आसान हुई गोरखपुर से प्रयागराज व वाराणसी की राह, परिवहन निगम ने की यह व्यवस्था Gorakhpur News
गोरखपुर कचहरी बस डिपो से रवाना होने वाली राप्तीनगर बस डिपो की सभी बसें नौसढ़ में भी अनिवार्य रूप से रुकेंगी। कचहरी बस डिपो आने वाली बसें भी नौसढ़ में भी रुकेंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर कचहरी बस डिपो से रवाना होने वाली राप्तीनगर बस डिपो की सभी बसें नौसढ़ में भी अनिवार्य रूप से रुकेंगी। कचहरी बस डिपो आने वाली बसें भी नौसढ़ में भी रुकेंगी। फिलहाल, कचहरी बस डिपो से राप्तीनगर डिपो की 50 और अन्य डिपो की 150 सहित कुल 200 बसों का संचलन शुरू हो चुका है, लेकिन अभी नवनिर्मित डिपो से बसों के संचलन के लिए प्रशासनिक व्यवस्थाएं शुरू नहीं हो पाई हैं। एक से दो दिन में वह भी पूरी तरह व्यवस्थित हो जाएंगी।
अभी यह है व्यवस्था
फिलहाल, राप्तीनगर सहित अन्य डिपो की बसें अब पैडलेगंज चौराहा पर खड़ी नहीं हो रही हैं। वह सीधे कचहरी बस डिपो से संचालित हो रही हैं। विकल्प के रूप में बसें पैडलेगंज चौराहा पर ही खड़ी हो रही थीं। यात्री ही नहीं चालकों और परिचालकों को भी परेशानी होती थी। लोग सड़क पर खड़ा होकर बसों का इंतजार करते थे। 16 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों लोकार्पण होते ही प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़ और मऊ रूट के यात्रियों की राह आसान हो गई। अब तो कचहरी बस डिपो में महिला, पुरुष और दिव्यांग यात्री ही नहीं रोडवेजकर्मियों के लिए भी सुविधाएं सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अलग-अलग वेटिंग हॉल और प्रसाधन केंद्र हैं। डिस्प्ले बोर्ड पर बसों की जानकारियां मिल जा रही हैं।
दिसंबर से शुरू हो जाएगा कैंटीन
कचहरी बस डिपो में कैंटीन भी है, लेकिन अभी खानपान की व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई है। अभी टेंडर फाइनल नहीं हुआ है। दिसंबर से यात्रियों को चाय-कॉफी की भी सुविधा मिलने लगेगी।
सीसीटीवी कैमरे कर रहे निगरानी
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक मुकेश कुमार के अनुसार सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। बैकअप के लिए अलग से जेनरेटर की भी व्यवस्था कर ली गई है। एक से दो दिन में डिपो पूरी तरह से व्यवस्थित हो जाएगा।