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गोरखपुर में ओडीएफ का सच-यहां पर तो इस वजह से ग्रामीण जा रहे खुले में शौच

गोरखपुर में इस गांव के लोग मजबूरी में बाहर शौच के लिए जाते हैं। गांव के सभी शौचालय ध्वस्त हो गए हैं। अधिकारी सुन ही नहीं रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Dec 2018 11:15 AM (IST)Updated: Wed, 26 Dec 2018 11:15 AM (IST)
गोरखपुर में ओडीएफ का सच-यहां पर तो इस वजह से ग्रामीण जा रहे खुले में शौच
गोरखपुर में ओडीएफ का सच-यहां पर तो इस वजह से ग्रामीण जा रहे खुले में शौच

गोरखपुर, जेएनएन। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जनपद को भले ही खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया गया, मगर आज भी गांव में लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। पिपरौली ब्लाक के ग्राम सभा कुरमौल में अधिकांश शौचालय बेकार हो गए हैं, जिससे ग्रामीण खुले में शौच जाते हैं। हालांकि इसे ठीक कराने के लिए ग्रामीण विभागों का चक्कर लगाते रहे, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। गांव के बाहर फैली गंदगी को देखकर राहगीर अफसरों की कार्यशैली को लेकर सवाल भी कर रहे हैं, लेकिन शिकायत के बाद भी अफसर मौन साधे हैं।

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केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांव से लेकर कस्बों को चमकाने में जुटी है। खुले में शौच रोकने के लिए प्रत्येक घरों में शौचालय भी बनवाए जा रहे हैं। इसके साथ ही जिला प्रशासन की तरफ से जनपद को खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया गया है। ओडीएफ जिला होने के बाद भी गांव में खुले में शौच करना बंद नहीं हो रहा है।

ग्रामीणों की फरियाद नहीं सुना विभाग

पिपरौली ब्लाक के ग्राम सभा कुरमौल में आज भी लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। इसके पीछे शौचालयों की बदतर स्थिति को जिम्मेदार बताया जा रहा है। गांव में वर्षो पूर्व बनाए गए अधिकांश शौचालय अधूरे पड़े हैं। कई शौचालयों में फाटक ही नहीं लगे है, तो कुछ उपयोग के अभाव में बेकार हो गए। गांव के मुंशी ने कहा कि अधिकांश लोगों का शौचालय उपयोग करने के लायक नहीं है। इसके कारण लोग सड़कों पर शौच करने को जाते हैं, जिससे गंदगी दिखाई दे रही है।

क्या कहते हैं ग्रामीण

रामकेश का कहना है कि शौचालय निर्माण में मानकों की अनदेखी का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। शौचालयों की जर्जर स्थिति के बारे में ब्लाक के अधिकारियों से भी शिकायत की जा चुकी है, पर उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। मजबूरी लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं।

धर्मवीर कहते हैं कि शौचालय निर्माण के नाम पर ब्लाक प्रशासन व जिम्मेदारों की तरफ से केवल खानापूíत की गई है। महज कुछ ही वर्ष के अंदर शौचालय उपयोग के लायक नहीं रहे। दुíवजय भारती का कहना है कि अनेक लोगों के शौचालय पूरे ही नहीं कराए गए हैं, जिससे उस परिवार के लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। बीडीओ डॉ. सीएस कुशवाहा ने कहा कि जांच कराकर शौचालय ठीक कराए जाएंगे और खुले में शौच को बंद कराया जाएगा।


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