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कम उम्र के थे लुटेरे, पेशेवर अंदाज में दिया घटना को अंजाम

देवरिया शहर से सटे रुद्रपुर रोड पर लक्ष्मी नारायण मंदिर के समीप सराफा दुकान से करीब

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 11:14 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 11:14 PM (IST)
कम उम्र के थे लुटेरे, पेशेवर अंदाज में दिया घटना को अंजाम
कम उम्र के थे लुटेरे, पेशेवर अंदाज में दिया घटना को अंजाम

देवरिया: शहर से सटे रुद्रपुर रोड पर लक्ष्मी नारायण मंदिर के समीप सराफा दुकान से करीब 32 लाख रुपये मूल्य के आभूषण लूटने के मामले में 24 घंटे बाद भी पुलिस खाली हाथ है। पुलिस रातभर बदमाशों के घर दबिश देती रही। पुलिस का मानना है कि इस घटना को कम उम्र के पेशेवर अपराधियों ने अंजाम दिया है। पुलिस ने देर रात अज्ञात दो लुटेरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया।

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अपर पुलिस अधीक्षक डा.राजेश सोनकर और सीओ श्रीयश त्रिपाठी गुरुवार को दोपहर दुकान पर पहुंचे। उन्होंने सराफा व्यवसायी सूरज वर्मा व कर्मचारी शमशेर से घटना की पूरी जानकारी ली। करीब दो घंटे तक अलग-अलग सीसीटीवी कैमरों में कैद घटना को देखा। सीसीटीवी कैमरे में साफ दिख रहा है कि व्यवसायी सूरज वर्मा व शमशेर दुकान पर बैठे हैं। दुकान के बाहर एक बाइक आकर रुकती है। उस पर दो बदमाश सवार थे। पीछे बैठा बदमाश दुकान के भीतर आता है। जबकि दूसरा बाहर बाइक पर बैठकर आने का इंतजार करता है। एसपी देवरिया डा.श्रीपति मिश्र ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। पुलिस टीमें लगी हैं। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। बदमाश ने सोने की चेन दिखाने को कहा

दुकान के भीतर आने के बाद लुटेरे ने सोने की चेन दिखाने को कहा। सूरज ने चेन उपलब्ध न होने की बात कही और अगले दिन दिखाने को कहा। बदमाश ने चांदी की अंगूठी दिखाने को कहा तो सराफा व्यवसायी ने कुछ अंगुठियां सामने रख दी। कुछ सेकंड बाद बदमाश ने पिस्टल निकाल लिया और दुकान में रखे आभूषण को प्लास्टिक की पन्नी में रखवाया और धमकाते हुए बाहर निकल गया। बाइक स्टार्ट कर दोनों बदमाश रुद्रपुर की तरफ भाग निकले। तहरीर में आभूषण के वजन का नहीं किया जिक्र

सराफा व्यवसायी ने तहरीर में 90 हजार रुपये नकदी का तो जिक्र किया है लेकिन सोने व चांदी के आभूषण के वजन का कोई जिक्र नहीं किया है। पुलिस को शक है कि दुकानदार ने जानबूझकर आभूषण का वजन अधिक बताया है। सड़क पर थी आवाजाही

जिस समय बदमाश लूट की घटना को अंजाम दे रहे थे, उस समय सड़क पर वाहनों व लोगों की आवाजाही हो रही थी। लेकिन बदमाश इससे बेखौफ थे। सराफा व्यवसायी व कर्मचारी ने बदमाशों के भागने के बाद शोर मचाया। जब शमशेर का पिता दुकान पर रुका

जिस समय लुटेरा आभूषण लूट रहा था। उसी समय कर्मचारी शमशेर के पिता भुलाड़ी साइकिल से दुकान के सामने से जा रहे थे। उन्होंने दुकान के सामने साइकिल रोकी। कुछ पल के लिए वह रुका। सराफा व्यवसायी ने उसे इशारा किया लेकिन वह लुटेरों को ग्राहक समझकर आगे बढ़ गए और घर के लिए चल दिए।


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