पुणे से गोरखपुर लाया जा रहा था मरीज, रास्ते में एंबुलेंस से हुआ गायब - जाने फिर क्या हुआ
पुणे से लाया जा रहा मरीज रास्ते से गायब हो गया। गीडा के नौसढ़ में घंटों उसकी तलाश की गई जब उसका कहीं पता नहीं चला स्वजन एंबुलेंस से उसकी तलाश में बस्ती रवाना हो गए। मरीज सुभाष पासवान झंगहा के रोहा का रहने वाला है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पुणे से लाया जा रहा मरीज रास्ते से गायब हो गया। गीडा के नौसढ़ में घंटों उसकी तलाश की गई, जब उसका कहीं पता नहीं चला स्वजन एंबुलेंस से उसकी तलाश में बस्ती रवाना हो गए। मरीज सुभाष पासवान झंगहा के रोहा का रहने वाला है।
ठीक नहीं है मानसिक स्थिति
सुभाष की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पुणे के एक अस्पताल में उनका इलाज चलता है। उनके स्वजन उन्हें पुणे से लेकर झंगहा स्थित घर लौट रहे थे। बस्ती पहुंचने पर वह एक रेस्टोरेंट पर जलपान के लिए रुके। वहां से सुभाष के स्वजन एंबुलेंस में आगे की तरफ आकर बैठ गए। वहां से चलने के बाद एंबुलेंस नौसढ़ स्थित एक पेट्रोल पंप के पास रुकी। वहां सुभाष के स्वजन ने देखा कि वह एंबुलेंस में मौजूद नहीं हैं।
स्वजन ने पुलिस को दी सूचना
उन्होंने इसकी सूचना नौसढ़ पुलिस चौकी को दी और वह सुभाष की तलाश में बस्ती निकल गए। 12 नवंबर को दोपहर में सुभाष के स्वजन फिर नौसढ़ पुलिस चौकी पहुंचे। उन्होंने चौकी पुलिस के सहयोग से घंटे भर तक सीसीटीवी फुटेज खंगाला। उसमें कहीं भी सुभाष एंबुलेंस से उतरते नहीं दिख रहे हैं।
सीसी फुटेज में खुला दिख रहा एंबुलेंस का दरवाजा
नौसढ़ पुलिस चौकी इंचार्ज मनीष यादव का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में एंबुलेंस का पिछला दरवाजा खुला दिख रहा है। मरीज कहीं उतरते नहीं दिखा है। इससे यही प्रतीत होता है कि वह बस्ती में ही कहीं गायब हो गए हैं। बस्ती में मरीज की गुमशुदगी भी दर्ज हुई है।
नाबालिग के अपहरण के आरोप में मुकदमा
गोला की एक किशोरी को बहला-फुसलाकर भगाने के आरोप में पुलिस ने गोला के अतरौला निवासी अमरजीत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। किशोरी के पिता ने बताया कि वह अपनी पुत्री को ढूंढते हुए अमरजीत के घर भी गया था, लेकिन आरोपित की मां ने गाली-गुप्ता देकर उसे भाग दिया। कोतवाल केके राणा का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है।