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कोरोना संक्रमण काल में तैनात किए लैब टेक्‍नीशियन की सेवा समाप्‍त, जांचों का संकट बढ़ा

शासन की ओर से कोरोना संक्रमण काल में गत अप्रैल में 22 लैब टेक्नीशियनों की नियुक्ति की गई थी। उनकी सेवा 25 अक्टूबर को समाप्त हो गई। अब प्रतिदिन पांच हजार कोरोना जांच व अन्य जांचों के लिए संकट बढ़ गया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 30 Oct 2021 03:28 PM (IST)Updated: Sat, 30 Oct 2021 03:28 PM (IST)
गोरखपुर मेडिकल कालेज से हटाए गए 22 लैब टे‍क्‍नीशियन। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शासन की ओर से कोरोना संक्रमण काल में गत अप्रैल में 22 लैब टेक्नीशियनों की नियुक्ति की गई थी। उनकी सेवा 25 अक्टूबर को समाप्त हो गई, अब प्रतिदिन पांच हजार कोरोना जांच व अन्य जांचों के लिए संकट बढ़ गया है, क्योंकि बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग में मात्र पांच-छह लैब टेक्नीशियन रह गए हैं।

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22 लैब टेक्‍नीशियनों की हुई थी तैनाती

जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अपने चरम पर थी। आनन-फानन में बाबा राघव दास दास मेडिकल कालेज के पिछले 26 अप्रैल को 22 लैब टेक्नीशियनों की तैनाती की गई थी। उस समय ये लैब टेक्नीशियन सीधे कोरोना से खेल रहे थे, जब अन्य लोग घरों में दुबक गए थे। संक्रमण लगभग समाप्त होने के बाद इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।

निकाल दिए गए थे कोरोना वार्ड में काम कर चुके 450 स्‍टाफ नर्स

इससे पूर्व कोरोना वार्ड में काम कर चुके लगभग 450 स्टाफ नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों को भी निकाल दिया गया था। वे लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी उनकी दोबारा तैनाती नहीं हो पाई है। प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने बताया कि तीन माह के लिए लैब टेक्नीशियनों की नियुक्ति की गई थी। एक बार उनका कार्यकाल पुन: तीन माह के लिए बढ़ाया गया। दोबारा बढ़ाने के लिए अभी शासन से कोई निर्देश नहीं मिला है।

48 घंटे में मिले डेंगू के 11 मरीज

पिछले 48 घंटे के दौरान हुई जांच में 11 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इनमें चार मरीजों की ट्रैवेल हिस्ट्री है। तीन रेलवे कालोनी के हैं। इसके अलावा बशारतपुर और रामगढ़ताल के मरीज शामिल हैं। इस साल अब तक 36 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। रैपिड जांच में पाजिटिव आने इन सबकी जिला अस्पताल में एलाइजा जांच कराई गई है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. अंगद सिंह ने बताया कि चार मरीज लखनऊ, दिल्ली से आए हैं। इसके अलावा एक बार फिर रेलवे कालोनी से तीन मरीज डेंगू के मिले हैं। इससे पूर्व करीब आठ से 10 मरीज रेलवे कालोनी से मिल चुके हैं। इनमें छह मरीजों का इलाज रेलवे अस्पताल में चल भी रहा है।


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