सौभाग्य योजना का सच, बिजली के एक कनेक्शन पर तीन जिलों में चार घर रोशन Gorakhpur News
अधिशासी अभियंता खुद हैरान रह गए। दरअसल जिस मीटर नंबर पर परशुराम का कनेक्शन चल रहा है वही मीटर नंबर संतकबीरनगर जिले के मेहदावल विद्युत वितरण खंड कौड़ीराम और महजराजगंज के कनेक्शनों पर फीड कर दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। बिजली का एक मीटर तीन जिलों में चार कनेक्शन पर चला रहा है। हैरान न होइए। यह हकीकत है। सौभाग्य योजना में जल्द कनेक्शन देने की हड़बड़ी में इतनी गड़बड़ी हो गई है कि उपभोक्ता परेशान होकर भटक रहे हैं। उपभोक्ताओं का बिजली का बिल नहीं जमा हो पा रहा है। अफसर आज-कल आने की बात कहकर टरका रहे हैं। उपभोक्ता परेशान हैं कि एकमुश्त लाखों में बिल आ जाएगा तो वह कैसे जमा करेंगे।
गुलरिहा थाना क्षेत्र के खुटहन (मदराहवा) उपकेंद्र के अंतर्गत पिपराचुरामन गांव आता है। इस गांव के परशुराम गौड़ को तीन साल पहले सौभाग्य योजना में बिजली का कनेक्शन मिला था। तब बताया गया था कि हर महीने बिजली का बिल आएगा। ग्रामीण कनेक्शन और उपभोग कम होने के कारण ज्यादा बिल भी नहीं आएगा। एक-दो करते हुए छह महीने से ज्यादा समय बीत गया और बिजली का बिल नहीं आया तो परशुराम को हैरानी हुई। कनेक्शन लेते समय मिले कागजात को लेकर वह उपकेंद्र पर पहुंचे तो कर्मचारियों ने बाद में आने को कहा। तब से वह हर महीने उपकेंद्र पर जाते थे लेकिन उन्हें वापस भेज दिया जाता है। अब शिविर में पहुंचे तो अधिशासी अभियंता की मौजूदगी में सिस्टम में कनेक्शन की स्थिति देखी गई। अधिशासी अभियंता खुद हैरान रह गए। दरअसल, जिस मीटर नंबर पर परशुराम का कनेक्शन चल रहा है, वही मीटर नंबर संतकबीरनगर जिले के मेहदावल, विद्युत वितरण खंड कौड़ीराम और महजराजगंज के कनेक्शनों पर फीड कर दिया गया है। एक मीटर नंबर चार कनेक्शन में फीड होने के कारण बिल नहीं बन पा रहा है।
कई उपभोक्ताओं की है समस्या
सौभाग्य योजना के तहत उन मजरों तक बिजली पहुंचाना था जहां अब तक बिजली नहीं पहुंच सकी थी। जिले में नई बिजली लाइन बनाने का काम कार्यदायी संस्थान लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) को सौंपा गया था। एलएंडटी के कर्मचारियों और अफसरों ने मनमानी करते हुए कई इलाकों में कुछ लोगों के फायदे के लिए लाइन बना दी। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के कई मजरों तक लाइन ही नहीं बिछायी। कनेक्शन देने की जल्दबाजी में कर्मचारियों ने मीटर लगाने और कनेक्शन के साथ मीटर नंबर फीड करने में भी मनमानी की। इसका परिणाम यह हुआ कि एक ही मीटर नंबर कई कनेक्शन पर चढ़ गया। इससे बिल नहीं बन पा रहा है।
मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह का कहना है कि एक मीटर नंबर कई कनेक्शनों में फीड होना गंभीर मामला है। ऐसे मामलों की जांच कराकर उपभोक्ताओं का बिजली का बिल बनवाया जाएगा। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।