रेलवे स्टेशन से गोरखपुर खाद कारखाना के अंदर तक जाएगी रेल लाइन, कारखाना के अंदर बनने लगे प्लेटफार्म
Gorakhpur Fertilizer Factory गोरखपुर खाद कारखाना में बनी खाद मालगाडिय़ों के माध्यम से देश के विभिन्न शहरों तक खाद पहुंचाने के लिए नकहा जंगल स्टेशन से खाद कारखाने तक लगभग डेढ़ किमी तक नई रेल लाइन बिछेगी। रेलवे प्रशासन ने रेल लाइन के नक्शे पर मुहर लगा दी है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। Gorakhpur Fertilizer Factory: गोरखपुर के नवनिर्मित कारखाने में बनी खाद पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार ही नहीं अन्य प्रांतों की पैदावार बढ़ाएगी। कारखाने में बनी खाद मालगाडिय़ों के माध्यम से देश के विभिन्न शहरों तक खाद पहुंचाई जाएगी। इसके लिए नकहा जंगल स्टेशन से खाद कारखाने तक लगभग डेढ़ किमी तक नई रेल लाइन बिछेगी। रेलवे प्रशासन ने रेल लाइन के नक्शे पर मुहर लगा दी है। कार्यदायी संस्था ने निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है।
इलेक्ट्रिक इंजनों से चलाई जाएंगी मालगाडिय़ां
खाद कारखाने से खाद लेकर चलने वाली मालगाडिय़ां इलेक्ट्रिक इंजनों से ही चलाई जाएंगी। इसके लिए रेल लाइन का विद्युतीकरण भी होगा। वैसे भी गोरखपुर-नकहा जंगल-आनंदनगर रेलमार्ग का विद्युतीकरण हो चुका है। फिलहाल, कारखाने के अंदर ट्रैक, गोदाम, प्लेटफार्म, शेड, सिग्नल सिस्टम और भवन आदि का निर्माण शुरू हो चुका है। रखरखाव कारखाने के जिम्मे ही होगी। लेकिन ट्रेनों का संचालन और निगरानी रेलवे प्रशासन के हाथों में रहेगी। जानकारों के अनुसार कारखाने से रोजाना दो रेक मालगाड़ी के लोडिंग की योजना तैयार की गई है। वैसे भी पूर्वोत्तर रेलवे में लोडिंग बढ़ गई है।
बांग्लादेश तक भेजे जा रहे आटोमोबाइल्स् और खाद्यान्न
इज्जतनगर मंडल के हल्दी रोड से आटोमोबाइल्स और मैगी तथा वाराणसी मंडल के चौरीचौरा स्टेशन से गेहूं, चावल और खाद्यान्न की लोडिंग होने लगी है। आटोमोबाइल्स् और खाद्यान्न बांग्लादेश तक भेजे जा रहे हैं। शकरकंद की लोङ्क्षडग की भी योजना तैयार की जा रही है। रेलवे प्रशासन किसानों के उत्पादों को देश के बड़े बाजारों तक पहुंचाने का प्लेटफार्म तैयार कर रहा है।
देश के औद्योगिक विकास में रेलवे की भूमिका अहम है। रेलमार्ग से गुड्स का बेहतर, निर्बाध एवं तीव्रगामी आवागमन निरंतर जारी है। गोरखपुर के नए कारखाने में तैयार होने वाली फर्टिलाइजर को देश के विभिन्न स्थानों तक भेजने के लिए नकहा जंगल स्टेशन से कारखाने को जोडऩे के लिए रेल लाइन (प्राइवेट फ्रेट टर्मिनल) बन रही है। रेलवे प्रशासन ने नक्शे का अनुमोदन कर दिया है। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे।