर पथराव कर दिया। पुलिस ने दोनों पक्ष की तरफ से मारपीट का केस दर्ज कर लिया, लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ। एक सप्ताह तक दोनों पक्ष के लोग एक-दूसरे को देख लेने की धमकी देते रहे। 29 अप्रैल की रात में विवाद फिर बढ़ गया। दुर्गेश पक्ष से 50 की संख्या में पहुंचे युवकों ने विनय, बेचू और उनके पट्टीदारों का घर घेरकर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें चार लोग घायल हो गए और बरामदे में खड़ी बाइक व कार क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस के पहुंचने पर आरोपित फरार हो गए। पीड़ित पक्ष के लोगों ने छत से आरोपितों की करतूत मोबाइल में रिकार्ड कर ली। बेचू की तहरीर पर पुलिस ने दुर्गेश निषाद व 50 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस ने आठ आरोपितों को हिरासत में लिया है।
गांव छोड़ने की दे रहे धमकी
बेचू यादव ने रामगढ़ताल पुलिस को बताया कि पथरा गांव में निषाद परिवार की संख्या अधिक है। मारपीट होने के बाद से ही यह लोग गांव छोड़कर जाने की धमकी दे रहे हैं। अभी भी कह रहे हैं कि अगर पट्टीदारों के साथ गांव छोड़कर नहीं गए तो जान से हाथ धोना पड़ेगा, जिसकी वजह से सब लोग डरे हैं।
पुलिस कर रही एक तरफा कार्रवाई
पथरा गांव की रहने वाली राधिका निषाद ने पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर स्थानीय पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। राधिका का कहना है कि मारपीट की शुरुआत यादव परिवार के लोगों ने की। पुलिस उनके प्रभाव में एक पक्षीय कार्रवाई कर रही है।
आठ आरोपितों को लिया गया हिरासत में
रामगढ़ताल के प्रभारी निरीक्षक जेएन सिंह ने कहा कि पथरा गांव में पहले दिन हुई मारपीट में दोनों पक्ष का केस दर्ज हुआ था। 29 अप्रैल की रात में निषाद परिवार के लोगों ने दोबारा मारपीट की। पीड़ित परिवार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आठ आरोपितों को हिरासत में लिया गया है। एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप गलत है।