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नोटिस के फेर में फंसी 'गजराज की दुधवा सैर Gorakhpur News

विभाग ने जिस हाथी को पहले वहां भेजने की योजना बनाई थी उसके मालिक ने नोटिस रिसीव नहीं किया है। अब यह नोटिस रजिस्टर्ड डाक से भेजने की तैयारी है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 09:00 PM (IST)
नोटिस के फेर में फंसी 'गजराज की दुधवा सैर Gorakhpur News
नोटिस के फेर में फंसी 'गजराज की दुधवा सैर Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। जिले में अवैध रूप से पाले जा रहे हाथियों को दुधवा नेशनल पार्क लखीमपुर खीरी अथवा वाइल्ड लाइफ एसओएस हाथी संरक्षण केंद्र मथुरा भेजने की विभाग की मंशा पर फिलहाल पानी फिर गया है। विभाग ने जिस हाथी को पहले वहां भेजने की योजना बनाई थी, उसके मालिक ने नोटिस रिसीव नहीं किया है। अब यह नोटिस रजिस्टर्ड डाक से भेजने की तैयारी है। पहले हाथी को भेजने में विभाग सफल होता है तो उसी आधार पर अन्य हाथियों को भी दायरे में लाया जाएगा।

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अब अवैध रूप से नहीं रख सकेंगे हाथी

वन विभाग दावा कर रहा है कि आने वाले दिनों में जिले में कोई भी अवैध रूप से हाथी नहीं पाल सकेगा। वन विभाग हाथियों की सुपुर्दगी लेगा और फिर उन्हें दुधवा नेशनल पार्क अथवा एसओएस हाथी संरक्षण केंद्र भेजेगा। इसकी शुरुआत उस हाथी से होनी थी, जिसने सप्ताह भर पहले मीठाबेल में महावत की जान ली थी। वन विभाग की नजर में यह हाथी ठीक स्थिति में नहीं था। वजह उसने उस समय महावत की जान ले ली, जब वह उसके लिए पेड़ से पत्ते तोड़ रहा था। दूसरे महावत व अन्य ग्रामीणों के बयान के आधार पर भी यही निष्कर्ष निकला था। उसे खतरा मानकर ही विभाग ने उसे सिंहपुर सराव गांव में निगरानी में ले रखा था।

विभाग का क्‍या है दलील

विभाग यह दलीलें दे रहा था कि वह हाथी मालिक विधायक के पास नोटिस भेजेगा। यदि वह स्वामित्व से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाते हैं, तो कोर्ट में जांच रिपोर्ट फाइल करेगा और न्यायालय से सुपुर्दगी की अनुमति लेगा। इसके बाद हाथी दुधवा नेशनल पार्क या वाइल्ड लाइफ एसओएस हाथी संरक्षण केंद्र भेज दिया जाएगा। फंस गया है। विधायक ने नोटिस लेने से इन्कार कर दिया। ऐसे में जांच रिपोर्ट दाखिल करने में भी समस्या आएगी।

जिले में बिना लाइसेंस के 10 लोगों के पास हाथी

इस संबंध में डीएफओ अविनाश कुमार का कहना है कि जिले में 10 व्यक्ति बिना लाइसेंस हाथी पाल रहे हैं। नोटिस के संबंध में विधायक विपिन सिंह का पक्ष लेने के लिए उनका मोबाइल मिलाया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। उनका पक्ष आता है तो उसे भी प्रकाशित किया जाएगा। विधायक नोटिस नहीं रिसीव कर रहे हैं। अब रजिस्टर्ड डाक से नोटिस भेजी जाएगी। उसके बाद अगली कार्रवाई होगी।

बिना इजाजत हाथी ले जाने पर केस दर्ज करेगा विभाग

जिले के तमाम लोगों द्वारा बिना लाइसेंस हाथी पालने को लेकर वन विभाग की पहले ही किरकिरी हो रही थी। रविवार को सिंहपुर सराव गांव में उसकी निगरानी से बिना इजाजत हाथी ले जाने को लेकर उसकी रही-सही इज्जत भी चली गई है। इस प्रकरण में वन विभाग के जिम्मेदार कुछ भी बताने से किनारा करते रहे। बाद में सिर्फ इतना बताया कि वह इस प्रकरण में दोबारा केस करेंगे।


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